इंदौर । नई शराब नीति में आहतों को बंद करने के शासन के निर्णय का सीधा असर शराब दुकानों पर दिखाई दिया। जिले की कुल 64 मदिरा समूहों में से 25 समूहों की दुकानों के लाइसेंस रिन्यू नहीं हुए हैं। अब आबकारी विभाग ने इसके लाटरी के माध्यम से आवंटन की तैयारी कर ली है। 10 मार्च को इसकी घोषणा की जाएगी।

जानकारी के अनुसार, पिछले साल इंदौर जिले की 64 समूहों की 173 दुकानें 1276 करोड़ रुपये में नीलाम हुई थी। इस साल 10 प्रतिशत राशि अधिक लेकर पुराने लाइसेंस को ही नवीनीकरण करने के लिए कहा गया था। इससे इंदौर जिले की सभी दुकानें करीब 1400 करोड़ के राजस्व में नीलाम करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन नवीनीकरण से बच गए 25 मदिरा एकल समूहों को अब लॉटरी के माध्यम से ठेका दिया जाएगा, जिसके लिए आवेदक 9 मार्च तक आवेदन पत्र ले सकेंगे। 10 मार्च को ठेके दे दिए जाएंगे।

दुकानदारों पर नई नीति का असर

आबकारी अधिकारियों के अनुसार, लाटरी आवेदन के माध्यम से निष्पादन 10 मार्च को किया जाएगा। हर समूह में करीब तीन दुकान होती हैं। इस तरह से जिले की करीब 75 दुकानों का लाइसेंस नवीनीकरण नहीं हुआ है। इधर, सूत्रों का कहना है कि आहते बंद होने से ही दुकानों के लाइसेंस नवीनीकरण नहीं करवाए गए हैं। नई नीति के आने के बाद से ही इस बात की आशंका व्यक्त की जा रही थी कि वर्तमान में दुकान चला रहे ठेकेदार या समूह अपनी दुकान का लाइसेंस नवीनीकरण नहीं करवाएंगे। इसके अलावा 18 दुकानें नए नियम में धर्म स्थल, अस्पताल और स्कूलों के पास होने से दूर शिफ्ट भी हो जाएंगी। इसकी तैयारी की जा रही है।