टॉप-100 शिक्षण संस्थानों में मध्य प्रदेश के सात, IIM इंदौर को मिला 8वां स्थान
टॉप-100 शिक्षण संस्थानों में मध्य प्रदेश के सात, IIM इंदौर को मिला 8वां स्थान
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क-2024 में मध्य प्रदेश के कई संस्थानों ने महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। IIM इंदौर को 8वां, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को 50वां, और IIT इंदौर को 16वां स्थान मिला है। एम्स भोपाल को चिकित्सा श्रेणी में 31वां और एनएलआइयू भोपाल को विधि श्रेणी में 21वां स्थान मिला।
- देवी अहिल्या विश्वविद्यालय भी टाप 100 में।
- आईआईटी इंदौर ने 16वां स्थान प्राप्त किया।
- एम्स भोपाल को चिकित्सा श्रेणी में 31वां स्थान।
भोपाल। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क-2024 की रैंकिंग में मध्य प्रदेश के कई शिक्षण संस्थानों ने बेहतर स्थान बनाया है। इंदौर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) देश के प्रथम 10 संस्थानों में शामिल है। इसे आठवां स्थान प्राप्त हुआ है।
टॉप-100 में देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी
वहीं, प्रदेश के एकमात्र देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने देश के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में स्थान बनाया है। उसको स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटी की श्रेणी में 50वां स्थान मिला है। भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी, स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, नेशनल लॉइंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (आइसर) और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) शामिल हैं।
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क-2024 में देशभर के प्रमुख शिक्षण संस्थानों के साथ ही इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट, यूनिवर्सिटी सहित अन्य श्रेणियों में शीर्ष उच्च संस्थानों की रैंकिंग जारी की गई है। इंदौर के आईआईएम ने प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए 8वां स्थान पाया है। यह शिक्षण, अनुसंधान और उद्योगों के साथ बातचीत के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है। वर्ष 2016 से 2022 तक यह संस्थान प्रबंधन विषय में देश के शीर्ष संस्थानों में रहा है।
टॉप-100 कॉलेजों में मध्यप्रदेश के दो संस्थान
टॉप-100 कॉलेजों में मध्य प्रदेश के दो संस्थान शामिल हुए हैं। इसमें आईआईटी इंदौर ने 64.72 अंक के साथ 16वां स्थान प्राप्त किया है। जबकि, मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) ने रैंकिंग में सुधार करते हुए 72वां स्थान हासिल किया है। यह पिछली गणना में 80वें स्थान पर था। 100 संस्थानों की समग्र रैंकिंग में इंदौर के इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी ने 33वां स्थान, रिसर्च संस्थानों की सूची में भी इसी संस्थान ने 27वां और इंजीनियरिंग की श्रेणी के 100 संस्थानों में 16वां स्थान प्राप्त किया है।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (आइसर) ने समग्र श्रेणी में 78वां स्थान बनाया है। जबकि, यह पिछली गणना में 60वें स्थान पर था। वहीं, भोपाल का मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) इंजीनियिरंग की श्रेणी में 72वें स्थान पर रहा है।
इसी संस्थान ने आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग ने प्रमुख 40 संस्थानों में से 17वां स्थान बनाया है। आर्किटेक्चर संस्थान की श्रेणी में स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर 12वें स्थान पर रहा है। देश के प्रमुख 50 चिकित्सा संस्थानों की बात करें तो इसमें भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने 31वां स्थान प्राप्त किया है। यह पिछली रैंकिंग में 30वें स्थान पर था।
इसी तरह विधि संस्थान में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय संस्थान (एनएलआइयू) भोपाल ने प्रमुख 40 संस्थानों में 21 वां स्थान तो बनाया है पर यह पिछली रैंकिंग की तुलना में तीन पायदान फिसला है। इन आधारों पर होती है रैंकिंग रैंकिंग के पैरामीटर में टीचिंग, लर्निंग, रिसोर्स, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस, ग्रेजुएशन आउटकम्स आउटरीच आदि शामिल होते हैं।