ग्वालियर – 20 मिनट में बिना कागज के झटपट लोन, यह लोन नहीं, धोखा है…!
एप से लोन ले रहे हैं तो रहें सावधान:20 मिनट में बिना कागज के झटपट लोन, यह लोन नहीं, धोखा है
क्या आप किसी लोन के जरिए सिर्फ 10 से 20 मिनट में बिना कागज के आसानी से लोन ले रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरुरत है। क्योंकि यह लोन नहीं है धोखा है। यह फेक लोन एप इंस्टेंट लोन देने के बाद कस्टमर की डिटेल हैक कर ले ते हैं इसके बाद उसी डिटेल का उपयोग कर उनको ठगते हैं।
पांच हजार रुपए का लोन लेने के बाद कई बार ब्लैकमेल होकर 40 से 50 हजार रुपए तक चुकाने पड़ते हैं। पिछले कुछ महीनों में ऐसी कई शिकायत पुलिस के साइबर सेल में पहुंची है। जिसको लेकर पुलिस एडवाइजरी भी जारी कर चुकी है।
ग्वालियर पुलिस की ओर से क्राइम ब्रांच ने फर्जी लोन एप से सावधान करने के लिए कुछ समय पहले एडवाइजरी जारी की थी। एडवाइजरी के अनुसार लोन एप्लिकेशन डाउनलोड करने के बाद सायबर ठग आपकी गोपनीय जानकारी और दस्तावेज हासिल कर वारदात को अंजाम देते हैं। डिजिटल क्रय विक्रय के बढ़ते चलन और ऑनलाइन लेनदेन के चलन के चलते साइबर ठग आम लोगों को आसानी से लोन देकर अपना शिकार बना रहे हैं। एडवाइजरी के माध्यम से अपील की गई है कि साइबर ठग फर्जी लोन एप्लिकेशन के जरिए लोगों की आवश्यक जानकारी और दस्तावेज जुटा लेते हैं। इसके बाद वे सबंधित की पर्सनल डिटेल को ब्लैकमेल कर निशाना बनाते हैं फिर उन्हें दिए गए इंस्टेंट लोन की चार गुना रकम वसूल करते हैं।
ऐसे करते है ठगी
कुछ समय में साइबर सेल में पहुंची शिकायतों के आधार पर लोन एप डाउनलोड करने वाले व्यक्ति जब इंस्टेंट लोन के लिए एप्लाई करता है तो एप से उसे छोटा लोन जैसे-5, 10 या 15 हजार रुपए का लोन देते हैं। पर उसके लिए सामने वाले के मोबाइल का पूरा एक्सेस ले लेते हैं। इससे उनके मोबाइल में जो भी कुछ होता है फोटो, VIDEO उनके पास वो डेटा आ जाता है। इसके बाद इसी पर्सनल डिटेल को एडिट कर वह ब्लैकमेल कर लोन से कई गुना कीमत वसूल करते हैं।
कुछ इस तरह के आए हैं हाल ही में मामले
केस-1
शहर की आरपी कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय राजेश चंदेल ने एक लोन एप के माध्यम से 15 हजार रुपए का लोन लिया था। उसे एक महीने तक कोई ब्याज भी नहीं भरना था। यदि वह एक महीने में रुपए एप में जमा नहीं कराता है तो ब्याज लगता। पर एप डाउनलोड कर उसके मोबाइल का एक्सेस लोन एप कंपनी पर चला गया। उसके मोबाइल गैलरी में उसकी महिला मित्र के साथ एक फोटो था। ठगों ने इसी फोटो को एडिट कर उसे ब्लैकमेल किया। इसके बाद उससे पहले पांच हजार रुपए मांगे थे जो जमा करने के बाद 15 हजार की डिमांड की गई। जिस पर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की।
केस-2
शहर के थाटीपुर गौरव कुमार ने कुछ दिन पहले 10 हजार रुपए का लोन, लोन एप्लीकेशन के माध्यम से लिया था। जब मोबाइल पर लोन एप डाउनलोड कर रहे थे तो कई सारे ऑप्शन पर क्लिक करते गए। जिससे उनकी पूरी पर्सनल डिटेल सामने वाले के पास पहुंच गई। उनके पास भी उनकी एक पर्सनल डिटेल को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया गया। पर उन्होंने समझदारी दिखाई और ठगों के सांसे में न फंसते हुए पुलिस तक सूचना दी।
ऐसे रहें सावधान
- लोन एप किसी भी हालत में डाउनलोड न करें
- ज्यादातर लोन एप फर्जी होते हैं
- लोन एप डाउनलोड से लेकर लोन देने से पहले कई तरह के जानकारी मांगते हैं यह नहीं दें
- अपने मोबाइल में कोई भी पर्सनल डिटेल व ऐसी सामग्री न रखें तो आपको परेशानी में डाले
पुलिस का कहना
एएसपी क्राइम राजेश दंडौतिया का कहना है कि कई ऐसे फर्जी लोन एप हैं जो छोटा लोन जैसे 5 हजार या 10 हजार रुपए आपको देकर आपकी डिटेल को हैक कर लेते हैं। इसके बाद उस डिटेल का उपयोग आपको ब्लैकमेल करने के लिए करते हैं। इसलिए ऐसे लोन एप से सावधान रहने की जरुरत है।