ग्वालियर …  टीम ढूंढ रही नक्शे, बंदोबस्त में सरकारी फिर निजी कैसे !

 टीम ढूंढ रही नक्शे, बंदोबस्त में सरकारी फिर निजी कैसे
चेतकपुरी नर्सरी के नीचे नाले से लगी जमीन की जांच शुरू कर दी गई है। इसकी शिकायत ग्वालियर से  भोपाल के अफसरों तक पहुंची थी जिसमें बताया गया है कि यह जमीन पूरी सरकारी है जिस पर शहर के बड़े बिल्डर व कारोबारी कब्जा कर रहे हैं।
Gwalior News: टीम ढूंढ रही नक्शे, बंदोबस्त में सरकारी फिर निजी कैसे
  1. चेतकपुरी नर्सरी के नीचे नाले की जमीन मामला
  2. यह जमीन पूरी सरकारी है जिस पर शहर के बड़े बिल्डर व कारोबारी कब्जा कर रहे हैं
ग्वालियर। चेतकपुरी नर्सरी के नीचे नाले से लगी जमीन की जांच शुरू कर दी गई है। इसकी शिकायत ग्वालियर से  भोपाल के अफसरों तक पहुंची थी जिसमें बताया गया है कि यह जमीन पूरी सरकारी है जिस पर शहर के बड़े बिल्डर व कारोबारी कब्जा कर रहे हैं। तहसीलदार लश्कर रमाशंकर सिंह ने इस मामले में संबंधित पटवारी से जांच प्रतिवेदन भी मांगा है। वहीं इस जमीन के सर्वे नंबरों की स्थिति से लेकर बंदोबस्त रिकार्ड में क्या दर्ज है, इसकी पूरी जांच की जाएगी। प्राथमिक तौर पर बंदोबस्त में शासकीय जमीन पता चली है लेकिन इसके बाद यह निजी कैसे चढ़ गई, इसकी टीम पड़ताल कर रही है।

शिकायतकर्ता कैलाश अग्रवाल ने शिकायत में बताया है कि करोड़ों की बेशकीमती शासकीय भूमि ग्राम ललितपुर तहसील व जिला ग्वालियर के भूमि सर्वे क्रमांक 243, 244, 245, 246, 247 और अन्य शासकीय सर्वे नंबरों की भूमि को अतिक्रमणकारियों व भू-माफिया द्वारा खुर्दबुर्द और प्लाटो का अवैध निर्माण कराया जा रहा है। उक्त शासकीय भूमि ग्राम ललितपुर तहसील व जिला ग्वालियर जीवाजी क्लब के पीछे उक्त भूमि पर भूमाफिया द्वारा राजस्व विभाग व टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ग्वालियर से बिना विकास अनुज्ञा प्राप्त कर अवैध रूप से शासकीय भूमि पर कार्य किया जा रहा हैं।

उक्त माफिया के पास नगर निगम समेत भूमि का डायवर्सन व संबंधित सक्षम विभागों से कोई अनुमति प्राप्त नहीं हैं। भूमि पर अवैध रूप से कार्य किया जा रहा है और उक्त भूमि पर लगे हरे-भरे पेड़ों की कटाई भी माफिया द्वारा की गई है, जबकि भूमि ग्राम ललितपुर के मिसिल बंदोबस्त संवत 1997 (वर्ष 1940) की स्थिति में शासकीय है। इसी जमीन के मामले में नौ सितंबर 2023 को महेश भारद्वाज और रोहित वाधवा ने अभिभाषक के माध्यम से विज्ञप्ति भी निकलवाई थी जिसमें लिखा था कि गजीवाजी क्लब के पीछे का स्वामित्व परिकल्प रियलिटी एलएलपी के पास है।

उक्त भूमि रजिस्टर्ड विक्रम पत्र 28 फरवरी 2014 द्वारा भूमि के मूल स्वामी सुभाषचंद शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, गिरीश कुमार, राकेश पुत्रगण स्वर्गीय भजनलाल शर्मा द्वारा विक्रय की गई है। उपरोक्त परिकल्प रियलिटी एलएलपी के पार्टनर सुभाषचंद शर्मा, अशोक शर्मा, गिरीश शर्मा, राकेश शर्मा, गोपी मदान, विक्रम शर्मा, महेश भारद्वाज, रोहित वाधवा, राजेश कुमार गुप्ता व अमित गच्छ हैं। उस समय पार्टनरों विवाद हो गया था, ऐसा बताया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *