कैंसर से जूझ रहे पुतिन, यूक्रेन से जंग के बीच बीमार हुए रूसी राष्ट्रपति? रिपोर्ट से मचा हड़कंप

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की कुछ तस्वीरें ऑनलाइन सामने आई हैं, जिसमें उनके हाथ पर काला निशान देखा गया है। ऐसे में दुनिया भर में उनकी सेहत को लेकर एक बार फिर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेहत एक बार फिर दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, पुतिन की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें उनके हाथ पर अजीब तरह के निशान देखे गए हैं। ब्रिटेन स्थित एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन के हाथों पर अजीब निशान और रंग दिखाती तस्वीरें ऑनलाइन जारी हुई हैं।

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पुतिन की इन तस्वीरों को लेकर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि यह एक अंतःशिरा (IV) ट्रैक मार्क यानी नसों में लगी ड्रिप का निशान है। रिटायर्ड ब्रिटिश सेना अधिकारी और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य रिचर्ड डैनट ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम के दौरान पुतिन की सेहत को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि इस बारे में चर्चा करना जरूरी है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ठीक हैं या नहीं।

‘अन्य हिस्सों में इंजेक्शन नहीं लेने का संकेत’

डैनट ने बताया, “लोग जानने के लिए उत्सकुक दिख रहे हैं कि पुतिन के हाथ ऊपर काफी काले दिख रहे हैं, जो शरीर के अन्य हिस्सों में इंजेक्शन नहीं लेने का संकेत है।” उन्होंने कहा, “यह ध्यान देना दिलचस्प है कि क्या वह उतने ही फिट हैं, जितना वे दिखावा करते हैं। यह एक दिलचस्प मामला है जिस पर नजर रखी जा सकती है।”

‘पुतिन कैंसर जैसी घातक बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं

कुछ महीने पहले एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट ने यह भी सुझाव दिया था कि व्लादिमीर पुतिन कैंसर जैसी घातक बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं। व्लादिमीर पुतिन पिछले महीने 70 साल के हो गए। उनके जन्मदिन पर उनकी सेहत के लिए खूब प्रार्थनाएं हुई थीं। इस समय पुतिन यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग में भारी नुकसान के बीच अपने शासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहे हैं।

यूक्रेन पर हमले के बाद सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहे पुतिन

पुतिन साल 1999 के अंत में रूसी संसद के सर्वोच्च पद पर काबिज हुए थे और यूक्रेन पर हमले के बाद उन्हें अब तक की सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। 1962 के क्यूबा के मिसाइल संकट के बाद यह रूस का पश्चिमी देशों के साथ सबसे बड़ा तनाव है।

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