संकट में अन्नदाता … भिंड में फिर किसानों ने लगाया जाम, खाद न मिलने पर सड़क पर फूट-फूटकर रोया अन्नदाता
भिंड जिले के अन्नदाताओं पर संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। फसलों की बुवाई के लिए जिलेभर में खाद के लिए हाय तौबा मची हुई है। अन्नदाता किसान, अपने हक की मांग को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं। इसके बाद भी किसानों के सामने से खाद के संकट से निजात नहीं मिल पा रही है। भिंड शहर में एक बार फिर से किसान खाद के संकट को लेकर सड़क पर आए।
सोमवार को किसान को जब खाद मिलता नहीं दिखा तो वे भारौली तिराहे पर पहुंचे और उन्होंने जाम लगा दिया। प्रदर्शन के दौरान एक किसान फूट-फूट कर रोया। जाम खुलवाने आई पुलिस ने सड़क पर बैठे किसान को सांत्वना दी और सहानभूति दिखाते हुए पानी पिलाया और खाद दिलवाए जाने का भरोसा दिया।
सोमवार की सुबह से ही गल्ला मंडी पर दूर-दूर गांव से खाद बंटने की सूचना पर आए। दो सौ से अधिक किसान यहां मौजूद थे। सुबह पांच बजे से किसान यहां कतार में खड़े हो गए। साढ़े दस बजे जब सहकारिता विपणन के अधिकारी आए ताे उन्होंने खाद की बोरियां खत्म होने की बात कही। यह सुनकर किसान भड़क गए और वे भारौली तिराहे पर पहुंचे। यहां किसानों ने जाम लगा दिया। इसी समय 65 वर्षीय किसान शिवचरण सिंह यादव भी प्रदर्शनकारियों के साथ बायपास हाईवे पर पहुंच गया। बुजुर्ग किसान प्रदर्शनकारियों के साथ मौजूद था। जब पुलिस ने प्रदर्शन कारियों को हाईवे से खदेड़ना चाहा तो बुजुर्ग किसान सड़क पर गिर गया और जोर-जोर से रोने लगा।
किसान की ऐसी हालत देखकर पुलिस व अन्य प्रदर्शनकारियों की नजर उस पर पड़ी। किसान ने रोते-रोते बताया कि वो पिछले दस दिन से परेशान है उसे खाद नहीं मिल रहा है। उसके पास थोड़ी सी जमीन है। यद्पि समय रहते बुवाई नहीं कर सका तो साल भर तक उसके सामने खाने के लाले पड़ जाएंगे। यह बात सुनकर देहात थाना पुलिस ने किसान को सांत्वना दी और पानी पिलाते हुए खाद दिलाए जाने का भरोसा दिया। इसके बाद बुजुर्ग किसान शांत हुआ। इसके बाद देहात थाना पुलिस ने विरोध-प्रदर्शन करने वाले किसानों को बायपास से हटाते हुए जाम को खुलवाया।