बाराबंकी में रेलवे स्टेशन के पास 5 टाइमर बम मिले …
टिक-टिक की आवाज आ रही थी, ट्रेनों को रोका गया; लखनऊ से महज 20 किमी की दूरी; ATS मौके पर पहुंची….
बाराबंकी से बड़ी खबर है। यहां सफेदाबाद रेलवे स्टेशन के पास 5 टाइमर बम मिले हैं। एक बम में डिजिटल वॉच लगी हुई है। राजधानी लखनऊ से महज 20 किमी दूर यह बम मिलने से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लखनऊ से बम स्कवॉयड टीम और एंटी टेरेरिस्ट स्कवॉयड (ATS) मौके पर पहुंच गई है।
जहां बम मिले हैं, उस जगह की घेराबंदी करके सील कर दिया गया है। आसपास से लोगों को हटा दिया गया है। किसी भी व्यक्ति को वहां जाने नहीं दिया जा रहा है। रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों को भी कुछ देर के लिए रोक दिया गया। बम को डिफ्यूज कर दिया गया है। उसके सैंपल को लैब में जांच के लिए भेजा जा रहा है। एसपी सिटी समेत सभी सीनियर पुलिस अफसर मौके पर है।
रेलवे स्टेशन से 500 मीटर दूर मिले बम
शनिवार दोपहर को सफेदाबाद रेलवे स्टेशन से पीछे की तरफ 500 मीटर दूर लोगों को यह बम नजर आए। इनकी साइज ईंट से कुछ छोटी थी। सबसे पहले वहां से गुजर रहे ग्रामीणों की नजर इन बम पर पड़ी। वह कुछ समझ नहीं पाए। लेकिन बाद में ध्यान से सुना तो इनसे टिक-टिक की आवाज आ रही थी। इसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत 112 पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुछ बम जमीन के अंदर गड़े हुए थे, जबकि एक दो बाहर पड़े थे। देखने से ऐसा लग रहा था कि जैसे कोइ इनको यहां छिपाने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, बाद में वह डर के मारे या किस अन्य कारण से इन्हें इसी तरह से छोड़कर भाग गया है। बम में डिजिटल वॉच की तरह से दिखने वाला टाइमर लगा हुआ था।
सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए
एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि गांव के एक युवक ने पुलिस को बताया कि यहां बम जैसी चीज है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बम निरोधक दस्ता और एटीएस कमांडो मौके पर पहुंचे। रिस्क को खत्म करने के लिए उस वस्तु को टीम ने नष्ट किया है। जो सैंपल मौके पर मिले हैं उनको लैब भेजा रहा है। ताकि यह क्या है यह पता चल सके। जैसे ही सैंपल की रिपोर्ट आएगी, उसे बताया जाएगा। जांच के बाद ही यह बताया जा सकेगा कि यह टाइमर बम है या कुछ और।
लखनऊ से 20 किमी की दूरी?
लखनऊ से पहुंचे बम स्कवॉयड की टीम बम को डिफ्यूज करने का प्रोसेस कर रही है। अब तक इस पूरे मामले में पुलिस के सीनियर अफसर ने कुछ भी नहीं बताया है। जहां बम मिले हैं उससे लखनऊ की दूरी महज 20 किमी है। पहले गोरखनाथ मंदिर पर हमला और फिर अब लखनऊ के पास संदिग्ध टाइमर बम मिलने से हड़कंप मच गया।
सवाल यह भी है कि क्या लखनऊ को दहलाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाना था? या फिर किसी और काम के लिए इनको इस्तेमाल किया जाना था? इस बारे में अब तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है।