महादेव ऐप केस में डाबर के चेयरमैन पर FIR !
महादेव ऐप केस में डाबर के चेयरमैन पर FIR:कंपनी ने कहा- हमें जानकारी नहीं, 31 अन्य लोगों पर भी केस दर्ज
डाबर ग्रुप के चेयरमैन मोहित बर्मन और डायरेक्टर गौरव बर्मन के खिलाफ दर्ज हुई FIR को कंपनी ने मिशिवियस एक्ट यानी शरारती कृत्य बताया है। डाबर के प्रवक्ता ने CNBC टीवी-18 से बात करते हुए कहा, ‘हमें ऐसी किसी भी FIR के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
यदि यह जानकारी वास्तव में सही है तो यह दुर्भावनापूर्ण इरादे से प्रेरित लगती है, जो बिना किसी सबूत के है। हम इन आरोपों को खारिज करते हैं। हमें विश्वास है कि कानूनी प्रक्रिया हमारी रेपुटेशन को धूमिल करने के इस प्रयास की असली वजह को उजागर करेगी।’
FIR में गौरव बर्मन और मोहित बर्मन समेत 32 लोगों के नाम
डाबर कंपनी भले ही FIR की जानकारी होने से इनकार कर रही है, लेकिन न्यूज एजेंसी ANI ने इसकी डिटेल दी है। इसमें बताया गया कि मुंबई पुलिस ने महादेव बेटिंग ऐप के मामले में डाबर के डायरेक्टर गौरव बर्मन और कंपनी के चेयरमैन मोहित बर्मन समेत 32 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जुए की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
FIR के अनुसार, मोहित बर्मन को आरोपी के रूप में 16वें नंबर पर लिस्ट किया गया है, जबकि गौरव बर्मन 18वें नंबर पर हैं। वहीं एक्टर साहिल खान का नाम 26 नंबर पर है। साहिल खान पर महादेव ऐप से जुड़े एक और बेटिंग ऐप ‘खिलाड़ी’ को चलाने का आरोप है।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बनकर की शिकायत पर सात नवंबर को यह FIR दर्ज की गई थी। प्रकाश का दावा है कि लोगों से 15,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471 और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया है।
च कर रही ED
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस सिंडिकेट की जांच कर रहा है। सिंडिकेट के प्रमोटर कथित रूप से विदेश में बैठे हैं और अपने दोस्तों और सहयोगियों की मदद से भारत में बिजनेस ऑपरेट कर रहे थे। केस में 4 लोगों को गिरफ्तार और 14 के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की है।
2019 में जूस बेचने वाले सौरभ ने शुरू किया था महादेव बेटिंग ऐप
- छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी रामेश्वर चंद्राकर नगर निगम में पानी के पंप चलाने वाले ऑपरेटर का काम करते हैं। उनके बेटे का नाम सौरभ चंद्राकर है। सौरभ भिलाई में ही ‘जूस फैक्ट्री’ के नाम से एक छोटी सी जूस की दुकान चलाता था।
- इसी दौरान उसकी दोस्ती रवि उप्पल नाम के एक इंजीनियर से हो गई। 2017 में रवि और सौरभ ने मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के जरिए पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई। शुरुआत में इस वेबसाइट के कम यूजर्स थे, काफी कम कमाई होती थी।
- 2019 में नौकरी के लिए सौरभ दुबई चला गया। कुछ समय बाद सौरभ ने अपने दोस्त रवि उत्पल को भी दुबई बुलवा लिया। रवि के दुबई पहुंचने से पहले सौरभ ने बेटिंग वेबसाइट के जरिए पैसा कमाने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था।
- दोनों ने महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग ऐप बनाया। बिजनेस फैलाने के लिए इन्होंने दो रास्ते अपनाए। पहला- सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर के जरिए ऐप को प्रमोट करवाया। दूसरा- सट्टा लगाने वाले दूसरे ऐप को खरीद लिया