ग्वालियर : संगम मैरिज गार्डन में आग की घटना पर प्रशासन गंभीर ?

संगम मैरिज गार्डन में आग की घटना पर प्रशासन गंभीर …
हिदायत- 50 से अधिक लोगों की मौजूदगी होती है, तो फायर सेफ्टी के इंतजाम कर लें

अग्निकांड के बाद जांच हुई और अब सख्ती की तैयारी - Dainik Bhaskar

अग्निकांड के बाद जांच हुई और अब सख्ती की तैयारी …

ग्वालियर के पॉश मैरिज गार्डन संगम वाटिका और रंग महल गार्डन में हुए भीषण अग्निकांड को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। जांच रिपोर्ट आ चुकी है और नगर निगम को ऐसे गार्डन जो नियमों की अनदेखी कर रहे हैं उन पर कड़ा एक्शन लेने के लिए कलेक्टर ग्वालियर ने कहा है। इतना ही नहीं ऐसे स्थान जहां 50 से ज्यादा लोगों की मौजूदगी होती है उनको फायर सेफ्टी के इंतजाम करने ही होंगे।

अब ऐसे गार्डन मालिक नियमों की आड़ में बच नहीं सकेंगे। अब जिला प्रशासन नियमों में संशोधन के लिए भी नगरीय प्रशासन विभाग को पत्र व्यवहार कर लिख रहा है। आपको बता दें कि इस अग्निकांड में यदि जरा सी लापरवाही हो जाती तो कई लोगों की जान पर बन आती।

ग्वालियर एजी ऑफिस पुल के पास शहर के पॉश मैरिज गार्डन संगम वाटिक और रंग महल गार्डन में करीब एक महीना पहले भीषण आग लगी थी। इस अग्निकांड में संगम वाटिका पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी, जबकि रंग महल गार्डन भी काफी हद तक जल गया था। जिस समय आग लगी थी तो संगम गार्डन में करीब 200 से 300 लोग कार्यक्रम में मौजूद थे, जिससे लोगों की जान पर बन आई थी।

कलेक्टर ग्वालियर ने तत्काल में एक टीम एसडीएम झांसी रोड के नेतृत्व में बनाकर जांच कराई थी। उस घटना के बाद ही शहर के मैरिज गार्डनों को फायर एनओसी लेने की बात कही जा रही है, लेकिन नियमों के अनुसार केवल कंस्ट्रक्शन होने पर ही फायर एनओसी का प्रावधान है। जबकि मैरिज गार्डन में कंस्ट्रक्शन एरिया बहुत कम होता है। यहां वह नियम की आड़ में बच जाते हैं।

मैरिज गार्डन है तो फायर सेफ्टी के इंतजाम करने होंगे
मैरिज गार्डन संचालकों ने भी टैक्स आदि के झंझट से बचने के लिए किसी अन्य नाम से रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है। ऐसे में कलेक्टर रुचिका चौहान ने नगर निगम से सीधे शब्दों में कहा है कि जिन स्थानों पर शादी समारोह या इसी प्रकार के अन्य आयोजन होते हैं और जमा भीड़ की संख्या 50 से अधिक होती है तो वहां पर फायर सेफ्टी के इंतजाम अनिवार्य रूप से होना ही चाहिए। यदि कोई ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

नियमों में बदलाव के लिए लिखा पत्र
कलेक्टर ग्वालियर रूचिका चौहान भी मैरिज गार्डन संचालकों की चालाकी को समझ चुकी हैं, इसलिए उन्होंने तय किया है कि नगरीय प्रशासन विभाग को नगर निगम के माध्यम से पत्र लिखा जाएगा। जिससे मैरिज गार्डनों को भी फायर एनओसी के दायरे में लाया जा सके। इसके बाद मैरिज गार्डनों को फायर सेफ्टी के इंतजाम करना जरूरी हो जाएगा।

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संगम वाटिका अग्निकांड…:कार्रवाई के लिए अब फाइल जाएगी नगर निगम

संगम वाटिका के अग्निकांड में आई जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई के लिए फाइल अब नगर निगम के पास भेजी जाएगी। इस मामले में कलेक्टर रुचिका चौहान ने शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्रवाई पर चर्चा की। जिसमें स्पष्ट हुआ कि जिन विभागों से संबंधित व्यवस्थाओं में खामियां सामने आई हैं।

वे ही इसमें कार्रवाई कर सकेंगे। इसलिए इसे कार्रवाई के लिए नगर निगम के पास भेजा जाए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द पूरी जांच रिपोर्ट नगर निगम को भेज दें और आगे की कार्रवाई की जानकारी लेते रहें। वहीं अब ऐसे स्थलों की जांच भी कराई जाएगी। जहां 50 से अधिक लोग जुटते हैं और कार्यक्रम होते हैं। उन स्थानों पर भी फायर सिस्टम की व्यवस्था कराई जाएगी।

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