मैं पहला ऐसा व्यक्ति, जिसे मानहानि मामले में इतनी बड़ी सजा मिली’, संसद सदस्यता..?
मैं पहला ऐसा व्यक्ति, जिसे मानहानि मामले में इतनी बड़ी सजा मिली’, संसद सदस्यता जाने पर US में बोले राहुल गांधी…..
राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं. लोकसभा की सदस्यता जाने के बारे में वहां उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि ऐसा होगा.
भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत में समूचा विपक्ष संघर्ष कर रहा है. संस्थाओं पर कब्जा है. लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ने के लिए हम संघर्ष कर रहे हैं. इसीलिए कुछ महीनों पहले हमने पूरे भारत में यात्रा करने की सोची.
सदस्यता जाने को बताया बड़ा मौका
राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं. यहां तीन शहरों में उनका कार्यक्रम है. इसी क्रम में वे बुधवार (31 मई) को कैलिफोर्निया की प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचे, जहां उन्होंने भारतीय समुदाय के छात्रों से बात की और उनके सवालों के जवाब भी दिए.
राहुल गांधी ने कहा, साल 2000 में जब उन्होंने राजनीति ज्वाइन की थी, तो नहीं सोचा था कि इस स्थिति से गुजरेंगे. जो राजनीति में आने के समय सोचा था और आज जो चल रहा है, वह एक दूसरे से बिल्कुल अलग है. संसद सदस्यता के जाने का जिक्र करते हुए कहा, उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि ऐसा कुछ संभव है. उन्होंने आगे कहा, लेकिन मुझे लगता है कि इसने मुझे लगता है कि इसने मुझे बड़ा अवसर दिया है. शायद जो अवसर मेरे पास होता, उससे बहुत बड़ा है. राजनीति इसी तरह काम करती है.
इसी साल में मार्च में सूरत कोर्ट से आपराधिक मानहानि मामले में 2 साल की सजा के बाद सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी. इसके बाद राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिया गया था. राहुल गांधी ने सजा को सत्र न्यायालय में चुनौती दी है.
कभी नहीं मांगा सपोर्ट- राहुल
विदेश से सपोर्ट मांगने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, मैंने कभी किसी से कोई सपोर्ट नहीं मांगा. मैं एकदम स्पष्ट हूं. यह हमारी लड़ाई है. यहां के भारतीय छात्रों से रिश्ता रखना चाहता हूं. हां, प्रधानमंत्री क्यों ऐसी जगहों पर आकर के लोगों के सवालों का जवाब नहीं देते?