जिले में नौ लाख वाहनों पर महज चार क्रेन
– यातायात पुलिस के पास संसाधनों की कमी शहर में बढ़ा रही जाम की समस्या
-आए दिन सड़क हादसों से क्षतिग्रस्त व खराब वाहनों को रास्ते से हटाने के लिए करनी पड़ती है मसक्कत
नोएडा। जिले में छोटे बड़े नौं लाख वाहनों पर महज चार क्रेन यातायात पुलिस के पास हैं। संसाधनों की कमी के कारण लोगों को आए दिन जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। कई बार हादसे के दौरान वाहनों के क्षतिग्रस्त व खराब होने पर वाहनों को सड़क से हटाने के लिए ट्रैफिक पुलिस को काफी मसक्कत करनी पड़ती है।
नोएडा ट्रैफिक पुलिस के पास चार क्रेन और एक हाइड्रा वाहन है। ऐसे में अगर कोई कोई भारी वाहन खराब हो जाए या क्षतिग्रस्त हो जाए तो इन संसाधनों के माध्यम से उन्हें मार्ग से नहीं हटाया जा सकता है। शुक्रवार को हुआ हादसा इसका जीता जागता उदाहरण है। गाजियाबाद से मध्य प्रदेश जा रहे ट्रॉले से करीब 80 टन वजनी लोहे का चक्का बीच सड़क पर गिर गया, जिससे 12 घंटे तक सेक्टर-62 से 59 अंडरपास तक जाम लगा रहा। सुबह का पलटा ट्रक शाम 4.30 बजे क्रेन की मदद से हटाया गया। इसमें यातायात पुलिस के पसीने छूट गए। आलम यह हुआ कि ट्रैफिक पुलिस को एडवाइजरी तक जारी करनी पड़ी। हालांकि फेज तीन थाने में ट्रॉला मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ट्रैफिक इंस्पेक्टर राम सिंह ने बताया, लगातार ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया या हेल्प लाइन नंबर पर आ रही कॉल को फॉलो किया जाता है। जहां भी समस्या आती है उसे तुरंत ठीक कराया जाता है। इसे और भी मजबूत स्तर पर किया जा रहा है।
कोट्स
10 टन की क्षमता का एक हाइड्रा अभी है। इसके अलावा ज्यादा क्षमता वाले हाइड्रा के लिए प्राधिकरण से मांग की गई है। दोनों प्राधिकरण से आठ क्रेन मांगी गई है। जल्द ही मिलने पर स्थिति और मजबूत हो पाएगी। अनिल यादव डीसीपी ट्रैफिक नोएडा।