अपने गढ़ में शिवपाल अकेले ……

जसवंतनगर में शक्ति प्रदर्शन को पहुंचे चाचा, भतीजे अखिलेश नहीं आए…..

यूपी में 2022 विधानसभा चुनाव से पहले सपा-प्रसपा में हुए गठबंधन के बाद अभी तक अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव एक साथ मंच पर नहीं दिखाई दिए हैं। आज कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश इटावा में चाचा शिवपाल के कार्यक्रम में साथ में मंच साझा करेंगे, लेकिन यहां भी चाचा अकेले अपने बेटे आदित्य यादव के साथ नजर आए।

सपा नेताओं को मिला था न्यौता

बता दें कि आज प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर के ताखा ब्लॉक में प्रसपा का कार्यक्रम आयोजित किया है। इस कार्यक्रम में जिले के समाजवादी पार्टी के नेताओं को भी आने का न्यौता दिया गया था। विधानसभा क्षेत्र में कई जगह प्रसपा-सपा के साथ-साथ पोस्टर लगाए गए थे। मुलायम, शिवपाल और अखिलेश की साथ-साथ फोटो लगाई गई थी।

कार्यक्रम में सपा-प्रसपा के साथ में झंडे लगाए गए थे।
कार्यक्रम में सपा-प्रसपा के साथ में झंडे लगाए गए थे।

मंच पर मायूस दिखे शिवपाल यादव

शिवपाल यादव यह उम्मीद लगाए बैठे थे कि शायद अखिलेश उनके कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, लेकिन अखिलेश को छोड़िए, जनसभा स्थल पर एक भी सपा नेता नहीं दिखाई दिया। सिर्फ 20 से 25 हजार प्रसपा कार्यकर्ता कार्यक्रम में पहुंच थे। सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के न पहुंचने से शिवपाल भी मायूस दिखाई दिए। उनको लगा था कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में सपा को अपनी ताकत का एहसास कराएंगे। ताकि गठबंधन में अधिक से अधिक सीटों पर बात बन सके।

मंच पर शिवपाल यादव का स्वागत करते प्रसपा नेता।
मंच पर शिवपाल यादव का स्वागत करते प्रसपा नेता।

16 दिसंबर को अखिलेश ने शिवपाल से की थी मुलाकात

बता दें कि अखिलेश यादव बीते साल 16 दिसंबर को चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात करने लखनऊ स्थित उनके आवास पर पहुंचे थे। करीब 45 मिनट लंबी चली मुलाकात के बाद सपा और प्रसपा के बीच गठबंधन तय हो गया था। मुलाकात के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके बताया था कि दोनों ही पार्टियों के बीच गठबंधन तय हो गया है। उन्होंने लिखा कि, प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई। क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है।

मुलायम, शिवपाल, अखिलेश और आदित्य यादव के साथ-साथ पोस्टर लगाए गए थे।
मुलायम, शिवपाल, अखिलेश और आदित्य यादव के साथ-साथ पोस्टर लगाए गए थे।

अभी तक साथ दिखाई नहीं दिए चाचा-भतीजा
हालांकि शिवपाल यादव शुरू से ही सभी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने और पार्टी विलय करने की बात करते रहे थे। उन्होंने सपा से गठबंधन का संदेश भी कई बार पहुंचाया था। अखिलेश ने भी विभिन्न मौकों पर कहा कि वह सरकार बनने पर चाचा और उनके सहयोगियों का पूरा सम्मान रखेंगे। हालांकि गठबंधन के करीब एक महीने होने जा रहे हैं, लेकिन अभी तक दोनों साथ में नहीं दिखाई दिए।

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