भोपाल : अमृत सरोवर के नाम पर कर दी पहाड़ की खोदाई ..?
अमृत सरोवर के नाम पर कर दी पहाड़ की खोदाई, रेलवे ठेकेदार ने लापरवाही पूर्वक किया मुरम का खनन
भोपाल। हुजुर तहसील अंतर्गत फंदा ब्लाक की ग्राम पंचायत रसूलिया पठार और झिरनिया पंचायत में सरकार ने भूजल में बढ़ोत्तरी करने के उद्देश्य से अमृत सरोवरों का निर्माण करवाया है। इन अमृत सरोवरों से दोहरा लाभ कमाने के लिए रेलवे को एक महीने खोदाई की अस्थायी अनुमति दी गई लेकिन रेलवे ने
प्री मानसून वर्षा में आधा भर गया रतनपुर सरोवर – बीस जून को हुई प्री
मानसून की वर्षा में रतनपुर अमृत सरोवर आधा भर चूका है जबकि इंजीनियर का कहना है की 16 हजार क्यूबिक पानी की क्षमता वाले अमृत सरोवर हमने बनवाए हैं।जिसमें पानी संरक्षित होता प्रतीत नहीं हो रहा है।
पुराने डेम पर ही बना दिए अमृत सरोवर – भ्रष्टाचार का पैमाना इतना बड़ा है कि जहां एक महीने की अनुमति दी गई वहां लगभग 20 डंपरों और दो पोकलेन मशीनों से पहाड़ को रात दिन काटकर रेलवे ठेकेदार ने अपनी जरुरत पूरी की। इसमें न तो कोई खनिज का अधिकारी मोके पर पहुंचा न पटवारी ने देखा न ही निर्माण एजेंसी ने रोका। जब नवदुनिया टीम ने मोके पर जाकर डंपर चालक से अनुमति दिखाने का कहा तो उजागर हुआ की खोदाई की अनुमति फरवरी माह के लिए थी जो मार्च में भी बेरोकटोक चल रही थी ।
एक अमृत सरोवर पर नहीं मिला कोई दुसरे पर हो रही थी पिचिंग – रसूलिया
पठार पंचायत के रतनपुर अमृत सरोवर पर एेसा प्रतीत हो रहा था कि इसका काम पूरा हो चूका है जबकि झिरनिया पंचायत के कलाखेड़ी सरोवर पर पिचिंग पत्थर बिछाने के कार्य की शुरुआत की गई है। इस अमृत सरोवर के बीचोंबीच नौनिहाल बच्चे उमस से राहत पाने के लिए सरोवर में संरक्षित पानी में नहा रहे थे।
जहां कोई रोकने वाला नहीं है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
– हमने जगह का मौका मुआयना करने के बाद ही अमृत सरोवरों का निर्माण कराया
है। प्रत्येक सरोवर में 16 हजार क्यूबिक पानी इकट्ठा होगा। जिससे भूजल
स्तर में बढ़ोतरी होगी।
संजय खरे, एक्सक्यूटिव इंजीयर, आरईएस
– अमृत सरोवर की जानकारी आप इंजीनियर से ले लीजिए। उन्होंने लोकेशन देखकर
ही जगह चिह्नित की होगी।यदि कोई कमी है तो आप दिखवा लीजिए।
ऋतुराज सिंह, सीईओ, जिला पंचायत भोपाल