ग्वालियर : जिले में 840 सरकारी मंदिरों में से 425 के पास जमीन, 20% पर अतिक्रमण ..?
अतिक्रमण का मामला ..?
जिले में 840 सरकारी मंदिर हैं। इनमें से 425 से कृषि भूमि अटैच है पर 20 फीसदी पर भू-माफिया या फिर आसपास के लोगों के अतिक्रमण हो चुके हैं। कई जगह तो पक्के मकान तक बन गए हैं। राजस्व अफसर ऐसी शिकायतों पर चुप्पी साधे बैठे हैं। उनका फोकस इन दिनों सिर्फ लाड़ली बहना और जनसेवा अभियान पर है। पिछले महीने इसी तरह की शिकायतों पर संभाग आयुक्त अतिक्रमण हटाने के निर्देश कलेक्टर को दे चुके हैं। हर महीने ऐसी 10 से ज्यादा शिकायतें जिले के राजस्व अधिकारियों के पास पहुंचती हैं।
माफी शाखा के प्रभारी अधिकारी जेपी गुप्ता का कहना है कि मंदिर से लगी जमीन को कृषि के लिए नीलाम करने की छूट सरकार ने पुजारियों को दे दी है। पहले यह अधिकार एसडीएम के पास था। अब सिर्फ कलेक्टर को सूचना देनी होगी। इस व्यवस्था से मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण रोकने में मदद मिलेगी। सरकारी मंदिरों पर अतिक्रमण की जो भी शिकायतें आती हैं उनमें एसडीएम व तहसीलदार को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए जाते हैं।
- रामजानकी मंदिर खासगी बाजार की हारकोटासीर स्थित 17 बीघा जमीन में से आधे पर आसपास के लोगों ने कब्जा कर मकान बना लिए हैं। शिकायत मंदिर की पुजारी मुन्नी देवी ने संभाग आयुक्त-कलेक्टर से कर चुकी हैं। इसी आधार पर आयुक्त ने कलेक्टर को जांच के निर्देश दिए हैं।
- सत्य नारायण मंदिर की भूमि पर भू-माफिया द्वारा आसपास के लोगों को धमकाकर कब्जा किया जा रहा है। मंदिर से जुड़े भक्त इसकी शिकायत जनसुनवाई में कलेक्टर से कर चुके हैं। कलेक्टर ने एसडीएम ग्वालियर सिटी को जांच का जिम्मा सौंपा है।
- वन खंडी आश्रम घाटीगांव से जुड़े भक्तों ने कुछ दिन पहले कलेक्टर से कहा कि असामाजिक तत्व आश्रम की संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। रोकने पर मारपीट की जाती है। कलेक्टर ने इस मामले में एसपी को पत्र लिखा है।
यह है नई व्यवस्था
- शासन संधारित ऐसे मंदिर जिनके पास 10 एकड़ तक जमीन अटैच है, इसका उपयोग पुजारी अपनी आय के लिए कर सकेंगे। इससे जमीन पर खेती या अन्य कुछ गतिविधियां होने से अतिक्रमण नहीं होंगे।
- जिन मंदिरों से 10 एकड़ से अधिक जमीन अटैच है उनके पुजारी 10 एकड़ तक की जमीन से होने वाली इनकम अपने पास रखेंगे। बाकी जमीन को पुजारी खेती के लिए नीलाम कर पैसा मंदिर के खाते में रखेंगे।