ग्वालियर । जीवाजी विश्वविद्यालय में बीएड की संबद्धता में लेनदेन का मामला लगातार गरमा रहा है। हाल ही में संबद्धता में लेनदेन को लेकर कार्यपरिषद सदस्यों के बीच हुई बातचीत का दावा करने वाले आडियो सामने आने के बाद यह मामला अब भोपाल पहुंच गया है। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन सिंह यादव मामले की गंभीरता से जांच करवाने की बात कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर दक्षिण विधानसभा के विधायक भी इस मामले मे जेयू को भ्रष्ट बता कर सीधा निशाना साध रहे हैं। और कुलपति से इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं इसके साथ-साथ एक और आडियो बहुप्रसारित होने की भी चर्चा सामने आ रही है। गौरतलब है इस मामले को प्रमुखता से नईदुनिया ने गुरुवार के अंक में प्रकाशित किया था, जिसमें हाल ही में बहुप्रसारित हुए एक आडियो में दावा किया गया है कि जेयू के कार्यपरिषद सदस्य किसी व्यक्ति से बातचीत कर रहे हैं। बातचीत में ईसी बीएड कालेजों को संबद्धता देने के एवज में यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि साहब और रेक्टर मिलने को तैयार हैं। अब आ रहे हैं तो कुछ न कुछ दे कर ही जाएंगे। मैंने तो कह दिया है कि सवा करोड़ आए हैं उसमें से ऊपर ऊपर के हटा दो, एक तुम रख लाे। ध्‍यान रहे! इस मामले में खबर लिखे जाने तक जेयू के कुलपति ने अपना कोई भी पक्ष नहीं रखा है। वहीं रेक्टर भी सवालों से बचते नजर आए।
जेयू में लेनदेन का एक और आडियो आने की चर्चा

द्यजेयू के रेक्टर डीएन गोस्वामी के किसी कर्मचारी का एक आडियो बहुप्रसारित होने की चर्चा है। इसमें वह किसी कालेज वाले से 55 हजार में संबद्धता के सौदे की बात करता सुनाई दे रहा है। सूत्र का कहना है कि इस रकम में से उक्त कर्मचारी पांच हजार रुपये अपने लिए अलग से कमीशन रखता है। शेष अधिकारियों को सौंप देता है।

मामला काफी गंभीर है, लेकिन अभी तक किसी के नाम स्पष्ट नहीं है, जो काफी जरूरी है। इस मामले को दिखवाते है। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो जांच करवा कर दोषियों पर कार्रवाई करवाएंगे।

– मोहन सिंह यादव, मंत्री, उच्च शिक्षा

यह आरोप बिलकुल बेतुके हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं होता है। इस बात पर मैं अपनी ओर से कोई भी पक्ष नहीं रखूंगा। न ही मुझे इस मामले में कोई बात करना है।

-डीएन गोस्वामी, रेक्टर जेयू, ग्वालियर

जेयू में आए दिन ऐसे मामले आ रहे हैं। शिक्षा के मंदिर को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। शीर्ष पद पर बैठे हुए लोग इस पर कार्रवाई करें और कुलपति अपनी नैतिक जिम्मेदारी के तौर पर इस्तीफा दें।

-प्रवीण पाठक, विधायक ग्वालियर दक्षिण

इस मामले में जिस प्रकार से भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप लग रहे हैं, यह चिंताजनक है। मैं इस पूरे मामले की निष्कक्ष जांच और जांच मे दोषी पाये जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं।

-डा़ विवेक सिंह भदौरिया कार्यपरिषद सदस्य, जेयू