मैं सरकारी जमीन को निजी कैसे कर दूं ?
मैं सरकारी जमीन को निजी कैसे कर दूं: आरआइ
पुरानी छावनी इलाके में एक सरकारी जमीन को निजी करने के लिए दवाब बनाने का मामला सामने आया है। नायब तहसीलदार पुरानी छावनी राघवेंद्र कुशवाह दबाव बना रहे हैं।छह माह पहले सरकारी जमीन की रिपोर्ट दी थी जिसे आगे नहीं बढ़ाया गया और रोक लिया गया। तीन सितंबर को संभागायुक्त को भी शिकायत की गई है कि चरनोई की भूमि पर कालोनी बसा ली गई और अधिकारियों ने कुछ नहींकिया।
मैं सरकारी जमीन को निजी कैसे कर दूं: आरआइ!
- पुरानी छावनी इलाके में राजस्व निरीक्षक पर दवाब डाल रहे नायब तहसीलदार
- आवेदक से बातचीत के दौरान राजस्व निरीक्षक ने यह पूरी व्यथा साझा की
- चरनोई की भूमि पर कालोनी बसा ली गई और अधिकारियों ने कुछ नहीं किया
ग्वालियर। पुरानी छावनी इलाके में एक सरकारी जमीन को निजी करने के लिए दवाब बनाने का मामला सामने आया है। राजस्व निरीक्षक नरेश कुशवाह का एक आडियो सामने आया है जिसमें उनका साफ कहना है कि नायब तहसीलदार पुरानी छावनी राघवेंद्र कुशवाह दबाव बना रहे हैं। छह माह पहले सरकारी जमीन की रिपोर्ट दी थी जिसे आगे नहीं बढ़ाया गया और रोक लिया गया।
इस जमीन को लेकर शिकायत करने वाले आवेदक से बातचीत के दौरान राजस्व निरीक्षक ने यह पूरी व्यथा साझा की। यह आडियो प्रशासन के अधिकारियों तक भी पहुंच चुका है। वहीं इसी मामले में तीन सितंबर को संभागायुक्त को भी शिकायत की गई है कि चरनोई की भूमि पर कालोनी बसा ली गई और अधिकारियों ने कुछ नहीं किया। शिकायतकर्ता ने शिकायत में बताया है कि ग्राम पुरानी छावनी की भूमि सर्वे नंबर 131/1 रकबा 2.022 हेक्टेयर पर वर्तमान में भू माफिया द्वारा कालोनी बसाई गई है और सर्वे नंबर 131/2 रकबा 0.6880 है।
यहां पटवारी राजावत,12 साल से ज्यादा समय से पदस्थ
यहां पुरानी छावनी में एक और खास बात है कि यहां पटवारी संदीप राजावत पदस्थ है जिसे 12 साल से ज्यादा का समय एक ही हल्के में हो गया है। एक ही क्षेत्र में 12 साल का समय हो जाना अपने आप में गजब है क्योंकि वरिष्ठ अफसरों को कभी यह क्यों नहीं दिखा? बताया गया है यहां जो कालोनी बसाई गई है उसमें पटवारी का भी लिंक है। इसको लेकर पूर्व में शिकायतें भी की जा चुकी हैं।
राजस्व निरीक्षक व नायब तहसीलदार दोनों की ओर से मुझे कोई शिकायत नहीं पहुंची है, आडियो भी नहीं पहुंचा है। मामला सामने आता है तो जांच की जाएगी।
एसडीएम,ग्वालियर सिटी।
यहां सरकारी जमीन पर कालोनी बसाई गई है और हम लगातार शिकायत कर चुके हैं। पटवारी भी लंबे समय से पदस्थ है, राजस्व निरीक्षक पर नायब तहसीलदार की ओर से दबाव बनाया जा रहा है कि सरकारी जमीन की निजी होने की रिपोर्ट दी जाए।
-आबोध तोमर,शिकायतकर्ता।
जमीन निजी है या सरकारी, इसका स्पष्ट उल्लेख आरआई की रिपोर्ट में नहीं था। इसको लेकर मैने कहा था कि स्पष्ट रिपेार्ट दी जाए। यह जमीन पुराने समय से निजी है। अभी रिपोर्ट नहीं मिली है।
-राघवेंद्र कुशवाह, नायब तहसीलदार,पुरानी छावनी।