‘डेडबॉडी का गलत इस्तेमाल, आवाज उठाने पर ट्रांसफर..
‘डेडबॉडी का गलत इस्तेमाल, आवाज उठाने पर ट्रांसफर…’, कोलकाता रेप-मर्डर केस में 10 बड़े खुलासे
Kolkata Rape Murder Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप-मर्डर केस की जांच सीबीआई कर रही है और मुख्य आरोपी संजय रॉय के साथ-साथ पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की बात सामने आई है.
ट्रेनी डॉक्टर का पोस्टमॉर्टम करने वाली डॉक्टर डॉ रीना दास ने कबूल किया है कि पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सभी स्टूडेंट्स और प्रोफेसर पर बहुत मेंटल प्रेशर बनाकर रखते थे. इसके अलावा, डॉ. अख्तर अली ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि डॉक्टर संदीप घोष के पास पैसा और पावर है. उनके ऊपर मुख्यमंत्री का भी हाथ है.
ऑपरेशन आरजी कर की बड़ी बातें
1. संदीप घोष की भूमिका को लेकर अख्तर अली ने दावा किया कि मुख्यमंत्री संदीप घोष को प्रमोट कर रही हैं. वो डेडबॉडी को बेचा करते थे. डॉक्टर अख्तर अली पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डिप्टी सुप्रीटेंडेंट थे लेकिन इन दिनों मुर्शिदाबाद में तैनात हैं.
2. उन्होंने कहा कि संदीप घोष एक भ्रष्ट इंसान है और उन्होंने अपने पूरे करियर में उसके जैसा इंसान नहीं देखा. वो डेडबॉडी बेचा करते थे ये पता है लेकिन किसको बेचते थे ये नहीं पता. वो माफिया की तरह भ्रष्ट हैं. फिर भी उन्हें सस्पेंड नहीं किया गया जबकि छुट्ठी पर भेज दिया गया.
3. एक अन्य डॉक्टर सोमनाथ दास जो पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक एक्सपर्ट थे अब उनका तबादला कर दिया गया है और बांकुरा मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक हेड हैं. उन्होंने खुलासा किया कि पोस्टमार्टम के लिए आई डेडबॉडी का गलत इस्तेमाल किया जाता था. सिर्फ चुनिंदा कंपनियों को ही ठेके दिए जाते थे.
4. उन्होंने ये भी कहा कि संदीप घोष के खिलाफ शिकायत करने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई बल्कि जिसने शिकायत की उसका ही ट्रांसफर कर दिया गया.
5. सोमनाथ दास ने कहा कि संदीप घोष डेडबॉडी को लेकर वर्कशॉप करते थे जबकि इसकी इजाजत नहीं थी. इस बात को डॉक्टर घोष ने भी कबूल किया कि संदीप घोष को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ था. उन्होंने दावा किया कि मेडिकल करप्शन का नेटवर्क इतना बड़ा है कि कोई एक्शन ही नहीं लेता है.
6. जूनियर डॉक्टर के रेप मर्डर मामले को लेकर डॉ. रीना दास ने कहा कि क्राइम सीन पर मेडिकल स्टाफ और एक वकील को बुलाया गया था, क्राइम सीन पर आए लोग डॉक्टर संदीप घोष के आदमी थे.
7. रीना दास जूनियर डॉक्टर का पोस्टमार्टम करने वाली टीम का हिस्सा थीं. उन्होंने कहा कि जब पुलिस मौका-एक-वारदात पर पहुंची थी तो उसके साथ कुछ नेता और बाहरी लोग भी आए थे.
8. डॉक्टर रीना ने दावा किया कि क्राइम सीन पर कई बाहरी लोग आए, जिसमें एक मेडिकल की टीम बाहर से आई. इसके साथ ही बहुत हाई प्रोफाइल लोगों की एक मीटिंग भी हुई जिसके बाद इसको सुसाइड केस बताया गया.
9. उन्होंने ये भी दावा किया कि जूनियर डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर वाली वारदात को अंजाम देने में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं. डॉक्टर संदीप घोष एक सिंडिकेट बनाकर रखता था और सभी लोग उससे डरते थे.
10. संदीप घोष ने अपने सलाहकार देबाशीष सोम से इस दौरान सबसे ज्यादा बात की. यहां पर अब कई सवाल खड़े होते हैं और उसमें सबसे अहम सवाल ये है कि क्या क्राइम सीन को बिगाड़ने की कोशिश की गई?