झोलाछापों की पड़ताल !
झोलाछाप डाक्टरों को सीएमएचओ ने दिए नोटिस, सात क्लीनिक बंद कराए
शासन के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप डॉक्टरों के यहां निरीक्षण व जांच की। इस दौरान झोलाछाप डाक्टरों को नोटिस दिया और सात क्लीनिकों को सील कर दिया। इसके साथ ही विभाग को दीनदयाल नगर में एक पैथोलाजी लैब अवैैधरूप से संचालित मिली। विभाग की टीम इसके खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है।
- झोलाछापों की पड़ताल: 13 जगह जाकर किया निरीक्षण
- शासन ने दिए हैं झोलाछाप डॉक्टरों के निरीक्षण के निर्देश
- अनाधिकृत लैब भी मिली चलती हुई
ग्वालियर। शासन के झोलाछापों क्लीनिकों पर कार्रवाई करने के आदेश को लेकर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की। सीएमएचओ डा आरके राजौरिया व उनकी टीम ने क्लीनिक, पैथोलॉजी और मेंडीकल स्टोरों का औचक निरीक्षण किया गया, क्लीनिक, मेडीकल स्टोर एवं पैथोलॉजी सहित कुल 13 का निरीक्षण किया गया, जिसमें से 7 को बंद कराया गया। शेष को नोटिस जारी किए गए।
ओम मेडिकल स्टोर-पटरी रोड दीनदयाल नगर ग्वालियर -फार्मासिस्ट नहीं मिला एवं अनाधिकृत लैब संचालित मिली बंद की कार्रवाई की गई। वेदांता मेडिकल स्टोर एवं वेदांत लेव -पटरी रोड दीनदयाल नगर ग्वालियर -फार्मासिस्ट नहीं मिले मेडिकल स्टोर के पीछे पैथोलॉजी मिली जिसमें कोई कर्मचारी प्रशिक्षित नहीं मिला जिसे मौ़के पर बंद किया गया। जीवन रक्षक हॉस्पिटल पटरी रोड दीनदयाल नगर ग्वालियर रजिस्ट्रेशन नहीं मिला बीएमडब्ल्यू एवं पॉल्यूशन बोर्ड का सर्टिफिकेट नहीं मिला नहीं मिला जिसे नोटिस जारी किया जा रहा है। सौवरी क्लिनिक पटरी रोड दीनदयाल नगर ग्वालियर रजिस्ट्रेशन नहीं पाया गया अनाधिकृत रूप से चल रहा था जिसे नोटिस जारी किया गया।
तोमर क्लिनिक पटरी रोड दीनदयाल नगर ग्वालियर क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन नहीं पाया गया जिन्हें नोटिस जारी किया जा रहा है ,दीनदयाल पैथोलॉजी का पंजीयन नहीं पाया गया,क्लीनिक बंगाली बंगाली पिंटू पार्क मुरार अवैध संचालन मिला इसके बंद कराया गया। राजेश माहौर क्लीनिक- जडेरूआ रोड अवैध मिला बंद कराया। उपचार क्लिनिक पिंटू पार्क को नोटिस, बघेल क्लिनिक को बंद कराया। मंगलम चिकित्सालय जडेरूआ रोड को नोटिस, बालाजी मेडिकल स्टोर जडेरूआ रोड को बंद कराया। मोहित मेडिकल-जडेरूआ रोड पर फार्मासिस्ट नहीं मिला।
दस्तक सह स्टाप डायरिया अभियान को गंभीरता से अंजाम दें
जिले में “दस्तक सह स्टाप डायरिया” अभियान को स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला पूरी गंभीरता के साथ अंजाम दें। जन्म से पांच वर्ष तक का कोई भी बच्चा बीमारियों की जांच, उपचार व प्रबंधन से छूटने न पाए। इसमें किसी तरह की ढिलाई व लापरवाही न हो। यह निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व जिला टीकाकरण अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
ज्ञात हो जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों का घर-घर जाकर निश्शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार करने के लिए गत 25 जून से शुरू हुआ “दस्तक सह स्टाप डायरिया” अभियान 31 अगस्त तक चलेगा। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. आरके गुप्ता ने बताया कि दस्तक अभियान के तहत एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर पांच वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान, रेफरल एवं प्रबंधन का काम किया जा रहा है।