सड़क पर कब्जा कर कारोबा ! जनता जाम से त्रस्त ,,,?

 सड़क पर कब्जा कर कारोबार, उलझ रहा है यातायात, जनता जाम से त्रस्त
शहर के बदहाल ट्रैफिक को सुधारने हर रोज चंद घंटों के लिए नगर निगम का मदाखलत अमला और ट्रैफिक पुलिस के जवान निकलते हैं। ट्रैफिक सुधारने के लिए इन्हें सड़कों पर कब्जा सिर्फ चुनिंदा बाजारों में ही नजर आता है। यही वजह है- डीडवाना ओली में कारोबारी और मदाखलत अमले के बीच मारपीट हुई।
Gwalior News: सड़क पर कब्जा कर कारोबार, उलझ रहा है यातायात, जनता जाम से त्रस्तबद इंतजामी की वजह से शहर के बाजारों में लोग जाम में फंसते हैं।
  1. सिर्फ चुनिंदा रास्तों पर ही जिम्मेदारों को नजर आता है अतिक्रमण
  2. सांठगांठ नहीं है वहां से दस्ता उठाता है सामान
  3. केवल चुनिंदा बाजारों में ही होती है कार्रवाई

ग्वालियर। शहर के बदहाल ट्रैफिक को सुधारने हर रोज चंद घंटों के लिए नगर निगम का मदाखलत अमला और ट्रैफिक पुलिस के जवान निकलते हैं। ट्रैफिक सुधारने के लिए इन्हें सड़कों पर कब्जा सिर्फ चुनिंदा बाजारों में ही नजर आता है। यही वजह है- डीडवाना ओली में कारोबारी और मदाखलत अमले के बीच मारपीट हुई। जिन बाजारों में लगातार कार्रवाई हो रही है, वहां के कारोबारी तो अब यहां तक आरोप लगाने लगे हैं- जहां मदाखलत अमले और ट्रैफिक पुलिस की सांठगांठ है, वहां कार्रवाई नहीं होती।

जहां सांठगांठ नहीं है, वहां दुकान के गेट तक पर रखा सामान उठाकर ले जाते हैं। नईदुनिया ने जब पड़ताल की तो पता चला कि कुछ बाजार ऐसे हैं, जहां सड़क पर कब्जा और कारोबार से रास्तों पर दिनभर ट्रैफिक उलझता है, जाम में घंटों कारोबारी, नौकरीपेशा लोग और स्कूल के बच्चे तक फंसते हैं। फिर भी इन रास्तों पर न तो नगर निगम के मदाखलत अमले को अतिक्रमण नजर आता है, न ही ट्रैफिक पुलिस को। अगर इन रास्तों पर जिम्मेदार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करें तो हर रोज जाम में उलझ रहे हजारों वाहन चालकों को राहत मिलेगी।

नदीगेट से जयेंद्रगंज और इंदरगंज चौराहा तक: नदीगेट से जयेंद्रगंज और इंदरगंज चौराहा तक यही हाल है। जयेंद्रगंज में सबसे ज्यादा जाम की वजह सड़क पर वाहन में एसेसरीज लगाने वाले दुकानदारों की वजह से लगता है। आधी से ज्यादा सड़क यह लोग सुबह से घेर लेते हैं। सुबह से रात तक चार पहिया वाहन यहां कतारों में खड़े रहते हैं, लेकिन इन पर कभी कार्रवाई नहीं हुई। इनका चालान तक नहीं काटा।

हास्पिटल रोड: सनातन धर्म मंदिर की ओर से हास्पिटल रोड की तरफ जाने वाला रास्ता अवैध पार्किंग जोन बन चुका है। यहां हास्पिटल मरीजों के स्वजनों से तो लाखों रुपये वसूलते हैं, लेकिन हास्पिटल में पार्किंग के इंतजाम नहीं हैं। यहां अस्पताल के स्टाफ से लेकर मरीजों के स्वजन और एंबुलेंस तक यहां सड़क घेरकर खड़ी रहती हैं। अचलेश्वर की ओर से इंदरगंज होते हुए महाराज बाड़ा और कंपू की तरफ जाने वाले लोगों के लिए यह रास्ता उपयोगी हो सकता है, लेकिन यहां अतिक्रमण है, इसलिए इसका उपयोग वाहन चालक नहीं करते।

शिंदे की छावनी तिराहे से गुरुद्वारा और नौगजा रोड। लश्कर और रेलवे स्टेशन के बीच का यह प्रमुख रास्ता है। यहां ट्रैफिक लोड सुबह से ही अधिक रहता है। यहां सड़क को ही वर्कशाप बना लिया गया है। वाहन एसेसरीज का सामान बेचने वाले दुकानों के सामने अवैध रूप से वर्कशाप संचालित करा रहे हैं। यहां गलत दिशा में भी वाहन गुरुद्वारे की ओर से प्रवेश करते हैं। इससे सुबह से रात तक जाम रहता हैं। दोपहर में जब स्कूल बस निकलती हैं, तब तो हालात बहुत बिगड़ जाते हैं।

जहां सड़क पर अतिक्रमण की वजह से ट्रैफ़िक बिगड़ रहा है, वहाँ कार्रवाई की जा रही है। ऐसा नहीं है सिर्फ़ चुनिंदा जगहों पर कार्रवाई हो। हर जगह निगम के साथ मिलकर कार्रवाई कर रहे हैं।

 डीएसपी, ट्रैफिक।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *