यूपी में चुनाव कैसे और किसका?

चुनाव की घोषणा के दिन यूपी में रिकॉर्ड 6411 नए केस, 6 की मौत: एक्टिव केस 18 हजार के पार…..

उत्तर प्रदेश में कोरोना विस्फोटक स्थिति में पहुंच चुका है। शनिवार को यूपी में कोरोना के सबसे ज्यादा 6 हजार 411 नए मामले सामने आए हैं। एक्टिव केस 18 हजार 551 हो गया है। 8 दिन में कोरोना के केस 16 गुना तक बढ़ गए हैं। इस बीच शुक्रवार को कोरोना से 6 लोगों ने दम तोड़ दिया।

हालात खतरनाक हैं, मगर सुकून की बात ये है कि संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर अभी बहुत नीचे है। 7 जनवरी के आंकड़े बताते हैं कि अभी राज्य में सिर्फ 368 मरीज ही अस्पतालों में भर्ती हैं। यानी, सिर्फ 2.9% मरीज ही अस्पताल में हैं।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान राज्य में हॉस्पिटलाइजेशन की दर 9% तक पहुंच गई थी। दूसरी सुकून की बात ये है कि राज्य स्वास्थ्य विभाग का पोर्टल बताता है राज्य के 98% अस्पतालों में बेड खाली पड़े हैं। राजधानी लखनऊ में उपलब्ध बेड में से सिर्फ 2 ही उपयोग में हैं, बाकी खाली पड़े हैं।

7 करोड़ से ज्यादा को लगी वैक्सीन

उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि शनिवार को 2 लाख 20 हजार 496 सैंपल की जांच की गई। 171 लोग डिस्चार्ज किए गए हैं। पॉजिटिविटी दर 2.91 प्रतिशत है।

उन्होंने बताया कि देश में कोविड की 18 लाख 83 हजार 107 डोज लगाई गई। इसमें से 4 लाख 85 हजार 490 डोज़ 15-18 साल के बच्चों को लगाई गई। 18 साल से ऊपर के व्यक्तियों को अब तक 13 करोड़ 11 लाख 71 हजार 604 वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई है। जबकि 7 करोड़ 77 लाख 2 हजार 415 लोग वैक्सीन की दूसरी डोज़ भी ले चुके हैं।

टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 1.83%, रिकवरी रेट 98%

राज्य में अभी टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 1.83% बनी हुई है। रिकवरी रेट 98% पर है। इसमें 1 जनवरी के मुकाबले मामूली गिरावट आई है। 1 जनवरी को रिकवरी रेट 98.6% थी।

एक्टिव केस बढ़े, मगर ज्यादातर होम आइसोलेशन में

विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के ज्यादातर संक्रमितों में लक्षण नहीं दिखते हैं। ऐसे मरीजों को अभी होम आइसोलेशन में ही रखा जा रहा है। राज्य में 7 दिसंबर को एक्टिव केस तो 12327 थे, मगर इनमें से 11959 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। यानी, सिर्फ 368 मरीज ही फिलहाल अस्पताल में हैं।

राजधानी में सिर्फ 2 बेड पर ही मरीज

पोर्टल में राजधानी में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति काफी ठीक बता रहे हैं।
पोर्टल में राजधानी में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति काफी ठीक बता रहे हैं।

स्वास्थ्य निदेशालय के पोर्टल के मुताबिक राजधानी लखनऊ में कोविड बेड उपलब्ध कराने वाले 36 अस्पतालों में से सिर्फ दो अस्पतालों में एक-एक बेड पर ही मरीज हैं। बाकी बेड खाली पड़े हैं। सबसे बड़े दो अस्पतालों बलरामपुर हॉस्पिटल (320 बेड) और इरा मेडिकल कॉलेज (400 बेड) में सभी बेड खाली हैं।

औरैया में नवजात की मौत

यूपी में तीसरी लहर में कोरोना से पहली नवजात की मौत औरैया में हुई है। 10 दिन पहले ही उसका जन्म हुआ था। बच्ची के फेफड़े में ज्यादा इंफेक्शन था। बच्ची की मां की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है। प्रसव पीड़ा होने पर महिला को सैफई ले जाया गया था। जन्म के 10वें दिन शनिवार देर रात बच्ची की मौत हो गई।

वहीं, प्रयागराज में भी एक वृद्धा की मौत हो गई है। महिला की उम्र 65 साल थी। वह घर में आग लगने से झुलस गई थी। हॉस्पिटल ले जाने पर डॉक्टरों ने उनका कोरोना टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। डॉक्टर ने बताया कि महिला करीब 50 प्रतिशत झुलस गई थी। SRN अस्पताल के ICU में उनका इलाज चल रहा था।

लखनऊ में कई सोसाइटी सील

ओमेक्स सोसाइट के लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। साथ ही बाहर से आने वालों पर पाबंदी लगा दी गई है।
ओमेक्स सोसाइट के लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। साथ ही बाहर से आने वालों पर पाबंदी लगा दी गई है।

कोरोना केस मिलने के बाद लखनऊ में कई सोसाइटी सील कर दी गईं। ओमेक्स समेत कई बिल्डिंग्स में कोरोना के मरीज मिले हैं, जिसके बाद ऐसी सोसाइटियों को सील किया गया है। आसपास सैनेटाइज कराया गया।

नोएडा-गाजियाबाद में 24 घंटे में कोरोना के 1824 केस

गाजियाबाद में पिछले 24 घंटे के भीतर 683 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं।

गाजियाबाद में पिछले 24 घंटे के भीतर 683 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। यहां एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 2428 हो गई है। नोएडा में 1141 नए मरीज मिले हैं। अब यहां एक्टिव केस 3527 हो गए हैं।

यूपी में कोरोना के केस तेजी से डबल हो रहे हैं। शुक्रवार को राज्य में कोविड के 4,228 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है। एक दिन में 2,19,256 सैंपल की जांच हुई है।

आगरा में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 472 पहुंच गई है। फिर भी, यहां लापरवाही देखी जा रही है। ताजमहल पर पर्यटकों की भीड़ कोरोना बढ़ाने में खतरनाक साबित हो रही है।

कोरोना LIVE अपडेट्स

  • गाजियाबाद में नगर निगम के 4 कर्मचारी संक्रमित मिले हैं। इसके बाद नगर निगम में बिना मास्क के एंट्री पर रोक लगा दी गई है।
  • मेरठ में पिछले 4 दिनों में कोरोना से 3 बुजुर्गों की मौत हो चुकी है। तीनों मरीज वो थे जिन्हें वैक्सीन लग चुकी थी।
  • गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाने को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। यहां कुछ पुलिसवाले भी संक्रमित मिले हैं।
लखनऊ में बड़ी बिल्डिंग्स में कोरोना मरीज पाए जाने के बाद सोसाइटी को सील किया जा रहा है। ऐसी कई सोसाइटी में कार्रवाई चल रही है।
लखनऊ में बड़ी बिल्डिंग्स में कोरोना मरीज पाए जाने के बाद सोसाइटी को सील किया जा रहा है। ऐसी कई सोसाइटी में कार्रवाई चल रही है।

तीसरी लहर में तेजी से फैल रहा संक्रमण
यूपी में कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर से 8 गुना ज्यादा तेज है। दूसरी लहर में यूपी में पिछले साल 23 मार्च को 334 केस आए थे, जो 30 मार्च को बढ़कर 918 तक पहुंच गए। इस बार तीसरी लहर में 1 जनवरी को कोरोना के 383 से 7 जनवरी को 4228 केस हो गए हैं। यानी, पिछले 7 दिनों में कोरोना के केस राज्य में 11 गुना बढ़े हैं। दूसरी लहर में एक हफ्ते में कोरोना के केस 3 गुना बढ़े थे।

यूपी में 21 करोड़ पहुंचा वैक्सीनेशन
राज्य में अब तक 21 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग गई है। इनमें से 13 करोड़ 27 लाख 22 हजार 665 को पहली डोज लगी है। 7 करोड़ 75 लाख 61 हजार 884 को दोनों डोज लग चुकी है। शुक्रवार को प्रदेश में 18 हजार 160 केंद्र पर वैक्सीन की डोज लगाई गई।

कानपुर में कोरोना के बीच BJP का वैश्य सम्मेलन

निराला नगर रेलवे ग्राउंड में बारिश और बूंदाबांदी के बाद भी कार्यक्रम शुरू।
निराला नगर रेलवे ग्राउंड में बारिश और बूंदाबांदी के बाद भी कार्यक्रम शुरू।

कोरोना केस भले ही तेजी से बढ़ रहे, लेकिन BJP नियमों को दरकिनार कर रही है। कानपुर के निराला नगर रेलवे ग्राउंड में शनिवार को यूपी के वैश्य समाज को साधने के लिए आगाज-22 सम्मेलन कर रही है। BJP पदाधिकारियों का दावा है कि इसमें 75 जिलों से एक लाख से ज्यादा वैश्य समाज के व्यापारी शामिल होंगे। कार्यक्रम के आयोजन की कमान कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी को दी गई है।

इस सम्मेलन से वह प्रदेश भर के वैश्य समाज के वोटरों को साधने का प्रयास कर रहे हैं। कोरोना को देखते हुए आसपास के लोगों का कहना है कि रैली में भले ही BJP लाखों की भीड़ जुटा ले, लेकिन कोरोना के नियमों का सरकार पालन कैसे कराएगी…? यह भाजपा के लिए चुनौती और बड़ा सवाल भी है।

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