MP पटवारी भर्ती परीक्षा को क्लीनचिट के बाद मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी ?

MP पटवारी भर्ती परीक्षा को क्लीनचिट के बाद मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी …
संविदाकर्मी के 45% अयोग्य कैंडिडेट्स का सिलेक्शन हुआ

दरअसल, सब ग्रुप- 2 और 4 में संविदाकर्मियों यानी कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर होने वाली नियुक्ति के लिए रिजर्व 1316 पदों पर 597 अयोग्य कैंडिडेट्स का सिलेक्शन हुआ है। इन पदों पर नियुक्ति और सिलेक्शन के लिए किसी भी सब्जेक्ट में कम से कम ग्रेजुएशन की डिग्री और संविदा यानी कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम करने का 5 सालों का एक्सपीरियंस होना जरूरी है।

21 से 26 साल की उम्र वालों ने दिखाया 3 साल की डिग्री, 5 साल का वर्क एक्सपीरियंस
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक आयोग की जारी की गई मेरिट लिस्ट और वेटिंग लिस्ट में ज्यादातर कैंडिडेट्स की बर्थ डेट 1 जनवरी 1996 के बाद की है। कई कैंडिडेट्स की बर्थ डेट 2003 साल की भी है। ऐसे में सवाल ये है कि 21 से 25 साल तक की उम्र के बीच के कैंडिडेट्स ने कम से कम 3 साल का ग्रेजुएशन और 5 सालों का वर्क एक्सपीरियंस कैसे हासिल किया।

बिना वर्क एक्सपीरियंस, जरूरी क्वालिफिकेशन के लोगों ने एग्जाम दिया
दरअसल, एम्पलॉइज सिलेक्शन बोर्ड (MP ESB) ने पटवारी के 6755 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। संविदाकर्मियों के लिए 1316 पद रिजर्व थे। ऐसे में आवेदन के समय आयोग ने कैंडिडेट्स से सिर्फ ये पूछा कि उनके पास जरूरी क्वालिफिकेशन है या नहीं।

इसका मतलब ये है कि ऐसे कैंडिडेट्स जिनके पास जरूरी क्वालिफिकेशन नहीं था यानी जो कर्मचारी सविंदा पर नहीं थे या जिनके पास 5 सालों का वर्क एक्सपीरियंस नहीं था उन्होंने भी सविंदा यानी कॉन्ट्रैक्ट कैटेगरी में नियुक्ति के लिए अप्लाय किया था। इन्होंने एग्जाम दिया, पास भी कर लिया और अब इनका नाम मेरिट लिस्ट में भी है।

सविंदा कैटेगरी में सिलेक्टेड 45% अयोग्य कैंडिडेट्स का नाम मेरिट लिस्ट में
अगर किसी कैंडिडेट ने 17 साल की उम्र में 12वीं पास की हो तो बिना गैप के वो 20 साल की उम्र में ग्रेजुएशन पूरा करेगा। इसके तुरंत बाद अगर किसी ने संविदा कर्मी के तौर पर काम किया हो तो 25 साल की उम्र में उसके पास कम से कम 5 सालों का वर्क एक्सपीरियंस होगा।

अगर किसी कैंडिडेट की 12वीं पास करने के तुरंत बाद संविदा कर्मी के तौर पर नौकरी लग भी गई और उसने प्राइवेट या डिस्टेंस मोड में ग्रेजुएशन की डिग्री की हो, तो ऐसा कैंडिडेट 23 साल की उम्र में इन पदों पर अप्लाय करने के लिए एलिजिबल हो सकेगा। हालांकि, मेरिट लिस्ट में ऐसे कैंडिडेट्स न के बराबर हैं।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक मेरिट लिस्ट में संविदा कर्मी कैटेगरी में सिलेक्टेड 45% कैंडिडेट्स योग्य हैं। इन कैंडिडेट्स ने 21 से 26 साल की उम्र के बीच 3 साल की ग्रेजुएशन डिग्री और 5 साल का वर्क एक्सपीरियंस बताया है

डिपार्टमेंट लेवल पर किया जाएगा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन: MP ESB
मेरिट लिस्ट में अयोग्य कैंडिडेट्स के सिलेक्शन को लेकर MP ESB के डायरेक्टर षणमुख प्रिया मिश्रा ने दैनिक भास्कर को बताया कि जिन कैंडिडेट्स ने अपने आवेदन में सविंदा-कर्मी कैटेगरी भरी हो, उनका सिलेक्शन इसी कैटेगरी में किया जाएगा। कैंडिडेट्स के एप्लिकेशन लेटर के हिसाब से ही रिजल्ट जारी करता है। लेकिन, सिलेक्टेड कैंडिडेट्स जिस डिपार्टमेंट के लिए सिलेक्ट हुए हों, उनका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन उस डिपार्टमेंट के लेवल पर ही होगा।

नियुक्ति के दौरान होगा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन: प्रिंसिपल सेक्रेटरी रेवेन्यू डिपार्टमेंट
रेवेन्यू डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी निकुंज श्रीवास्तव ने दैनिक भास्कर को बताया कि अभी सिर्फ एग्जाम में इन कैंडिडेट्स का सिलेक्शन हुआ है और इसी हिसाब से मेरिट लिस्ट भी तैयार की गई है। ऐसे कैंडिडेट्स जिन्होंने संविदा कैटेगरी में अप्लाय किया हो, उन्हें नियुक्ति के दौरान जरूरी सर्टिफिकेट्स लाने होंगे। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रोसेस भी स्ट्रिक्ट होगी।

संविदाकर्मी बोले- नए सिरे से बनाई जाए मेरिट लिस्ट
दो राउंड में काउंसलिंग की जाएगी। पहले राउंड में मेन सिलेक्शन लिस्ट से नियुक्ति मिलेगी। अगर पद खाली रह जाते हैं तो वेटिंग लिस्ट से नियुक्ति दी जाएगी। सिर्फ दो राउंड में ही काउंसलिंग होने की वजह से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान अयोग्य उम्मीदवार बाहर हुए तो पद खाली रह जाएंगे और वास्तविक संविदा कर्मियों को उनके लिए तय आरक्षण का फायदा नहीं मिल पाएगा।

ऐसे में संविदा कर्मियों का कहना है कि सर्टिफिकेट अपलोड करने का ऑप्शन ऑनलाइन दिया जाना चाहिए और नए सिरे से मेरिट लिस्ट बनाई जानी चाहिए। इसके अलावा काउंसलिंग के लिए भी कम से कम 5 राउंड होने चाहिए।

जांच में सामने नहीं आई कोई गड़बड़ी
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एग्जाम की जांच के आदेश दिए और 7 महीने चली जांच के बाद एग्जाम में किसी तरह की गड़बड़ी सामने नहीं आई है। जांच में सामने आया है कि परीक्षा के लिए 78 सेंटर बने थे।

मार्च-अप्रैल 2023 में एग्जाम हुआ, रिजल्ट आने के बाद हुए विरोध प्रदर्शन
कर्मचारी चयन आयोग यानी एम्पलॉइज सिलेक्शन बोर्ड (MP ESB) ने नवंबर 2022 में पटवारी सहित ग्रेड – 3 के 9200 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। 2023 में पटवारी और ग्रेड-3 पदों पर भर्ती के लिए 15 मार्च से 26 अप्रैल 2023 के बीच परीक्षा हुई थी। इसका रिजल्ट 30 जून को जारी किया गया।

इसके बाद परीक्षा में कई तरह की गड़बड़ियों के आरोप लगे। इसे लेकर प्रदेश भर में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन भी किए। मेरिट लिस्ट में टॉप 10 में से 7 कैंडिडेट्स ग्वालियर के NRI कॉलेज के एग्जाम सेंटर से थे। इस कॉलेज को BJP विधायक संजीव कुशवाहा भी जुड़े हुए हैं।

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