कई विभागों की टीमें रख रहीं नजर
कई विभागों की टीमें रख रहीं नजर …
1 लाख से अधिक जमा-निकासी, बिना बिल के सामान पर निगरानी, शराब दुकानों के स्टॉक की जांच होगी
चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए सामग्री वितरण से लेकर विभिन्न सामान के स्टॉक व नकद रुपए की जमा-निकासी पर विभिन्न विभागों की टीमें निगरानी रख रही हैं। सोमवार को निर्वाचन आयोग द्वारा जिले की आठों विधानसभा के लिए नियुक्त व्यय प्रेक्षक विनय बंसल एवं जीएस पोते ने कलेक्ट्रेट सभागार में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की।
व्यय प्रेक्षक ने कहा कि सी-विजिल के माध्यम से कोई भी मतदाता निर्वाचन संबंधी शिकायतें ऑनलाइन दर्ज करा सकता है। इसके अतिरिक्त जिला मुख्यालय में शिकायत कक्ष स्थापित किया है जिसका दूरभाष नंबर 07582-242222 है।
टोल फ्री नंबर 1950 से भी निर्वाचन संबंधी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य ने तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टीम के सभी सदस्य अपने दायित्व का अध्ययन कर क्रियान्वित करें। जहां भी शंका हो मास्टर ट्रेनर या निर्वाचन कार्यालय से मार्गदर्शन प्राप्त करें।
शराब दुकानों के स्टॉक की हो नियमित निगरानी : एसपी
एसपी अभिषेक तिवारी ने कहा कि चुनाव की अधिसूचना तारीख से मतदान के दिन तक विदेशी मदिरा, बीयर, देशी मदिरा के खुदरा विक्रेताओं का उत्पादन, उठान, लाइसेंस प्राप्त स्टॉकिस्टों की स्टॉक सीमा, दैनिक प्राप्ति और उठाव, पिछले वर्ष के उत्पादन आंकड़ों के संदर्भ में मदिरा की दुकानों के खुलने और बंद होने के समय की बारीकी से निगरानी की जानी चाहिए। जहां भी बिक्री का आंकड़ा 30 प्रतिशत या इससे अधिक हो जाता है यह थोक बिक्री की संभावना की ओर इशारा करता है। इसकी जांच होनी चाहिए और दुकान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
ई-वे बिल व पंप के स्टॉक का हो ऑडिट : डॉ. सिंह
मास्टर ट्रेनर डॉ. वाय-पी सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान नाकों पर जीएसटी टीमों द्वारा ई-वे बिलों की व्यापक जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उपरोक्त सामान मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए निर्वाचन क्षेत्र में वितरण के लिए उचित जीएसटी बिलों या ई-वे बिलों के बिना तो नहीं ले जाया जा रहा। मतदाताओं को लुभाने कूपन-आधारित ईंधन का वितरण व चुनाव के दौरान ईंधन पंपों/फिलिंग स्टेशनों के स्टॉक का ऑडिट किया जाना चाहिए। जहां ऐसा कोई सामान चुनाव प्रचार प्रक्रिया से जुड़ा पाया जाता है या निर्वाचन के दौरान उपयोग के लिए पाया जाता है तो ऐसे सामान की जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी को देनी होगी।
1 लाख से अधिक जमा-निकासी पर रखे नजर : डॉ. मिश्रा
मास्टर ट्रेनर डॉ. रमाकांत मिश्रा ने बताया कि सभी बैंकों को चुनाव अवधि के दौरान किसी भी व्यक्ति के बैंक खाते से नकदी की संदिग्ध निकासी पर दैनिक रिपोर्ट जमा करनी होगी। चुनाव के दौरान असामान्य और संदिग्ध नकद निकासी या बैंक खाते में एक लाख रुपए से अधिक नकद जमा करना यदि पिछले दो माह के दौरान जमा या निकासी का ऐसा कोई उदाहरण नहीं है। अभ्यर्थियों या पति/पत्नी या उनके आश्रितों के बैंक खाते से एक लाख रुपए से अधिक नकद जमा या नकद निकासी की निगरानी की जाना चाहिए।