स्कूल संचालकों पर प्रशासन ने कसा शिकंजा ..!
एडमिशन के बदले 5 हजार का डोनेशन मांगा, परिजन की शिकायत पर 3 सदस्यीय टीम गठित की …
ग्वालियर में प्राइवेट स्कूलों पर अब प्रशासन का शिकंजा कसने जा रहा है, जिसके चलते स्कूलों में ओवर फीस और मनमाने डोनेशन के मामलों पर एक्शन लिया जाएगा। बता दें कि बीते कई दिनों से कलेक्ट्रेट में हो रही जनसुनवाई के दौरान स्कूलों द्वारा ओवर फीस और डोनेशन के नाम पर मनमानी वसूली करने की शिकायतें आ रही थी। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए ग्वालियर के जिला शिक्षा अधिकारी ने शासन के नियमानुसार 3 सदस्यीय टीम बनाई है। यह समिति स्कूलों की मनमानी से जुड़े हुए मामले में जांच करेगी और लापरवाही पाए जाने पर स्कूल संचालकों खिलाफ सख्त एक्शन लेगी।
आपको बता दें कि नियमानुसार किसी भी स्कूल द्वारा छात्र या उसके परिवार को किसी विशेष दुकान से यूनिफॉर्म या किताब खरीदने के लिए जबरदस्ती नहीं की जा सकती है। इसके अलावा कोई भी स्कूल सिर्फ 10% से कम फीस अपनी इच्छा हर साल अनुसार बढ़ा सकता है, इससे अधिक फीस बढ़ाने के लिए स्कूल संचालक को पूरी प्रक्रिया से गुजरना होगा, स्कूल सिर्फ नियमों के अंतर्गत ही फीस बढ़ा सकते हैं यदि कोई नियमो की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही होती है। गौरतलब है कि कलेक्टर की जनसुनवाई में एक परिवार ने शिकायत की थी कि वह अपने बच्चे का प्रवेश एक निजी स्कूल में करवाना चाहते हैं, लेकिन जब प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने वह स्कूल पहुंचे तो डोनेशन के नाम पर उनसे 5 हजार रुपये मांगे गए। इसी शिकायत के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निजी स्कूलों के खिलाफ एक सख्त एक्शन उठाया है।
जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार का कहना है कि कलेक्टर जनसुनवाई में एक बच्चे के परिजनों ने कलेक्ट्रेट को शिकायत कर बताया था कि वह अपने बच्चे को एक निजी स्कूल में भर्ती करवाने के लिए प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने पहुंचे तो उनसे स्कूल संचालक द्वारा 5 हजार का डोनेशन मांगा गया। कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को इस पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने 3 सदस्य टीम बनाकर जांच करने के लिए गठित की है प्याज के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर स्कूल से चला खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।