माफी औकाफ के मंदिरों की जमीन खुर्दबुर्द की शिकायतें बढ़ी, पर जांच में सुस्ती !
माफी औकाफ के मंदिरों की जमीन खुर्दबुर्द की शिकायतें बढ़ी, पर जांच में सुस्ती
अब तक 17 शिकायतें आ चुकी हैं प्रशासन के पास, शहर व गांव के मंदिरों का मामला
माफी औकाफ के मंदिरों की जमीन खुर्दबुर्द की शिकायतें बढ़ी, पर जांच में सुस्ती
ग्वालियर। माफी औकाफ के मंदिरों की जमीनों को खुर्द बुर्द करने के राज अब प्रशासन के सामने आने लगे हैं। मंदिरों की जमीन को बेचने व एग्रीमेंट को लेकर करीब 17 शिकायतें आ चुकी हैं। यह जांच शहर सहित जिले के सभी एसडीएम को करनी है, लेकिन इन शिकायतों की जांच सुस्त चल रही है, जिसके चलते जमीनों का सच सामने नहीं आ पा रहा है। जमीन को बेचने की शिकायते में पुजारियों की भूमिका रही है। 60 से 70 के दशक में जमीनें मंदिर के नाम थी, लेकिन धीरे-धीरे सरकारी रिकार्ड में हेराफेरी कर जमीन पर दूसरे के नाम आ गए। जमीनें बिक भी गई।
दरअसल आजादी के बाद जिले के 865 मंदिरों 4290 हेक्टेयर भूमि दी गई थी। इन जमीनों की निगरानी माफी ऑकाफ विभाग बनाया गया है। इस विभाग को ही इनकी निगरानी करनी थी, लेकिन माफी औकाफ ने मंदिरों की जमीनों पर ध्यान नहीं दिया। धीरे-धीरे राजस्व विभाग के अमले ने मंदिरों के खसरों में बदलाव किए। जमीनें चली गई। सबसे ज्यादा जमीनें राम जानकी मंदिरों के नाम है। शहरी क्षेत्र में मौजूद मंदिरों की जमीनों में ज्यादा हेराफेरी की गई है, लेकिन जब जमीनों की बिकने की जानकारी स्थानीय लोगों को मिली तो शिकायतें आना शुरू हो गई है। प्रशासन के पास 17 शिकायतें जांच के लिए लंबित हैं।
दरअसल आजादी के बाद जिले के 865 मंदिरों 4290 हेक्टेयर भूमि दी गई थी। इन जमीनों की निगरानी माफी ऑकाफ विभाग बनाया गया है। इस विभाग को ही इनकी निगरानी करनी थी, लेकिन माफी औकाफ ने मंदिरों की जमीनों पर ध्यान नहीं दिया। धीरे-धीरे राजस्व विभाग के अमले ने मंदिरों के खसरों में बदलाव किए। जमीनें चली गई। सबसे ज्यादा जमीनें राम जानकी मंदिरों के नाम है। शहरी क्षेत्र में मौजूद मंदिरों की जमीनों में ज्यादा हेराफेरी की गई है, लेकिन जब जमीनों की बिकने की जानकारी स्थानीय लोगों को मिली तो शिकायतें आना शुरू हो गई है। प्रशासन के पास 17 शिकायतें जांच के लिए लंबित हैं।
जिले में मंदिर व उनके नाम कितनी जमीनें
ग्वालियर तहसील
-183 राजस्व ग्रामों में 352 धर्म स्थल हैं। इन धर्म स्थलों के नाम 1091.79 हेक्टेयर भूमि नाम है।
डबरा तहसील
-123 राजस्व ग्रामों में 285 धर्म स्थल हैं। इनके धर्म स्थल के नाम 2122.47 हेक्टेयर जमीन है। इस तहसील के गांवों में मंदिरों की जमीन को खुर्दबुर्द करने के मामले सामने आ चुके हैं।
भितरवार तहसील
-117 राजस्व ग्रामों में 228 धर्मस्थलों के नाम 1076.65 हेक्टेयर जमीन है। भितरवार में मंदिरों के नाम बड़े रकवे मौजूद हैं। जिसके यहां भी जमीनें खुर्दबुर्द हुई हैं।
इनका कहना है
– मंदिरों की जमीन की जमीन को लेकर अब तक 17 शिकायतें आ चुकी हैं। एसडीएम को जांच रिपोर्ट के लिए पत्र जारी किए जा चुके हैं। दो अक्टूबर का कार्यक्रम खत्म होने के बाद सभी कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे।
संजीव जैन, संयुक्त कलेक्टर
ग्वालियर तहसील
-183 राजस्व ग्रामों में 352 धर्म स्थल हैं। इन धर्म स्थलों के नाम 1091.79 हेक्टेयर भूमि नाम है।
डबरा तहसील
-123 राजस्व ग्रामों में 285 धर्म स्थल हैं। इनके धर्म स्थल के नाम 2122.47 हेक्टेयर जमीन है। इस तहसील के गांवों में मंदिरों की जमीन को खुर्दबुर्द करने के मामले सामने आ चुके हैं।
भितरवार तहसील
-117 राजस्व ग्रामों में 228 धर्मस्थलों के नाम 1076.65 हेक्टेयर जमीन है। भितरवार में मंदिरों के नाम बड़े रकवे मौजूद हैं। जिसके यहां भी जमीनें खुर्दबुर्द हुई हैं।
इनका कहना है
– मंदिरों की जमीन की जमीन को लेकर अब तक 17 शिकायतें आ चुकी हैं। एसडीएम को जांच रिपोर्ट के लिए पत्र जारी किए जा चुके हैं। दो अक्टूबर का कार्यक्रम खत्म होने के बाद सभी कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे।
संजीव जैन, संयुक्त कलेक्टर