खुफिया इनपुट के बाद भी डिप्टी सीएम की सुरक्षा में व्‍यस्‍त थी पुलिस, बेकाबू होते हालात संभालने को मौके पर नहीं था कोई भी अफसर

लखीमपुर खीरी में बवाल के बाद शासन के निर्देश पर पूरे जोन में हाई अलर्ट कर दिया गया है. लखीमपुर खीरी से सटे किसान बहुल पीलीभीत और शाहजहांपुर जिले में विशेष निगरानी की हिदायत दी गई है.

लखीमपुर (lakhimpur kheri) में पुलिस उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या (deputy cm keshav prasad maurya) की सुरक्षा में लगी हुई थी. दरअसल पुलिस (uttar pradesh police) को मिले इनपुट के बाद पुलिस ने डिप्टी सीएम के वहां पहुंचने का रास्ता बदल दिया था. वो सड़क के रास्ते लखीमपुर पहुंचे थे. प्रशासन और पुलिस का पूरा अमला पूरी क्षमता और ताकत के साथ उनकी सुरक्षा में लगा हुआ था. इसी बीच केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की कार से कुचलकर किसान की मौत होने से किसानों में रोश पैदा हो गया. किसानों के आक्रोश को देखकर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे. स्थिति ये हुई कि निघासन और पलिया पुलिस थाना छोड़कर भाग गई.

किसानों के विरोध के चलते खुफिया इकाइयों को बवाल की आशंका थी. इस वजह से सारे अफसर किसानों के पास कुछ पुलिसकर्मियों को छोड़कर डिप्टी सीएम की सुरक्षा में लग गए. डीएम अरविंद चौरसिया समेत सभी प्रमुख अफसर सुबह से ही डिप्टी सीएम के साथ लगे थे. किसान उनका विरोध करने की योजना बना रहे थे लेकिन डिप्टी सीएम का रूट बदलने से उनकी योजना फेल हो गई थी.

मंत्री के बेटे की कार से हुई किसानों की मौत के बाद बिगड़ा माहौल

किसान पहले से ही आक्रोश में थे, वहीं केंद्रीय मंत्री के बेटे की कार से कुचलकर किसान की मौत होने से माहौल बिगड़ गया. हजारों की संख्या में वहां मौजूद किसान उग्र हो गए, जिनके सामने बमुश्किल सौ पुलिसकर्मी थे. उन्हें भी दिशानिर्देश देने वाला कोई उच्च अधिकारी नहीं था. परिणाम स्वरूप वहां मौजूद पलिया और निघासन की पुलिस मूकदर्शक होकर किसानों का गुस्सा देखती रही. दोनों थानों में मौजूद पुलिसकर्मी भी भीड़ के सामने जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके और थाना छोड़कर भाग गए.

खुफिया इनपुट मिलने के बाद बदला गया कार्यक्रम

किसानों के उग्र होने का संकेत मिलने के बाद डिप्टी सीएम के कार्यक्रम को थोड़ा बदल दिया गया था. जहां पहले वो हवाई मार्ग से लखीमपुर पहुंच रहे थे. वहीं अब वो सड़क के रास्ते वहां जा रहे थे. इसके बाद करीब पांच हजार किसानों ने खेल मैदान पर टेंट लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रशासन को इसकी सूचना मिली तो अफसरों ने डिप्टी सीएम के बनवारीपुर जाने के मार्ग का रूट बदल दिया. मगर किसान हैलीपेड के पास ही डटे रहे.

पिता बीच रास्ते से ही डिप्टी सीएम को ले गए वापस

डिप्टी सीएम केशव मौर्य केंद्रीय गृह राज्यमंत्री राजेश मिश्र टेनी के साथ बदले रूट से उनके गांव बनवीरपुर जा रहे थे. मगर केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष हैलीपेड वाले मार्ग से ही उन्हें रिसीव करने बेलरायां की ओर जाने लगा. रास्ते में उसकी गाड़ी से किसानों की कुचलकर मौत हो गई तो अफसर डिप्टी सीएम को लेकर तिकुनिया लौट गए.

बवाल होने का पुलिस के पास पहले से ही था इनपुट

तिकुनिया में हुआ बवाल पुलिस और प्रशासन की नाकामी था. एलआईयू समेत अन्य खुफिया इकाइयों के इनपुट को प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया. इसमें साफ कहा गया था कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के दौरे के दौरान किसान उग्र विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. इसके बावजूद पर्याप्त फोर्स की तैनाती तक नहीं की गई. यही वजह रही कि बवाल होने के बाद पुलिस-प्रशासन उसे रोकने में नाकाम हो गया.

बवाल के बाद बरेली जोन में हाई अलर्ट

लखीमपुर खीरी में बवाल के बाद शासन के निर्देश पर पूरे जोन में हाई अलर्ट कर दिया गया है. लखीमपुर खीरी से सटे किसान बहुल पीलीभीत और शाहजहांपुर जिले में विशेष निगरानी की हिदायत दी गई है. किसान संगठनों की सक्रियता को देखते हुए उत्तराखंड सीमा पर स्थित बरेली के बहेड़ी तहसील क्षेत्र में भी पैनी नजर रखने को कहा गया है.

मंत्री के बेटे की निगरानी कर रही है पुलिस

घटना के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री राजेश मिश्र का बेटा आशीष मिश्रा की कोई जानकारी नहीं मिल रही है. चर्चा है कि माहौल को देखते हुए पुलिस ने उसे अपनी निगरानी में ले लिया है. वहीं, लखीमपुर में मंत्री के घर के बाहर भी बड़ी तादात में पुलिस तैनात कर दी गई है.

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