ग्वालियर : जेल से निकलते ही खौफ फैला रहे बदमाश !

अपराध न करने की शर्त पर जमानत
जेल से निकलते ही खौफ फैला रहे बदमाश 71 की जमानत निरस्त कराने पुलिस कोर्ट में

शहर में अपराधी अपराध कर बेखौफ हैं। हिस्ट्रीशीटर बदमाश जेल से बाहर निकलकर जुलूस निकालकर अपने खौफ का प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजती है और अपराधी कुछ ही दिनों में जमानत पर जेल से बाहर आकर फिर गोलियां चलाकर हत्या और हत्या के प्रयास की वारदात कर रहे हैं। पुलिस अब ऐसे बदमाशों को चिह्नित कर रही है। पुलिस ने ऐसे 71 अपराधियों को चिह्नित कर लिया है, जो आगे भी जारी है।

ज्ञात रहे शहर के अंदर लाइसेंसी हथियारों की संख्या 33 हजार से ज्यादा है। शहर में रहने वाले लगभग 6 हजार सैनिक व पूर्व सैनिकों पर भी जम्मू व अन्य राज्यों से बने लाइसेंस हैं। इसके अलावा ग्वालियर में भिंड, मुरैना जिलों के कई लोग हैं, जिनके पास लाइसेंसी हथियार हैं। इस तरह जिले में लगभग 40 हजार से अधिक लाइसेंसी हथियार है। इसके अलावा अवैध हथियारों की कोई निर्धारित संख्या नहीं है। वहीं किसी भी अपराधी को न्यायालय से जमानत दिए जाने की पहली व मुख्य शर्त रहती है कि वह कोई भी अपराध नहीं करेगा। किसी को भी धमकाएगा नहीं। प्रकरण की जांच में सहयोग करेगा और जब भी उसे बुलाया जाएगा वह थाने पर हाजिर होगा।

जानिए…केस दर केस अपराधियों का दुस्साहस

जेल से छूटने पर ममेरे भाई को मारी गोली
बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के उरवाई गेट पर जेल से छूटे अनिकेत धाकड़ ने साथियों के साथ अपने ममेरे भाई सोनू को गोली मार दी थी। वह गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती है। अनिकेत धाकड़ अभी भी फरार है।

लूट में पकड़ा, जेल से छूट चलाई गोली
मुरार थाना क्षेत्र में आदित्य भदौरिया ने अपने साथियों के साथ सात नंबर चौराहा के पास गोली चलाई थी। थाना प्रभारी के अनुसार आदित्य गोला का मंदिर क्षेत्र में लूट के मामले में जेल भेजा गया था और जेल से जमानत पर छूटा था।

जेल से छूटा फिर गोली चलाई
नारायण विहार कॉलोनी में हिस्ट्रीशीटर दिनेश गुर्जर की गिरफ्तारी के दौरान उसके साथियों ने पुलिस पर गोली चलाई थी। दिनेश ने जेल से जमानत पर छूटने के कुछ दिन बाद ही सूर्य विहार कॉलोनी में गोली चला दी थी।

जेल से आने के बाद रेस्टोरेंट में चलाई गोली
बदमाश आकाश तोमर ने बहोड़ापुर में रंगबाजी में गोली चलाई थी। इससे पहले आरोपी ने पुरानी छावनी इलाके में भी रेस्टोरेंट संचालक पर रंगबाजी में हमला करते हुए दुकान पर तोड़फोड़ कर गोली चलाई थी।

सेम नेचर का केस होने से कोर्ट ने आरोपी को जमानत दी, पुलिस की नहीं सुनी
पुलिस ने जिले में ऐसे 71 अपराधियों को चिह्नित कर जमानत निरस्त कराने के लिए न्यायालय में आवेदन लगाए हैं। इन आवेदन पर सुनवाई के बाद 10 बदमाशों की जमानत निरस्त कर दी गई है। जमानत निरस्त कराने के लिए न्यायालय मे पेश किए गए 11 आवेदनों को न्यायालय ने इस आधार पर निरस्त किया कि अपराधी द्वार जमानत के बाद किया गया अपराध सेम नेचर का नहीं था। अपराधियों की जमानत निरस्त कराने के 50 आवेदन न्यायालय में लंबित हैं।

थानों में जमा डेढ़ हजार हथियार, 200 का लाइसेंस निरस्त हुआ
थानों में आचार संहिता के दौरान जमा कराए गए डेढ़ हजार लाइसेंसी हथियारों में से कई पर अपराध दर्ज होने के कारण रिलीज नहीं किए गए थे। जिन लाइसेंसी हथियारों का अपराध में उपयोग किया गया, ऐसे 150 लाइसेंस निलंबित कराने के लिए पुलिस ने प्रशासन को पत्र लिखे हैं, जिनमें से 50 के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं, 100 हथियारों के प्रकरण प्रशासन के पास विचाराधीन हैं। 50 और हथियार लाइसेंस निलंबित कराने के लिए पुलिस पत्र तैयार कर रही है।

भास्कर एक्सपर्ट – शैलेंद्र पांडे, सेवानिवृत्त एएसपी

वकील ऐसा हो जो पुलिस का ढंग से पक्ष रख सके

जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने पर उसे निरस्त कराने की कार्रवाई व्यापक रूप की जाना चाहिए। जमानत पर छूटने के बाद अपराध करने पर ही नहीं, जांच में सहयोग न करने, धमकाने, थाने पर हाजिर न होने सहित 10 बिंदु ऐसे हैं जिन पर जमानत निरस्त कराई जा सकती है। साथ ही आपराधिक प्रकरणों की सुनवाई में पुलिस का पक्ष रखने वाले अभिभाषकों का चुनाव ज्ञान व प्रेक्टिस के आधार पर किया जाना चाहिए, जिससे पुलिस का पक्ष न्यायालय में मजबूती से रखा जा सके।

जमानत निरस्त करने की कार्रवाई हो रही है
^अपराधी जमानत के बाद छूट कर गंभीर अपराध कर रहे हैं। अभी अपराध करने वाले अपराधियों की जमानत निरस्त कराने आवेदन कोर्ट में लगाए जा रहे हैं। अब पड़ताल में सहयोग न करने वाले व बुलाने पर थाना न आने वाले अपराधियों की जमानत भी निरस्त कराई जाएंगी। ग्वालियर जोन में मई के बाद 34 अपराधियों की जमानतें निरस्त कराई गईं है।
 आईजी, ग्वालियर जोन

अपराधियों की सूची बना रहे हैं
^जिले में अपराध नियंत्रण के लिए ऐसे अपराधियों की सूची बनाई जा रही है जो जमानत पर जेल से बाहर हैं और आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं। अभी जमानत पर आकर अपराध करने वाले अपराधियों की जमानत निरस्त कराने के आवेदन न्यायालय में लगाए गए हैं। अब जमानत पर जेल से बाहर आए अपराधियों की सूची बनाई जा रही है।
 पुलिस अधीक्षक

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