डीएड फर्जीवाड़ा मामला, 33 की जांच में 8 शिक्षकों के दस्तावेज निकले फर्जी !

डीएड फर्जीवाड़ा मामला, 33 की जांच में 8 शिक्षकों के दस्तावेज निकले फर्जी
ग्‍वालियर के पनिहार पुलिस थाना में दो वर्ष पहले 33 शिक्षकों के विरुद्ध डीएड की फर्जी अंकसूची पर नौकरी के मामले की श‍िकायत की गई थी। यह मामला जिला शिक्षा अध‍िकारी कार्यालय में आने के बाद इसकी जांच आरंभी की गई। 8 शिक्षकों की अंकसूची फर्जी पाए जाने के बाद अब इनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है। जिला श‍िक्षा अधिकारी के अनुसार मामले की जांच की गईहै।

ग्वालियर। डीएड फर्जीवाड़ा मामले में चल रही जांच अपने अंजाम पर पहुंचने वाली है। जांच के दौरान 8 शिक्षकों की मार्कशीट फर्जी पाई गई है। जिसके बाद अब इन शिक्षकों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। इन शिक्षकों को नौकरी से पृथक करने की कार्रवाई जल्द ही की जाएगी।

मार्कशीट फर्जी मिलने को लेकर हड़कंप

हालांकि शिक्षकों की मार्कशीट फर्जी मिलने को लेकर हड़कंप मचा हुआ है और मामले को पूरी तरह से दबाने का प्रयास किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अफसर फर्जीवाड़ा करने वाले शिक्षकों के खिलाफ एक्शन लेने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है वहां से फैसला आने पर ही कार्रवाई की जाएगी।

दो साल पहले हुई थी श‍िकायत

गौरतलब है कि पनिहार थाना में दो साल पहले 33 शिक्षकों के खिलाफ डीएड की फर्जी मार्कशीट पर नौकरी करने की शिकायत की गई थी। जिसके बाद इस मामले की जांच जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पहुंची और जांच शुरू की गई।

भौतिक सत्यापन में फर्जीवाड़े का खुलासा

जांच में पाया गया कि जिन 33 शिक्षकों की शिकायत मिली थी उनमें से 8 शिक्षक के समस्त दस्तावेजों को जब भौतिक सत्यापन कराया गया तो उसमें फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। क्योंकि जिस संस्था से डीएड की डिग्री करना बताया गया वहां से प्रमाणीकृत नहीं हो सका कि मार्कशीट उस संस्था से बनाई गई।

इनके खिलाफ हुई थी शिकायत

विष्णु कुमार,राजेन्द्र शाक्य,सुमति प्रकाश,अंबरीश सिंह तोमर,लता रावत,उर्मिला सोनवाने,बलवान सिंह, माधवी कुशवाह,रविन्द्र शर्मा, श्याम कुमार गोस्वामी,सुरेन्द्र सिंह राजपूत, सविता भदौरिया,बबीता देवी,शशी भदौरिया,राजेश कुमार,शैलेन्द्र सिंह,कल्पना शर्मा,सीमा सिंघल,नीतू तोमर,राजेन्द्र कुमार शर्मा, राजहंस सिंह तोमर,अजय कुमार पाठक,अजय सिंह राजपूत,मोहसिन कुरैशी, अंजू कौशिक, राजेश जाटव,मिथलेश यादव, देवेन्द्र कुशवाह, सरोज गोस्वामी,रामवीर पाल,मीरा यादव,दीक्षा सिकरवार,सुनील जाटव।

इनका कहना है

डीएड फर्जीवाड़े मामले में जांच चल रही थी। इसमें 8 शिक्षकों की मार्कशीट का जिन स्थानों से भौतिक सत्यापन कराने का प्रयास किया जो नहीं हो सका। इसलिए माना जा रहा है कि वह फर्जी हो सकती है। जल्द ही जांच पूरी होगी उसके हिसाब से आगे कार्रवाई की जाएगी।

अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *