पुलिस जांच पर सवाल! रेप के जिस आरोपी को क्लीनचिट दे लगा दी खात्मा रिपोर्ट, अब DNA जांच आई पॉजिटिव
ग्वालियर में पुलिस की जांच में लापरवाही का एक और नया मामला सामने आया है। 60 वर्षीय महिला से दुष्कर्म के जिस आरोपी को पुलिस ने क्लीनचिट देकर मामले में खात्मा रिपोर्ट लगा दी थी अब उसकी DNA रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जांच पर सवाल उठे हैं। अब कोर्ट ने इस खात्मा रिपोर्ट को खारिज कर दिया है।
इस मामले के बाद फिर पुलिस की जांच पर सवाल उठे हैं। बुजुर्ग महिला से दुष्कर्म के इस मामले में दो आरोपी थे। मुख्य आरोपी को सिर्फ लोकेशन के आधार पर पुलिस ने जांच में बाहर कर खात्मा रिपोर्ट लगाई थी। पर अब कोर्ट ने यह खात्मा रिपोर्ट खारिज कर दी है।
यह है पूरा मामला
शहर के आपागंज गली नंबर-4 निवासी 60 वर्षीय कजरी बाई (बदला हुआ नाम) एक हलवाई के यहां पूड़ी बेलने का काम करती है। महिला ने 24 मार्च 2021 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि हलवाई दिलीप पाल व उसके सहयोगी भरत कुमार ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस को लिखाई रिपोर्ट में ये भी बताया कि दिलीप ने उस पर बटन वाले चाकू से हमला किया और जान से मारने के लिए गाड़ी ऊपर चढ़ा दी थी। इस मामले में FIR दर्ज करने के बाद पुलिस ने दिलीप को 24 मार्च और भरत को 28 मार्च को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में अपने बचाव में आरोपी दिलीप ने पुलिस को बताया कि वह घटना के समय वह रेलवे कॉलोनी में एक कार्यक्रम में था। पुलिस ने जब आरोपी के मोबाइल नंबर की CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) खंगाली तो मोबाइल लोकेशन रेलवे कॉलोनी और आसपास के क्षेत्र की मिली। जो घटना स्थल बताया गया था वहां उसकी उपस्थिति नहीं दिखी। इसी को आधार बनाकर पुलिस ने न्यायालय में दिलीप पाल के प्रकरण में खात्मा रिपोर्ट प्रस्तुत की, लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया।
जांच के लिए DNA सैंपल भेजा, रिपोर्ट आई पॉजिटिव
जब कोर्ट ने खात्मा रिपोर्ट स्वीकार नहीं की तो पुलिस ने आरोपी दिलीप का DNA टेस्ट कराकर सैंपल जांच के लिए भेजा था। अब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पुलिस ने इस रिपोर्ट से कोर्ट को अवगत कराया है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने से आरोपी घटना सम्मिलित होने के पुख्ता सबूत मिल गए हैं। जिसके बाद एक बार फिर पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस ने आरोपी की शिनाख्त परेड नहीं कराई
24 मार्च को एसआई कृष्णा गर्ग ने जब पूछताछ की तो पीड़िता ने दिलीप पाल उर्फ कल्लू का नाम बताया, लेकिन न्यायालय में दिए कथन में बताया कि घबराहट में आकर उसने कल्लू का नाम लिखा दिया था । इस मामले में एक खास बात ये भी रही कि पुलिस ने आरोपी की शिनाख्त परेड भी नहीं कराई थी।