अनंत अंतरिक्ष का थैला और हम ?
अनंत अंतरिक्ष का थैला और हम
अंतरिक्ष में बेशक हवा न होकर निर्वात हो। लेकिन यह खाली नहीं है।
कल्पना कीजिए कि आपका कोई दोस्त किसी विशाल इमारत, स्टेडियम या संग्रहालय के बारे में शेखी बघार रहा है। आप जब उस इमारत को देखते हैं, तो वह आपको विशाल या खाली लगती है? लेकिन, विशाल शब्द का अर्थ हमेशा खाली नहीं होता। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि इसके अंदर मौजूद वस्तुओं के घूमने के लिए पर्याप्त जगह है। इसी तरह अंतरिक्ष भी पूरी तरह खाली नहीं है। यह विशाल है और हमेशा विस्तृत होता रहता है, लेकिन इसमें बहुत सारी चीजें हैं। बचपन में हम अक्सर सोचते हैं कि बादल कितनी दूर है, पृथ्वी से परे क्या है और अंतरिक्ष कितना विशाल है! वास्तव में पृथ्वी विभिन्न गैसों की कई परतों से घिरी हुई है।
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि डार्क मैटर ब्रह्मांड के द्रव्यमान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है। इसी तरह डार्क एनर्जी ब्रह्मांड के त्वरित विस्तार को प्रेरित कर रहा है। अंतरिक्ष में कणों, विकिरणों, चुंबकीय क्षेत्रों और पदार्थ एवं ऊर्जा के रहस्यमय रूपों का मिश्रण है। अंतरिक्ष की कल्पना एक 3डी खेल के मैदान के रूप में करें, जिसके अंदर तारे, ग्रह, नेबुला और आकाशगंगाएं जैसी वस्तुएं मौजूद हैं और ये सब मिलकर हमारा आकर्षक और जटिल ब्रह्मांड बनाते हैं।