पट्टे मिले:लंबे इंतजार के बाद भी 2 फीसदी को पट्टे, अगले विधानसभा चुनाव से पहले इसको लेकर अभियान चलेगा
सरकारी अफसरों के कारण गरीब भूमिहीनों को उनके कब्जे वाली जमीन पर पट्टा देने की धारणाधिकार स्कीम फ्लाप हो गई है। पिछले लगभग दो साल में दो फीसदी को इस स्कीम का लाभ मिला है जबकि 30 फीसदी के आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए हैं। एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी अफसरों से कहा कि वे पट्टा देने के काम को गति दें। इससे लगता है कि अगले विधानसभा चुनाव से पहले इसको लेकर अभियान चलेगा।
जिले में 11 अक्टूबर की स्थिति में 20 हजार 985 आवेदन ऑनलाइन जमा हो चुके हैं, इनमें से 20 हजार 802 जांच के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को भेजे गए। जिला प्रशासन द्वारा तैयार की जाने वाली दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक जमा हुए आवेदनों में से सिर्फ 2 फीसदी अर्थात 400 आवेदकों को पट्टे स्वीकृत हुए हैं। इनमें से वितरण आधे को हुआ है।बाकी रहे आवेदनों में से 7 हजार 185 आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए हैं। यह संख्या कुल जमा हुए आवेदनों की तुलना में 30 फीसदी है। इनके रिजेक्ट होने के कारण कई हैं, जैसे वर्ष 2014 के बाद का कब्जा, आम रास्ते, पार्क या फिर स्कीम में प्रतिबंधित क्षेत्र में मकान-दुकान होना है।