भिंड में आर्यन हत्याकांड का खुलासा:6 आरोपी पकड़े …
फिरौती वसूलने के लिए स्कूल संचालक ने बालक को बंधक बनाया, फिर किया मर्डर ..
भिंड में बहुचर्चित 11 वर्षीय आर्यन शर्मा हत्याकांड का आखिरकार खुलासा हो गया। बालक आर्यन की हत्याकांड में छह लोगों को पुलिस ने दबोच लिया है। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी का मददगार कथित पत्रकार भी पकड़ा गया। हत्याकांड में मुख्य आरोपी एक स्कूल संचालक है जोकि कर्ज चुकाने के फेर में जुर्म कर बैठा। वो आर्यन के परिवार का काफी नजदीकी व्यक्ति था। आरोपी ने चोकलेट का लालच देकर बालक को स्कूल के अंदर बुलाया। इसी दौरान उसने बालक के साथ खेलने की बात कहते हुए उसके हाथ पैर बांधे और वीडियो बनाते हुए चिल्लाने की बात कही। जब काफी देर तक आर्यन का परिवार वालों को पता नहीं लगा। इधर पुलिस व मोहल्ले वाले सक्रिय हो गए। तभी पकड़े जाने के डर से उसने हत्या कर दी।
ऊपर बाएं से मुख्य आरोपी पवन, दीपू, शैलू, मधुर, विश्राम और सबसे नीचे दाएं तरफ धीरज।
24 घंटे में सुलझाई मर्डर की गुत्थी
भिंड एसपी शैलेन्द्र सिंह ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि श्रीराम नगर के चंदनपुरा में रहने वाले धीरेन्द्र शर्मा के 11 साल के बेटे आर्यन की हत्या के आरोप में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी पवन शर्मा नाम का शख्स है जो कि एक स्कूल संचालक है। पुलिस ने आरोपी के 5 अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है। शुरुआती तफ्तीश में आरोपी पवन ने बताया है कि उसके ऊपर काफी कर्ज हो गया था और इसी कर्ज को चुकाने के लिए उसने आर्यन को किडनैप कर फिरौती मांगने की साजिश रची। वो घर के बाहर खेल रहे आर्यन को चॉकलेट देने के बहाने पास के ही स्कूल में ले गया जहां खेल खेलने की बात कहते हुए उसके हाथ पैर बांध दिए और चिल्लाने की बात कहते हुए वीडियो बनाए थे। लेकिन स्कूल संचालक को कुछ देर बाद ही इस बात का शक हुआ कि क्योंकि आर्यन उसे जानता था इसलिए वो फंस जाएगा तो उसने उसकी गला रेतकर हत्या कर दी थी।
रात 2 बजे स्कूल की छत से खाली प्लॉट में फेंका था शव
जब इस बात की जानकारी लगते ही वे आराेपी की मदद करते है। मंगल-बुधवार की रात करीब दो बजे आरोपी व उसके मददगार बच्चे शव को स्कूल की छत से खाली प्लॉट में फेंकते हैं। इसके बाद शव को पुलिस व मोहल्ले वालों की सक्रियता से उठा नहीं पाते। सुबह शव मिलने के बाद जब पुलिस स्कूल का गेट खुलवाती है। स्कूल की छत पर पुलिस को ब्लड के कुछ दाग दिखते है। इसके बाद पुलिस स्कूल संचालक को उठा लेती है। इसके बाद पुलिस जब पूरे मामले में सख्ती से पूछताछ करती है तो आरोपी अपराध किया जाना स्वीकार कर लेता है। आरोपी के बताए जाने के बाद सहयोगी भी पुलिस दबोच लेती है। इस हत्याकांड के खुलासे में देहात थाना प्रभारी विनोद सिंह कुशवाह व उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही।
हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी
- – पवन उर्फ बालकृष्ण शर्मा पुत्र राधेश्याम निवासी अटेर रोड। ये मुख्य आरोपी है।
- – शैलेष पुत्र शैलू बोहरे निवासी वीरसेन फार्म अटेर रोड। ये पवन का साला है।
- – दीपू बोहरे निवासी वीरसेन फार्म अटेर रोड। ये भी पवन का साला है।
- – मधुर कटारे निवासी वीरेंद्र नगर। ये कथित पत्रकार है। जोकि पुलिस की निगरानी करके आरोपियों को बता रहा था।
- – विश्राम शर्मा निवासी मातादीन का पुरा। ये लाश ठिकाने में मददकर रहा था।
- – धीरज कांकर निवासी वीरेंद्र नगर। ये भी आरोपियों का सहयोगी बना।