कानपुर… गंगा को ही प्रदूषित कर रहे एसटीपी:पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने कुल 80 लाख रुपए का लगाया जुर्माना, प्राइवेट कंपनी संचालन में कर रही लापरवाही, मानक के मुताबिक ट्रीट नहीं हो रहा पानी

देश में सबसे ज्यादा कानपुर में गंगा प्रदूषित होती थी। इस कलंक को मिटाने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और टेनरी वेस्ट को ट्रीट करने के लिए कॉमन इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) लगाए गए। लेकिन अब यही गंगा को प्रदूषित करने लगे हैं। केंद्र सरकार ने इनका संचालन प्राइवेट कंपनी शापोरजी पालोनजी को सौंप दिया। लेकिन एसटीपी और सीईटीपी संचालन की व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। गंगा को प्रदूषित करने के लिए यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड बीते 1 महीने में एसटीपी और सीईटीपी पर कुल 80.50 लाख रुपए तक का जुर्माना ठोक चुका है।

बिनगवां एसटीपी पर 45 लाख की पैनाल्टी
यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रिजनल ऑफिसर अनिल माथुर ने बताया कि बिनगवां स्थित 200 एमएलडी क्षमता के एसटीपी का संचालन भी प्राइवेट कंपनी नहीं कर पा रही है। यहां स्लज को नहीं निकाला जा रहा था। इसकी वजह से यहां भारी मात्रा में स्लज एकत्रित हो गया है। इसको देखते हुए कंपनी पर बोर्ड ने 45 लाख रुपए जुर्माना लगाने के लिए लखनऊ स्थित पॉल्यूशन बोर्ड को संस्तुति की गई है।

पंपिंग स्टेशन का संचालन भी सही नहीं
वाजिदपुर स्थित सीवेज पंपिंग स्टेशन बनाया गया है। यहां से शहर से आने वाले सीवेज, टेनरी से आने वाले टेनरी वेस्ट आदि को एसटीपी और सीईटीपी में पंप किया जाता है। यहां लगे 4 पंप का संचालन भी आए दिन बंद रहता है। इससे कई बार सीवेज का पानी सीधे गंगा में गिरता है। वहीं नमामि गंगे के तहत किए गए दावों पर प्राइवेट कंपनी पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। इस पर भी 3.25 लाख रुपए की पेनाल्टी आरओ द्वारा लगाई गई है।

पूरी व्यवस्था हो गई ध्वस्त
वाजिदपुर स्थित जाजमऊ 130 एमएलडी एसटीपी संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा है। सीसामऊ नाले का सीवेज जाजमऊ एसटीपी में ही ट्रीट होता है। 3 मॉड्यूल से सिर्फ 2 ही चलाए जा रहे हैं। इससे सीवेज का पानी मानक के मुताबिक शोधित नहीं हो पा रहा है। इस पर 11.25 लाख रुपए की पेनाल्टी लगाई गई है।

वहीं अधिकारी ने बताया कि एसटीपी संचालन की पूरी व्यवस्था ही ध्वस्त हो गई है। पॉल्यूशन आरओ के मुताबिक प्राइवेट कंपनी ने प्लांट के संचालन के लिए जानकार और क्षमता के मुताबिक लोग नहीं रखे हैं। इसकी वजह से प्लांट में व्यवस्थाएं अच्छी होने के बजाय बिगड़ रही हैं।

जाजमऊ एसटीपी का निरीक्षण करते हुए कानपुर डीएम।
जाजमऊ एसटीपी का निरीक्षण करते हुए कानपुर डीएम।

डीएम ने देखे हालात
शनिवार को डीएम विशाख जी अय्यर ने जाजमऊ स्थित एसटीपी प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने एसटीपी प्लांट की स्थिति को जाना और यहां की क्षमता के विषय में जानकारी की तो उपस्थित अधिकारी द्वारा बताया गया कि टेनरी वेस्ट व डोमेस्टिक वेस्ट दोनों के लिए अलग प्लांट हैं। 36 एमएलडी, 130 एमएलडी व 45 एमएलडी तथा 5 एमएलडी ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया गया। 36 एमएलडी प्लांट में 9 एमएलडी टेनरी वेस्ट तथा 27 एमएलडी डॉमेस्टिक वेस्ट ट्रीट होता है।

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