बुलंदशहर हिंसा केस और इंस्पेक्टर सुबोध सिंह हत्या मामले में आरोपी योगेश राज बना जिला पंचायत सदस्य, उठे सवाल

योगेश ने कुल्हाड़ी चुनाव चिन्ह से जीत हासिल (Yogesh Raj Win Election) की है. वहीं उसके चुनाव जीतने पर शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पत्नी रजनी सिंह ने कड़ी आपत्ति जताई है.

योगेश राज बीजेपी के सपोर्ट से बुलंदशहर से जिला पंचायत सदस्य चुना गया है. हैरानी की बात ये है कि उस पर इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के मामले में केस दर्ज है

यूपी पंचायत चुनाव के रिजल्ट (UP Panchayat Election Result) आ चुके हैं. चुनाव में बीजेपी एसपी के बीच कड़ा मुकाबल देखने को मिला. वहीं कई ऐसे उम्मीदवार भी हैं जिन पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं. लेकिन फिर भी वह पंचायत चुनाव जीत गए हैं. ऐसा ही एक उम्मीदवार है योगेश राज. बीजेपी के सपोर्ट से योगेश राज बुलंदशहर से जिला पंचायत सदस्य चुना (Yogesh Raj Win Jila Panchayat Election) गया है. हैरानी की बात ये है कि उस पर इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के मामले में केस दर्ज है.

साल 2018 में गोकशी के मामले में बुंलंदशहर के स्याना में हिंसा हुई थी, जिसमें ड्यूटी पर तैनात इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या कर दी गई थी. योगेश राज हिंसा का मुख्य आरोपी (Main Accused in Bulandshahar Hinsa) है.अब योगेश ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत लिया है. योगेश ने कुल्हाड़ी चुनाव चिन्ह से जीत हासिल की है. वहीं उसके चुनाव जीतने पर शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पत्नी रजनी सिंह ने कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए योगेश के चुनाव जीतने पर सवाल खड़ा किया है.

फिलहाल जमानत पर बाहर है योगेश राज

इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की निर्ममता से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में योगेश राज का नाम काफी उछला था. उसे इस मामले में जेल भी जाना पड़ा था.लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई. योगेश राज ने बुलंदशहर के वार्ड नंबर-3 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था, जिसमें उसने जीत हासिल की है.

बतादें कि योगेश ने अपने विरोधी निर्दलीय उम्मीदवार निरोध चौधरी को करीब 21 वोटों से मात दी है. योगेश को 2100 वोट मिले हैं. योगेश पर बुलंदशहर हिंसा भड़काने का आरोप था. वह करीब 1 साल तक जेल में रहा जिसके बाद फिलहाल वह जमानत पर बाहर है और अब जिला पंचायत सदस्य बन गया है.

जिला पंचायत सदस्य बना हिंसा का आरोपी

जैसे ही योगेश राज के जिला पंचायत सदस्य चुनाव जीतने की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो एक बार फिर से इंस्पेक्टर सुबोध सिंह का जिक्र होने लगा. लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं कि हत्या के मामले में नामजद होने के बाद भी योगेश को चुनाव लड़ने का मौका कैसे दिया गया. इंस्पेक्टर सुबोध की पत्नी समेत दूसरे लोग भी इस बात पर सवाल उठा रहे हैं. वही एसपी नेता ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी पर तंज कसा है.

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