ट्रेनों में ताबड़तोड़ चोरियां,यात्री परेशान ?
ट्रेनों में ताबड़तोड़ चोरियां,यात्री परेशान:रेलवे हेल्पलाइन 139 हुई हेल्पलेस, ट्रेन में सामान चोरी होने पर कॉल करो तो नहीं मिलता कोई रिस्पॉन्स
- पीड़ितों ने की शिकायत-घटना होने पर मजबूरी में केस दर्ज कराने जीआरपी थाना ही जाना पड़ता है
ट्रेनों में ताबड़तोड़ चोरियों हो रही हैं। इससे यात्री परेशान हैं। यात्रियों को रेलवे मदद हेल्पलाइन 139 से भी रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा। इससे परेशान होकर यात्री रेलवे बोर्ड तक शिकायत कर रहे हैं। हर दिन ऐसे मामले जीआरपी के पास पहुंच रहे हैं। यात्रियों को कहना है कि रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल करन के बाद रनिंग ट्रेन में पुलिस फोर्स नहीं पहुंचता न ही चलती ट्रेन में उनके चोरी के मामलों की एफआईआर हो रही है। ऐसे में वे कहां जाएं?
इस तरह के कुछ मामलों में दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने फरियादियों से बात की तो उनका कहना था कि हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की थी लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। जिसके बाद उन्हें जीआरपी थाना जाकर एफआईआर करने पड़ी। कुछ यात्रियों ने तो जीरो में एफआईआर ग्वालियर में दर्ज कराई है।
चोरियां बढ़ने की यह है वजह
ट्रेनों में चोरियां बढ़ने के पीछे जीआरपी स्टाफ का चुनाव में व्यस्त होना है। जीआरपी स्टाफ को अन्य जिलों में चुनाव के लिए भेजा गया है, इसलिए ट्रेनों में गश्त नहीं हो पा रही है। इसी का फायदा उठाकर चोर सक्रिय हैं।
ये हैं तीन मामले, जिन्होंने खोली हेल्पलाइन की पोल
- विंडसर हिल निवासी अनुभव श्रीवास्तव आईआईटी खड़गपुर से बीटेक कर रहा है। छात्र ने बताया कि वह 4 मई को खड़गपुर से ग्वालियर उत्कल एक्सप्रेस से आ रहा था। वह ए-2 कोच में सफर कर रहा था। झारखंड के पास चक्रधर स्टेशन पर उसका करीब 40 हजार रुपए कीमत का मोबाइल चोरी हो गया । जिसके बाद तुरंत रेलवे की हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल किया। लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। ग्वालियर आने पर जीआरपी थाना में जीरो में चोरी का प्रकरण दर्ज कराया।
- कोटा-इटावा एक्सप्रेस में 5 मई को अपने परिवार के साथ सफर कर रहे चंद्रकांत चौरसिया की प|ी के 25 ग्राम सोने के जेवर चोरी हो गए। इसकी शिकायत उन्होंने रेलवे की हेल्पलाइन नंबर 139 पर तत्काल की, लेकिन इस हेल्पलाइन नंबर पर रिस्पॉन्स नहीं मिला। जिसके बाद शनिश्चरा स्टेशन पर उसे उतरना पड़ा। साथ ही ग्वालियर जीआरपी थाना आकर एफआईआर दर्ज कराई।
- महलगांव निवासी मयंक सक्सेना एमबीबीएस का छात्र है। मयंक ने बताया कि 1 मार्च को वह रतलाम इंटरसिटी से ग्वालियर के लिए सफर कर रहा था। ग्वालियर रेलवे स्टेशन में उसका किसी ने लैपटॉप से भरा बैग चोरी कर लिया। इसके बाद उसने हेल्पलाइन नंबर 139 पर शिकायत की लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। जिसके बाद जीआरपी थाना जाकर एफआईआर करवाई। यात्री ने बताया कि उसने इस मामले की रेलवे बोर्ड से भी शिकायत की है, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
यह है नियम
यदि कोई यात्री रेलवे की हेल्पलाइन नंबर 139 पर सामान चोरी होने की जानकारी देता है तो यात्री को संबंधित ट्रेन से उतारकर जीआरपी थाना तक लेकर मदद के लिए जाना चाहिए। जिससे वह बिना किसी परेशानी के प्रकरण दर्ज करवा सके। दरअसल, कई यात्रियों को यह पता नहीं होता कि चोरी के मामले में एफआईआर जीआरपी में कराएं या आरपीएफ में।
कंट्रोल रूम से जो कॉल आते हैं यात्रियों की मदद के लिए तुरंत टीम पहुंचती है
रेलवे की हेल्पलाइन नंबर 139 पर जो यात्री कॉल करते हैं। उसकी जानकारी हमारे पास कंट्रोल रूम के माध्यम से आती हैं। जिसके बाद तुरंत आरपीएफ मदद के लिए टीम भेजी जाती है, जिससे यात्रियों को मदद मिल सके।
टीआई, आरपीएफ पोस्ट
चोरों की तलाश जारी है
जीआरपी ग्वालियर के अंतर्गत जिन यात्रियों का सामान चोरी हुआ है। उनके मामले में चोरों की तलाश जारी है। कई यात्री थाना में ऐसे आते हैं जो बताते हैं कि रेलवे की हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल करते हैं लेकिन उन्हें कोई रिस्पांस नहीं मिलता।
थाना प्रभारी, जीआरपी ग्वालियर