दिल्ली-अहमदाबाद में मैच की गलती IPL 2021 को ले डूबी, BCCI को हुआ अहसास, दोनों शहरों की प्रैक्टिस फैसेलिटी ने कटाई नाक!

चार टीमों में कोरोना के मामले आने के बाद बीसीसीआई ने 4 मई को आईपीएल 2021 को सस्पेंड करने का फैसला किया था.

भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने 4 मई को कोरोना के मामलों के चलते IPL 2021 को सस्पेंड कर दिया. अब सामने आया है कि दिल्ली और अहमदाबाद में टीमों के पास टी20 की जरूरत के हिसाब से प्रैक्टिस फैसेलिटी नहीं थी.  माना जाता है कि इस वजह से कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ. दिल्ली और अहमदाबाद में IPL 2021 के दूसरे चरण के मैच हुए थे. यहां पर कोरोना के मामले भी काफी थे. यहीं पर टीमों में कोरोना के मामले देखने को मिले. इन दोनों ही शहरों में टीमों के पास प्रैक्टिस के लिए वैकल्पिक सुविधाएं नहीं थीं. समाचार एजेंसी आईएएनएस ने यह खबर दी है.

रिपोर्ट में मामले से जुड़े एक अधिकारी के हवाले से लिखा है, ‘बीसीसीआई (BCCI) और स्टेट एसोसिएशंस के अधिकारियों का ऐसा मानना है कि दूसरे चरण के मैच दिल्ली और अहमदाबाद में कराने का फैसला गलत था. हर शहर में चार टीमें थीं और मुख्य मैदान के अलावा बाकी जो प्रैक्टिस की सुविधा थी वह कोरोना वायरस के संपर्क में आने के लिहाज से खुली थी.’ इन शहरों में मुख्य मैदानों में तो बेहतर सुविधाएं थीं. दिल्ली में चेन्नई सुपरकिंग्स ने जहां रोशनआरा क्लब ग्राउंड को प्रैक्टिस के लिए इस्तेमाल किया तो अहमदाबाद वाली टीमों को गुजरात कॉलेज ग्राउंड जाना पड़ा. ये दोनों ही जगह भीड़भाड़ वाली थी और शहर के पुराने हिस्से में थी.

अहमदाबाद के मोटेरा ग्राउंड में अलग समस्या थी. यहां पर मुख्य मैदान के अलावा बाकी सुविधाएं अभी तक पूरी तरह तैयार नहीं हुईं. साथ ही जो फैसेलिटी मौजूद थी वह टी20 क्रिकेट के लिहाज से बड़े शॉट के मुफीद नहीं थी.

अहमदाबाद में तीन टीमों को दूसरे मैदान में करनी पड़ी प्रैक्टिस

अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, ‘मोटेरा में बने नरेंद्र मोदी स्टेडियम के साथ समस्या यह है कि इसके पास के ग्राउंड और सुविधाओं का अभी भी काम चल रहा है. भले ही इस मैदान में सुविधासंपन्न कई सारे मैदान बनेंगे लेकिन अभी ये तैयार नहीं हैं. टीमें वर्तमान में तैयार प्रैक्टिस नेट्स का इस्तेमाल नहीं कर सकती क्योंकि यह बड़े शॉट लगाने के लिए सही नहीं हैं. टेस्ट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट की प्रैक्टिस के लिए यह सही है. इसलिए खिलाड़ियों को गुजरात कॉलेज ग्राउंड ले जाने का फैसला जोखिमभरा था क्योंकि वहां पर कई सारे लोग थे. ये लोग बायो बबल का हिस्सा नहीं थे. यहां पर संक्रमित होना आसान था.’ इस मैदान पर कोलकाता नाइटराइडर्स समेत तीन टीमों ने प्रैक्टिस की. बाद में केकेआर के चार खिलाड़ी पॉजिटिव आए थे.

वहीं दिल्ली के रोशनआरा क्लब में 90 साल पहले बीसीसीआई की स्थापना हुई थी. लेकिन अब यह क्लब घनी आबादी के बीच है. यहां तक पहुंचने के लिए भीड़ भरी गलियों से होकर जाना पड़ता है. अधिकारी के अनुसार, ‘दिल्ली का रोशनआरा क्लब आईपीएल टीमों की प्रैक्टिस के लिए नहीं है. साथ ही यहां लोकल स्टाफ भी होता है. टूर्नामेंट को दिल्ली और अहमदाबाद शिफ्ट करने से टूर्नामेंट कोरोना संक्रमण के खतरे में आ गया.’

दिल्ली और अहमदाबाद के बाद आईपीएल मैच कोलकाता और बेंगलुरु में होने थे. इन दोनों शहरों में क्रिकेट प्रैक्टिस की बेहतर सुविधाएं थीं.

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