सिर्फ टैग देखकर न खरीदें कपड़े, यह नकली भी हो सकते हैं, ऐसे करें पड़ताल
ग्वालियर। अगर आप ब्रांडेड कपड़े, शूज खरीदने के लिए ग्वालियर के बाजार में जा रहे हैं। सिर्फ कपड़ों या जूतों पर लगे टैग देखकर ही आप इसे ब्रांडेड मान रहे हैं तो यह आपकी भूल भी हो सकती है। क्योंकि ग्वालियर अब नकली सामान का गढ़ बनता जा रहा है। यहां डुप्लीकेट सामान की भरमार है। जरा सी चूक में आप ठगे जा सकते हैं। इसलिए अलर्ट रहें। शनिवार को ही ग्वालियर में लिवाइस कंपनी के नाम पर लोकल ब्रांड के कपड़े बेचते हुए दो कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर पुलिस ने छापा मारा। इन्हें पकड़ा गया, हजारों की संख्या में शर्ट, जींस, टीशर्ट, पुलओवर,स्पोर्ट्स वियर बरामद किए। यह लोग लोकल ब्रांड के कपड़ों पर टैग लगाकर इन्हें लिवाइस के कपड़े बताकर बेच रहे थे। जब पुलिस ने इतनी भारी मात्रा में मिसब्रांड देखे तो पुलिस भी चकरा गई। इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं, ग्वालियर के बाजारों में अब तक कौन-कौनसे नकली सामान बेचते हुए पकड़े गए। कैसे पड़ताल करें, क्या सावधानी रखें। जिससे आप मिसब्रांड सामान से बचें।
– जूते: ग्वालियर के बहोड़ापुर, महाराजपुरा इलाके में अपार कंपनी के डुप्लीकेट जूते यहां बनाये जा रहे थे। फैक्ट्री पर पुलिस ने छापा मारा।
– पान मसाला: राजश्री ब्रांड के नाम पर नकली पान मसाला बनाकर बेचा जा रहा था। बहोड़ापुर के ट्रांसपोर्ट नगर में यह पकड़ा गया।
– सीमेंट: अल्ट्राटेक, एसीसी ब्रांड की सीमेंट की बोरियाें में मिट्टी और सीमेंट मिलाकर नकली सीमेंट बेची जा रही थी।
– इंजन आइल: नकली इंजन आइल की फैक्ट्री बहोड़ापुर के ट्रांसपोर्ट नगर में क्राइम ब्रांच ने पकड़ी।
– दवा: अलग-अलग ब्रांड की नकली दवाएं ग्वालियर के हजीरा इलाके में बनाई जा रही थी। इसी तरह जनकगंज इलाके में फ्रूट मंडी के सामने नकली आयुर्वेदिक दवा बनाई जा रही थी।
ऐसे बचें:
– जब भी कोई सामान खरीदने जा रहे हैं तो उसका बारकोड स्कैन करें। इसके लिए फूड कंट्रोलर द्वारा एप जारी किया गया है।
– गूगल लैंस के जरिये स्कैन करके भी उस प्रोडक्ट की असली और नकली होने की पहचान की जा सकती है।
– जो भी ब्रांडेड सामान खरीदें, हमेशा अधिकृत स्टोर से ही खरीदें।
– जब भी ब्रांडेड सामान खरीदें बिल जरूर लें।