RGPV के 19.50 करोड़ के घोटाले में नया खुलासा …
RGPV के 19.50 करोड़ के घोटाले में नया खुलासा …
1.34 करोड़ व्यापारियों को बांटे; दलित संघ के अकाउंट में ट्रांसफर हुए थे 9.50 करोड़
भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) के अकाउंट से दलित संघ सोहागपुर के अकाउंट में ट्रांसफर हुए 9.50 करोड़ रुपए में से करीब सवा करोड़ रुपए व्यापारियों को बांटे गए। व्यापारियों तक यह रकम दलित संघ के सचिव रतन उमरे ने पहुंचाई है।
यह खुलासा RGPV के अकाउंट से दलित संघ के खाते में ट्रांसफर हुए 9.50 करोड़ रुपए मामले की जांच कर रही भोपाल की गांधीनगर पुलिस ने किया है।
साथ ही पुलिस ने इस मामले में संघ के सचिव रतन उमरे और कोषाध्यक्ष अशोक चौरसिया को आरोपी बना लिया है।
उल्लेखनीय है यूनिवर्सिटी के अकाउंट में यह रकम स्टूडेंट्स द्वारा परीक्षा, नामांकन, रजिस्ट्रेशन सहित दूसरे प्रोसेस की फीस के रूप में जमा की थी।
कुछ ही घंटे में निकाल लिए 3.20 करोड़ रुपए
गांधीनगर पुलिस की जांच रिपोर्ट के मुताबिक दलित संघ सोहागपुर के खाते में यूनिवर्सिटी के अकाउंट से 23 जनवरी 2023 को 9 करोड़ 50 लाख रुपए ट्रांसफर हुए। अकाउंट में रुपए क्रेडिट होने के कुछ ही घंटे बाद दलित संघ के सचिव रतन उमरे ने 3 करोड़ 20 लाख रुपए निकाल लिए। जबकि 55 लाख 73 हजार 500 रुपए चैक से निकाले। इसके अलावा 25 लाख 65 हजार रुपए सचिव रतन उमरे ने अपने खुद के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे।
चेक से निकाले 3 करोड़ 75 लाख रुपए
आरजीपीवी के खाते से दलित संघ के खाते में जमा हुए 9.50 करोड़ रुपए में से 3 करोड़ 75 लाख रुपए अलग-अलग चेक से सचिव रतन उमरे और कोषाध्यक्ष अशोक चौरसिया ने निकाले थे। इसकी पुष्टि पिपरिया स्थित आईसीआईसीआई बैंक के ब्रांच मैनेजर सुमित झारिया और एक्सिस बैंक के मैनेजर विनय वर्मा ने गांधी नगर पुलिस को दिए बयानों में की है। रतन उमरे ने एक बड़ी रकम खुद के अकाउंट में ट्रांसफर कर ली थी।
व्यापारियों को दिए 1 करोड़ 34 लाख रुपए
बैंक मैनेजर सुमित झारिया और विजय वर्मा ने पुलिस ने बताया कि दलित संघ के सचिव रतन उमरे ने यूनिवर्सिटी के खाते में आई रकम में से एक बड़े हिस्से को प्राइवेट बैंक में संचालित अपने स्वयं के अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया था। इसी रकम को आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट से रतन उमरे ने 1 करोड़ 34 लाख 48 हजार रुपए कई व्यापारियों को दिए थे। हालांकि, ये रुपए व्यापारियों को क्यों दिए इसका खुलासा नहीं हो सका है।
सचिव उमरे की जमानत याचिका खारिज
दलित संघ सोहागपुर के सचिव एवं आरजीपीवी करप्शन केस के आरोपी रतन उमरे की जमानत याचिका विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम ) रामप्रताप मिश्र ने खारिज कर दी। उमरे ने न्यायाधीश रामप्रताप मिश्र की कोर्ट में 1 मई को आरजीपीवी केस में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी। इस पर कोर्ट ने 2 मई को सुनवाई की और 6 मई को अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी।
राष्ट्रपति से सम्मानित हूं, मान-सम्मान खत्म हो जाएगा
भोपाल कोर्ट में दायर अग्रिम जमानत याचिका में दलित संघ के सचिव रतन उमरे ने अपने आवेदन में लिखा- समाज में काफी मान-सम्मान है। समाज सेवा के लिए राष्ट्रपति से सम्मानित हूं। यदि पुलिस गिरफ्तार करती है, तो सामाजिक मान-सम्मान समाप्त हो जाएगा। मामले की जांच में काफी समय लगने की संभावना है। पुलिस निर्दोष होने के बावजूद भी गिरफ्तार करना चाहती है। जमानत दी जाती है, तो मामले की जांच में पूरा सहयोग करूंगा।
कुलपति, रजिस्ट्रार और फाइनेंस कंट्रोलर समेत 8 आरोपी
- सुनील कुमार, तत्कालीन कुलपति, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
- आरएस राजपूत, तत्कालीन रजिस्ट्रार, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
- ऋषिकेश वर्मा, रिटायर, फाइनेंस कंट्रोलर, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
- कुमार मयंक, तत्कालीन मैनेजर, आरबीएल बैंक प्राइवेट लिमिटेड
- सीमा वर्मा, पत्नी ऋषिकेश वर्मा, रिटायर, फाइनेंस कंट्रोलर
- राम कुमार रघुवंशी, तत्कालीन ब्रांच मैनेजर, एक्सिस बैंक पिपरिया
- सुनील रघुवंशी, सह-सचिव, दलित संघ सोहागपुर
- रतन उमरे, सचिव, दलित संघ सोहागपुर