इस्राइल-हमास युद्ध रोकने का क्या है नया प्लान?

बंधकों के बदले कैदियों की रिहाई, मदद और पुनर्निर्माण, इस्राइल-हमास युद्ध रोकने का क्या है नया प्लान?
Israel-Hamas Ceasefire Deal: हमास ने 7 अक्तूबर 2023 को इस्राइल के इलाकों में हमला किया था। इस हमले में 1200 से ज्यादा इस्राइली मारे गए थे। हमले के बाद से युद्ध चल रहा है। अब इस लड़ाई को रोकने के लिए एक मसौदा फ्रांस में तैयार किया गया है। 
पिछले कुछ दिनों से गाजा में अस्थायी युद्धविराम की चर्चा जोरों पर है। इसके कयास तब लगने शुरू हुए जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गाजा में अस्थायी युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए एक समझौता हो सकता है। खबर है कि कई महीनों से युद्धरत इस्राइल और हमास एक मसौदा समझौते की शर्तों को तय करने में जुटे हैं।

आइये जानते हैं इस्राइल-हमास के बीच युद्ध कब शुरू हुआ था? अब युद्धविराम की बात कैसे पहुंची? मसौदा समझौते में क्या-क्या है? क्या दोनों पक्ष राजी होंगे? 

पहले जानते हैं इस्राइल-हमास के बीच युद्ध कब और कैसे शुरू हुआ था? 
हमास ने 7 अक्तूबर 2023 को इस्राइल की अभेद्य मानी जाने वाली सुरक्षा व्यवस्था को तोड़ते हुए इसके इलाकों में हमला किया था। इस हमले में 1200 से ज्यादा इस्राइलियों की जानें गई थीं। इस दौरान हमास लड़ाके 240 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। वहीं इस्राइल के जवाबी हमलों में हजारों फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है। गाजा के 24 लाख लोगों में से 19 लाख अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं, उनमें आधे बच्चे शामिल हैं।

7 अक्तूबर 2023 के हमले के बाद इस्राइल ने हमास को जड़ से मिटाने का संकल्प लिया था। इसके लिए इस्राइली सेना ने गाजा में हवाई और जमीनी हमले किए। इस तरह से हमास और इस्राइल के बीच बीते छह महीने से खूनी जंग जारी है। हालांकि, हाल ही में जो बाइडन के एक बयान से दोनों पक्षों में युद्धविराम को लेकर अटकलें शुरू हो गईं।

युद्धविराम के मसौदे में क्या है? 
जानकारी के मुताबिक, खूनी लड़ाई को रोकने के तिए एक मसौदा फ्रांस की राजधानी पेरिस में तैयार किया गया है। कतर, अमेरिका और मिस्र के राजदूतों के साथ बैठक में यह मसौदा तैयार हुआ था। अब इसे हमास के सामने पेश किया गया है। इसमें मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के दौरान लड़ाई में 40 दिनों के युद्धविराम का प्रस्ताव है जो 10 मार्च के आसपास शुरू होगा।

मसौदे के अनुसार, फलस्तीनी कैदियों के बदले में इस्राइली बंधकों को रिहा किया जाएगा। गाजा में सहायता आपूर्ति की बढ़ोतरी के साथ-साथ पुनर्निर्माण शुरू करने के लिए उपकरण और ईंधन भी बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा फलस्तीनी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को उत्तरी गाजा में लौटने की अनुमति दी जाएगी।

मसौदे के हिस्से के रूप में आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराए गए हाई-प्रोफाइल फलस्तीनी कैदियों को रिहा करने के लिए इस्राइल का समझौता हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 15 कैदियों को पांच महिला इस्राइली सैनिकों के बदले दिया जाएगा।

समझौते में और क्या-क्या है?
युद्धविराम : 
दोनों पक्ष सभी सैन्य अभियान रोक देंगे। इस्राइल अपने सैनिकों को घनी आबादी वाले इलाकों से दूर ले जाएगा। इस्राइल हर दिन आठ घंटे के लिए ड्रोन निगरानी भी रोकेगा।

बंधकों की रिहाई: हमास 40 इस्राइली बंधकों को रिहा करेगा। रिहा होने वालों में 19 साल से कम उम्र की महिलाएं, बच्चे और युवा, वयस्क, 50 से अधिक उम्र के लोग और रोगी शामिल हैं। इसमें सैन्य उम्र के पुरुषों को शामिल नहीं किया गया है।

कैदियों की रिहाई: इस्राइल 40 बंधकों के बदले में 400 कैदियों को रिहा करेगा। पिछले युद्धविराम में एक बंधक के बदले तीन कैदियों को रिहा किया गया था।

सहायता और पुनर्निर्माण: इस्राइल गाजा में मानवीय सहायता के प्रतिदिन 500 ट्रकों की आवाजाही की अनुमति देगा। अस्पतालों और बेकरियों के पुनर्निर्माण के लिए ईंधन और उपकरण गाजा में जा सकेंगे।

क्या समझौते पर सहमति बनेगी?
इस्राइल, हमास और कतर के अधिकारियों ने कहा कि कई मतभेद बने हुए हैं और समझौता अभी भी दूर है। उधर हमास ने भी कहा कि बाइडन की टिप्पणियां समय से पहले थीं और जमीनी स्थिति को नहीं दर्शाती हैं। कुछ इस्राइली अधिकारियों ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि बाइडन इस समझौते को लेकर इतने आश्वस्त क्यों हैं। इस बीच, मंगलवार को कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस्राइल और हमास के बीच मध्यस्थता की संभावनाओं के बारे में वो उत्साहित और आशावादी हैं।

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