राजस्थान सरकार में प्रमुख सचिव (सीएस) निरंजन कुमार आर्य इसी महीने सेवानिवृत्त हो जाएंगे। उनके एक्सटेंशन के लिए दिल्ली तक प्रयास नहीं किए तो सीनियॉरिटी या सरकार की पसंद से इस महीने के अंत तक नया प्रमुख सचिव बनाया जाएगा। इतिहास में पहली बार है कि सीनियॉरिटी में पहले 5 आईएएस अफसरों में 3 महिलाएं सीएस की दौड़ में हैं। सबसे आगे 9 साल से दिल्ली में सेंट्रल डेपुटेड उषा शर्मा हैं। पिछली बार हालांकि गहलोत सरकार ने परंपरा तोड़ दी थी। 1989 बैच के आईएएस निरंजन आर्य को उनसे 10 सीनियर मौजूद होने के बावजूद 1 नवंबर 2020 को सीएस बनाया गया था, जबकि उषा शर्मा 1985 बैच की आईएएस अफसर हैं। पहले 5 सीनियर आईएएस रविशंकर श्रीवास्तव, उषा शर्मा, नीलकमल दरबारी, वीनू गुप्ता और सुबोध अग्रवाल हैं। एक ही महिला आईएएस चीफ सेक्रेटरी रही हैं सरकार ने अपने चहेते आईएएस को ही सीएस बनाने की परंपरा अपनाई तो 1990 बैच तक के 13 आईएएस में से किसी को भी बना सकते हैं। इनमें वी श्री निवास, पवन कुमार गोयल, वी श्रीनिवास, शुभ्रासिंह, रोहित कुमार सिंह, राजेश्वरसिंह, संजय मल्होत्रा, आर वेंकटेश्वरन भी शामिल हैं। 70 साल के इतिहास में राजस्थान में एक ही महिला आईएएस कुशलसिंह 2009 में फरवरी से अक्टूबर तक चीफ सेक्रेटरी के पद पर रही हैं। गोयल, शुभ्रा व राजेश्वर भी हैं दौड़ में उषा शर्मा : 1985 बैच की आईएएस हैं। महिला सीनियॉरिटी में सबसे पहले नाम हैं। वे सीएस बनीं तो जून 2023 तक इस पद पर रहेंगी। 9 साल से डेपुटेशन पर हैं। अभी दिल्ली में यूथ अफेयर्स विभाग में सचिव हैं। वीनू गुप्ता : वीनू गुप्ता 1987 बैच की है। तेज तर्रार महिला आईएएस मानी जाती हैं। अभी पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड चेयरमैन पद पर है। वे दिसंबर 2023 में रिटायर होंगी। कई विभागों का लंबा अनुभव है। नीलकमल दरबारी : नीलकमल दरबारी तीसरी सबसे सीनियर महिला आईएएस हैं। 1987 बैच की हैं और दिल्ली में एमडी लघु किसान एवं एग्रो बिजनिस कंसोर्टियम के पद पर कार्यरत हैं। सुबोध अग्रवाल: 1988 बैच के आईएएस हैं सुबोध अग्रवाल। वे दिसंबर 2025 में रिटायर होंगे। वे अभी माइंस एंड पेट्रोलियम विभाग के एसीएस हैं। रवि शंकर श्रीवास्तव: वैसे रविशंकर श्रीवास्तव सबसे सीनियर हैं। लेकिन अधिकांश उनको सचिवालय के बाहर रखा गया है। अभी इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान के डीजी हैं। वे इसी साल सितंबर में रिटायर होंगे। क्या होगा आर्य का : यदि एक्सटेंशन नहीं मिला तो निरंजन आर्य को सरकार आरपीएससी चेयरमैन या अन्य राजनीतिक पद दे सकती है। आरपीएससी मुखिया का पद दिसंबर से खाली पड़ा है, लेकिन वहां आर्य की पत्नी पहले से ही सदस्य हैं। आर्य बने तो उनकी पत्नी को हटाना पड़ेगा।

राजस्थान सरकार में प्रमुख सचिव (सीएस) निरंजन कुमार आर्य इसी महीने सेवानिवृत्त हो जाएंगे। उनके एक्सटेंशन के लिए दिल्ली तक प्रयास नहीं किए तो सीनियॉरिटी या सरकार की पसंद से इस महीने के अंत तक नया प्रमुख सचिव बनाया जाएगा। इतिहास में पहली बार है कि सीनियॉरिटी में पहले 5 आईएएस अफसरों में 3 महिलाएं सीएस की दौड़ में हैं। सबसे आगे 9 साल से दिल्ली में सेंट्रल डेपुटेड उषा शर्मा हैं।

पिछली बार हालांकि गहलोत सरकार ने परंपरा तोड़ दी थी। 1989 बैच के आईएएस निरंजन आर्य को उनसे 10 सीनियर मौजूद होने के बावजूद 1 नवंबर 2020 को सीएस बनाया गया था, जबकि उषा शर्मा 1985 बैच की आईएएस अफसर हैं। पहले 5 सीनियर आईएएस रविशंकर श्रीवास्तव, उषा शर्मा, नीलकमल दरबारी, वीनू गुप्ता और सुबोध अग्रवाल हैं।

एक ही महिला आईएएस चीफ सेक्रेटरी रही हैं
सरकार ने अपने चहेते आईएएस को ही सीएस बनाने की परंपरा अपनाई तो 1990 बैच तक के 13 आईएएस में से किसी को भी बना सकते हैं। इनमें वी श्री निवास, पवन कुमार गोयल, वी श्रीनिवास, शुभ्रासिंह, रोहित कुमार सिंह, राजेश्वरसिंह, संजय मल्होत्रा, आर वेंकटेश्वरन भी शामिल हैं। 70 साल के इतिहास में राजस्थान में एक ही महिला आईएएस कुशलसिंह 2009 में फरवरी से अक्टूबर तक चीफ सेक्रेटरी के पद पर रही हैं।

गोयल, शुभ्रा व राजेश्वर भी हैं दौड़ में
उषा शर्मा :
 1985 बैच की आईएएस हैं। महिला सीनियॉरिटी में सबसे पहले नाम हैं। वे सीएस बनीं तो जून 2023 तक इस पद पर रहेंगी। 9 साल से डेपुटेशन पर हैं। अभी दिल्ली में यूथ अफेयर्स विभाग में सचिव हैं।

वीनू गुप्ता : वीनू गुप्ता 1987 बैच की है। तेज तर्रार महिला आईएएस मानी जाती हैं। अभी पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड चेयरमैन पद पर है। वे दिसंबर 2023 में रिटायर होंगी। कई विभागों का लंबा अनुभव है।

नीलकमल दरबारी : नीलकमल दरबारी तीसरी सबसे सीनियर महिला आईएएस हैं। 1987 बैच की हैं और दिल्ली में एमडी लघु किसान एवं एग्रो बिजनिस कंसोर्टियम के पद पर कार्यरत हैं।

सुबोध अग्रवाल: 1988 बैच के आईएएस हैं सुबोध अग्रवाल। वे दिसंबर 2025 में रिटायर होंगे। वे अभी माइंस एंड पेट्रोलियम विभाग के एसीएस हैं।

रवि शंकर श्रीवास्तव: वैसे रविशंकर श्रीवास्तव सबसे सीनियर हैं। लेकिन अधिकांश उनको सचिवालय के बाहर रखा गया है। अभी इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान के डीजी हैं। वे इसी साल सितंबर में रिटायर होंगे।

क्या होगा आर्य का : यदि एक्सटेंशन नहीं मिला तो निरंजन आर्य को सरकार आरपीएससी चेयरमैन या अन्य राजनीतिक पद दे सकती है। आरपीएससी मुखिया का पद दिसंबर से खाली पड़ा है, लेकिन वहां आर्य की पत्नी पहले से ही सदस्य हैं। आर्य बने तो उनकी पत्नी को हटाना पड़ेगा।

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