भोपाल : एक गुमठी भी नहीं हटा सका नगर निगम ..?

शहर में अतिक्रमणकारियों के हौसले इसलिए बुलंद हैं क्योंकि जिम्मेदार ही इसको गंभीरता से नहीं लेते हैं। इसी लापरवाही के चलते अतिक्रमणकारियों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। शहर के मुख्य मार्ग और इनके आसपास खाली पड़ी जमीन एवं फुटपाथ तक पर लोगों ने कब्जे जमा रखे हैं।शहर के अतिक्रमण के मुद्दा शनिवार को नगर निगम परिषद की बैठक में खुद महापौर मालती राय ने उठाते हुए नाराजगी जताई थी। इस पर परिषद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने सख्त लहजे में आसंदी से पास ही बैठे निगमायुक्त को निर्देश दिए थे कि 24 घंटे में अतिक्रमण की कार्रवाई शुरू करें लेकिन यह न तो महापौर की नाराजगी काम आई और न ही अध्यक्ष के निर्देश का कोई असर हुआ। नतीजतन बैठक के दो दिन बाद भी नगर निगम का अमला एक गुमठी तक नहीं हटा सका है।

ऐसा कोई मार्ग नहीं जहां अतिक्रमण नहीं

महापौर मालती राय ने नगर निगम परिषद की बैठक में जेपी अस्पताल के पीछे, रानी कमलापति ब्रिज, वोट क्लब आदि जगह गिनाई थीं।इनके अलावा भी शहर में कई जगह हैं जहां अतिक्रमण पसरा हुआ है ऐसा कोई मार्ग नहीं है जिसके किनारे और फुटपाथ पर दुकानें न लगी हो। शहर के बैरसिया रोड, हमीदिया रोड, छोला मंदिर रोड, अयोध्या बायपास, जेल रोड, गांधीनगर, पिपलानी, गोविंदपुरा, जेके रोड, रायसेन रोड, नर्मदापुरम रोड,बागसेवनियां,

एम्स,कटाराहिल्स, रातीबड़, नीलबड़ मार्ग, अशोकागार्डन 80 फीट रोड, भारत टकीज रोड, पुराने भोपाल में चौक बाजार, इतवारा, बुधवारा, मंगलवारा, पीर गेट, लालघाटी, गुफा मंदिर रोड आदि मार्गों पर सड़क किनारे और इनके फुटपाथ पर लोगों ने कब्जा जमा रखा है।

बस स्टैंड तक को नहीं छोड़ा, बैठक में उठा था मुद्दा

परिषद की बैठक में बस स्टैंड का मुद्दा भी उठा था, जिसमें वार्ड क्रमांक 46 के योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान ने बस स्टैंड पर लगी दुकानों के बारे में जानकारी मांगी थी।इस पर एमआईसी सदस्य मनोज राठौर ने गोलमाल जवाब

दिया। जिस पर हंगामा खड़ा हो गया। बता दें कि शहर में प्रमुख बस स्टैंड हलालपुरा, आईएसबीटी, नादरा, पुतली घर, जवाहर चौक आदि पर एकाद ही दुकान अनुमति प्राप्त होगी। बाकि अन्य दुकानें लाेगों ने मनमर्जी से अतिक्रमण कर जमा रखी है, लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती है।

अतिक्रमण नहीं हटा, लेकिन बदल गए जिम्मेदारों के सुर

मालती राय,महापौर

जिम्मेदारी – शहर की प्रथम महिला नागरिक होना ही बड़ी जिम्मेदारी है। शहर

में जहां भी अतिक्रमण पसरा है सरकारी जमीन हो या फिर सड़क -फुटपाथ सब पर

प्राथमिकता से कार्रवाई करवा सकती हैं।

पक्ष – हमने शहर में पसरे अतिक्रमण का मुद्दा परिषद की बैठक में उठाया

था, लेकिन जिन जगहों के नाम लिए थे। वहां की अनुमति की जानकारी लेने के

बाद ही आगे कार्रवाई की जाएगी।

किशन सूर्यवंशी – नगर निगम परिषद अध्यक्ष

जिम्मेदारी – शहर में पसरे अतिक्रमण, अव्यवस्थाएं सहित अन्य अवैध गतिविधियों को रोकने के आदेश देने की जिम्मेदारी है।

पक्ष – परिषद की बैठक में महापौर ने अतिक्रमण के बारे में जानकारी दी थी। हमने तैयारी कर ली है, जल्द ही संबंधित जगह और उनके साथ अन्य जगहों पर भी कार्रवाई के लिखित आदेश जारी किए जाएंगे।

शबिस्ता जकी – नेता प्रतिपक्ष

जिम्मेदारी – नेता प्रतिपक्ष होने के नाते आमजन की आवाज को प्रमुखता से उठाने की जिम्मेदारी है।

पक्ष – मैं हमेशा लोगों की समस्या को प्रमुखता से उठाती हूं, लेकिन परिषद की बैठक में किसी तरह के विकास के मुद्दे पर चर्चा नहीं होती है। शहर में भाजपा के लोगों द्वारा ही अतिक्रमण कराया जा रहा है तो फिर कैसे हटेगा।

केवीएस चौधरी – नगर निगम आयुक्त

जिम्मेदारी – शहर में पानी, बिजली, सड़क, स्वच्छता, स्वास्थ्य, अतिक्रमण

सहित अन्य सभी कामों के प्रति अपने अमले से बेहतर काम करने की जिम्मेदारी

है।

पक्ष – बैठक में निर्देश मिले हैं, लेकिन हमारा अमला निरंतर कार्रवाई करता है। हाल ही में 1100 क्वार्टर, सरकारी प्रेस मार्ग से अतिक्रमण हटाया था। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

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