उज्जैन: ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर परिसर के विस्तार एवं सुंदरीकरण के लिए बनी 1174 करोड़ रुपये की ‘श्री महाकाल महालोक योजना’ जुलाई 2023 में पूर्ण करने का दावा है। पहले चरण में 395 करोड़ रुपये के कार्यों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर 2022 को लोकार्पण कर चुके हैं और दूसरे चरण में 778 करोड़ रुपये के स्वीकृत कार्यों में से लगभग 500 करोड़ रुपये के काम जमीनी तौर पर अब साफ-साफ दिखाई दे रहे हैं। धरातल पर इन काम की स्थिति और गति देख मालूम पड़ता है समय सीमा में काम पूरा होना मुश्किल हैं।

300 करोड़ रुपये की योजना बनाई थी
मालूम हो कि प्रदेश में वर्ष 2019 में कांग्रेस की तत्कालीन कमल नाथ सरकार ने महाकालेश्वर मंदिर के कायाकल्प के लिए 300 करोड़ रुपये की योजना बनाई थी। धरातल पर काम शुरू होता, उसके पहले ही भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाकालेश्वर मंदिर परिसर को आठ गुना बढ़ाने के लिए 700 करोड़ की महाकाल-रुद्रसागर एकीकृत विकास द्रष्टिकोण (मृदा) परियोजना स्वीकृत की।
प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ती चली गई
बाद में काम करते-करते योजना में कई संशोधन हुए। इससे प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ती चली गई। फिलहाल प्रोजेक्ट की कुल लागत 1173 करोड़ रुपये है। प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार 112 करोड़ रुपये महाकाल मंदिर पहुंच मार्गों को चौड़ा करने पर खर्च किए जा रहे है।
इंदौर गेट रेलवे स्टेशन से महाकाल महालोक तक रोप-वे
209 करोड़ रुपये इंदौर गेट रेलवे स्टेशन से महाकाल महालोक तक रोप-वे बनाने को स्वीकृत किए हैं। निर्माण जुलाई में शुरू करने का दावा हैं मगर काम करने वाले ठेकेदार का चयन न होने से प्रोजेक्ट विलंब से शुरू होने की चर्चा है। छोटे रुद्रसागर की सफाई एवम गहरीकरण का काम हो रहा हूं।
नंदी हाल का रिनोवेशन करने की तैयारी
यहां सागर किनारे अष्टभुज आकार की तीन ध्यान कुटी बनाने, महाकालेश्वर मंदिर के भीतर तीन करोड़ रुपये से नंदी हाल का रिनोवेशन करने की तैयारी की जा रही है। इस कार्य के तहत नंदी में नया फ्लोर, एयर कूलिंग सिस्टम, डेकोरेटिव लाइट, चांदी की क्लेडिंग लगाई जाएगी। सुरक्षा के लिए श्री महाकाल महालोक में पुलिस थाना खोला खोलने को पुराने स्कूल भवन का रिनोवेशन किया जा रहा है।
रामघाट का सुंदरीकरण करने की योजना
थाने में 1 निरीक्षक, 12 उपनिरीक्षक सहित 173 जवानों का स्टाफ नियुक्त करने की तैयारी है। तकिया मस्जिद से लगी भूमि का अर्जन कर त्रिवेणी कला संग्रहालय के सामने 45 करोड़ रुपये से पार्किंग और भोजन शाला का विस्तार कार्य शुरू होने की भी खबर है। 20 करोड़ 79 लाख रुपये से रामघाट का सुंदरीकरण करने की योजना है। दूसरे चरण में कुल मिलाकर 21 कार्य स्वीकृत हैं, जिन्हें जुलाई-2023 तक पूर्ण कराने का लक्ष्य कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने रखा है। कुछ कार्य अभी प्रचलित हैं।
शुरू नहीं हो सके कुछ काम
कुछ कार्य ड्राइंग -डिजाइन न मिलने, ठेकेदार का चयन न होने से अभी शुरू नहीं हो सके हैं। इनमें रुद्रसागर में पानी की स्क्रीन तैयार कर उस पर ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के प्राकट्य और उज्जयिनी की गौरव गाथा लाइट एंड साउंड शो के जरिए दिखाने की योजना भी शामिल है।

लाइट एंड साउंड शो

लाइट एंड साउंड शो के रूप में नजारा कैसा होगा, क्या कहानी होगी, इसे लेकर दिल्ली, मुंबई और गुजरात की कंपनियों ने मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड को सुझाव दिए हैं। बोर्ड ने सभी सुझावों की समीक्षा कर 32 करोड़ रुपये की विस्तृत कार्य योजना (डीपीआर) बनवाना शुरू किया है। दावा है कि डीपीआर को स्वीकृति मिलते ही धरातल पर काम कराने को ठेकेदार फर्म का चयन किया जाएगा।

पहले चरण में हुए ये 15 काम

श्री महाकाल पथ एवं शिव अवतार वाटिका : 249.14 करोड़
पार्किंग एवं भूमि विकास : 21.27 करोड़
फैसिलिटी सेंटर 2 का निर्माण : 21 करोड़
श्री महाकाल द्धार तथा रामघाट मार्ग संरक्षण : 3.19 करोड़
लालपुल, नृसिंह घाट, हरसिद्धि चौराहा मार्ग : 17.68 करोड़
प्राचिन मंदिर एवं विरासतों पर फसाड लाइट : 4.88 करोड़
नृसिंह घाट पंपिंग स्टेशन तथा शिप्रा से रुद्रसागर तक पाइपलाइन : 3.47 करोड़
अमृत योजना अंतर्गत इद्रसागर कैचमेंट क्षेत्र में सीवर लाइन : 20 करोड़
महाकालेश्वर मंदिर परिसर में आकर्षक लाइट एवं साउंड : 3.30 करोड़
श्री महाकाल पथ एवं परिसर के लिए इलेक्ट्रिक वाहन खरीदी : 3.42 करोड़
आडिया गाइड : 4.20 करोड़ रुपये
नूतन स्कूल का निर्माण : 30.80 करोड़
गणेश स्कूल निर्माण : 9 करोड़
दोनों स्कूल भवनों में फर्नीचर : 2.82 करोड़
दोनों स्कूल भवनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना : 1.70 करोड़

दूसरे चरण में यह काम ले रहे आकार

हेरिटेज धर्मशाला के रूप में महाराजवाड़ा परिसर का उन्नयन : 28.8 करोड़
महाराजवाड़ा बेसमेंट पार्किंग एवं वेंडर क्षेत्र : 39.87 करोड़
नीलकंठ वन मार्ग आर-18 विकास : 22.36 करोड़
नीलकंठ वन विकास : 6.95 करोड़
रुद्रसागर पुनरुद्धार एवं लेक फ्रंट व्यू : 21.52 करोड़
रुद्रसागर पर पैदल पुल निर्माण : 25.22 करोड़
शिखर दर्शन : 16.10 करोड़
आपातकालीन प्रवेश एवं निर्गम मार्ग निर्माण : 6.73 करोड़
श्री महाकालेश्वर मंदिर में भूमिगत प्रतीक्षालाय, नंदी हाल सुंदरीकरण, स्टेच्यू का संरक्षण : 72.50 करोड़
मंदिर पहुंच मार्ग : 33 करोड़
अन्य सड़कों का विकास : 112 करोड़
त्रिवेणी से चारधाम, हरसिद्ध मार्ग निर्माण : 33.27 करोड़
हरिफाटक पार्किंग : 11.09 करोड़
सीसीटीवी निगरानी एवं एक्सेस नियंत्रण प्रणाली : 7.08 करोड़
रामघाट सुंदरीकरण : 20.79 करोड़
त्रिवेणी संग्रहालय विस्तार : 9.5 करोड़
जेके सीमेंट कंपनी द्धारा धर्मशाला का निर्माण : 6 करोड़
अग्रवाल ग्रुप द्धारा अन्न क्षेत्र का निर्माण : 16.50 करोड़
उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकालेश्वर मंदिर तक रोप वे : 209 करोड़
पुलिस थाना एवं पुलिस क्वार्टर विस्थापन : 3.80 करोड़
त्रिवेणी संग्रहालय के सामने पार्किंग, भोजन शाला का विस्तार : 45 करोड