1 जनवरी से लागू हो जाएगी नई व्यवस्था की गाइडलाइन !

1 जनवरी से लागू हो जाएगी नई व्यवस्था की गाइडलाइन
नैक, 7 के बजाय 10 मापदंड, निरीक्षण खत्म, दस्तावेजों पर मिलेगा एक्रिडिएशन ;अब फैकल्टी और छात्रों के अनुपात पर किया गया है फोकस

नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल (नैक) ने ग्रेडिंग सिस्टम खत्म कर जो नई व्यवस्था लागू की है, उसके विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी गई है। नई व्यवस्था में कुल 7 के बजाय 10 मापदंड होंगे। नए सिस्टम में निरीक्षण की व्यवस्था पूरी तरह से खत्म कर दी गई है। सिर्फ दस्तावेजों के आधार पर यूनिवर्सिटी या कॉलेजों को एक्रिडिएशन या नॉन एक्रिडिएशन का दर्जा मिलेगा। जिसके दस्तावेज अधूरे होंगे या कोई विशेष उपलब्धि नहीं होगी, उन्हें एक्रिडिएटेड की कैटेगरी में माना जाएगा। वहीं अंकों में इंडियन नॉलेज सिस्टम को भी जोड़ा है।

अब ऐसे मूल्यांकन: हर मापदंड के लिए अंक तय

1: करिकुलम : यूनिवर्सिटी- 75 ऑटोनोमस कॉलेज- 75 कॉलेज- 50 2: फैकल्टी रिसोर्सेस: यूनिवर्सिटी- 50 ऑटोनोमस कॉलेज- 50 कॉलेज-100 3: इंफ्रास्ट्रक्चर: यूनिवर्सिटी- 50 ऑटोनोमस कॉलेज-50 कॉलेज- 75 4: लर्निंग एंड टीचिंग: यूनिवर्सिटी- 125 ऑटोनोमस कॉलेज-150 कॉलेज-150 5: स्टूडेंट आउटकम: यूनिवर्सिटी- 100 ऑटोनोमस कॉलेज-125 कॉलेज-100 6: रिसर्च एंड इनोवेशन आउटकम: यूनिवर्सिटी- 125 ऑटोनोमस कॉलेज-100 कॉलेज-50 7: गवर्नेंस एंड एडमिनिस्ट्रेशन: यूनिवर्सिटी- 100 ऑटोनोमस कॉलेज-100 कॉलेज-12 8: ग्रीनरी एंड अन्य: यूनिवर्सिटी- 75 ऑटोनोमस कॉलेज-75 कॉलेज-75 9: एक्सटेंडेट करिकुलर इंडोस्मेंट: यूनिवर्सिटी- 100 ऑटोनोमस कॉलेज-125 कॉलेज-125 10: फाइनेंशियल रिसोर्स मैनेजमेंट: यूनिवर्सिटी- 50 ऑटोनोमस कॉलेज-50 कॉलेज-50

1 जनवरी से कर सकेंगे आवेदन
नई व्यवस्था 1 जनवरी 2025 से यह लागू होगी। 1 जनवरी से कॉलेज और यूनिवर्सिटी नई प्रणाली से ग्रेड के लिए आवेदन कर सकेंगे।

यह सिस्टम था पहले, जिसमें 7 मापदंड और 56 बिंदु शामिल थे
पहले सिस्टम था, उसमें कुल 7 मापदंड और उसके 56 बिंदु थे। जिसमें से 33 बिंदुओं का डिजिटल मूल्यांकन होता था। सात मापदंड में करिकुलर आस्पैक्ट, टीचिंग लर्निंग एंड ई-वैल्युएशन,रिसर्च कंसलटेंसी एंड एक्सटेंशन, इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिसाेर्सेस, स्टूडेंट सपाेर्ट एंड प्राेग्रेसन,गवर्नेंस , लीडरशिप एंड मैनेजमेंट, इनाेवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिसेस शामिल थे।

अब ये भी मायने रखेगा

शिक्षाविद डॉ. मंगल मिश्र कहते हैं॑ कि अब नैक के नए सिस्टम में कई नए बिंदु जुड़ गए हैं। मापदंड ज्यादा कठिन हो गए हैं। इस बार नैक ने अंकों में इंडियन नॉलेज सिस्टम को भी जोड़ा है। इसके साथ ही फैकल्टी स्टूडेंट रेशों पर खास फोकस किया गया है। ताकि छात्र ज्यादा और फैकल्टी कम रखने की मनमानी खत्म हो सके।

अब दस्तावेजों का देना होगा प्रमाण

जानकारों का कहना है की यूनिवर्सिटी, सरकारी और निजी और ऑटोनोमस कॉलेज जो भी दस्तावेज देंगे, उसका प्रमाण भी देना होगा। फैकल्टी की संख्या के साथ उनके नाम, आधार नंबर और कॉलेज कोड 28 का प्रमाण पत्र भी देना होगा। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी फोटो और वीडियो के साथ देना होगी। इसके अलावा प्रोफेसरों की रिसर्च और पेटेंट की जानकारी भी प्रमाण पत्र के साथ अपलोड करना होगी।

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