राजगढ़ कलेक्टर पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए BJP नेता बद्रीलाल यादव ने मांगी माफी

भोपाल: मध्य प्रदेश भाजपा नेता बद्रीलाल यादव ने राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता को लेकर दिए गए अपने आपत्तिजनक बयान के लिए माफी मांगी है. उन्होंने ‘जी न्यूज मध्य प्रदेश’ से बातचीत में कहा कि अगर उनका बयान कलेक्टर को गलत लगा है तो इसके लिए वह माफी मांगते हैं.

बद्रीलाल यादव ने ‘जी न्यूज मध्य प्रदेश’ से बातचीत में कहा, ‘उनको अगर गलत लगा है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. गलत अर्थ लगाया है उन्होंने तो मैं माफी मांगता हूं. पत्रकार वार्ता बुलाकर हम लिखित में भी माफी मांगेंगे.’

बद्रीलाल यादव ने कहा, ‘मैंने शुरू में बोला था कि मेरे इस भाषण का गलत अर्थ मत निकालना. कलेक्टर जिला का माई बाप होता है. उनको सभी के साथ एक समना व्यवहार करना चाहिए. भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की जाती है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया जाता है.’

गौरतलब है कि राजगढ़ के ब्यावरा में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में रैली निकाल रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्टर निधि निवेदिता की झड़प हो गई थी. इस दौरान उन्होंने एक भाजपा कार्यकर्ता को थप्पड़ जड़ दिया था.

बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी महिला एसडीएम प्रिया वर्मा का बाल खींच दिया था. इसके बाद पुलिस ने बीजेपी वर्कर्स पर लाठीचार्ज किया था. इसके घटना के बाद से ही राज्य में सियासत गर्मा गई है.

ब्यावरा में मंच से भाजपा नेता ने की थी टिप्पणी
ब्यावरा में प्रशासनिक अधिकारियों के रवैए के खिलाफ भाजपा के प्रदर्शन में बुधवार को पूर्व मंत्री बद्रीलाल यादव ने मंच से राजगढ़ की महिला कलेक्टर पर एक आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. कुछ ही समय में उनकी यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.

इसके बाद लोग बद्रीलाल यादव की आलोचना करते हुए महिला कलेक्टर निधि निवेदिता के समर्थन में आ गए. कांग्रेस पार्टी ने भी बद्रीलाल यादव के बयान को लेकर भाजपा पर हमला बोला.

IAS एसोसिएशन ने टिप्पणी पर जताया विरोध
उधर आईएएस एसोसिशन ने भी बद्रीलाल यादव की टिप्पणी को आपत्तिजनक बताते हुए उनकी आलोचना की है. आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष आईसीपी केशरी ने मुख्य सचिव एसआर मोहंती को चिट्ठी लिख कलेक्टर पर की गई टिप्पणी पर विरोध दर्ज कराया.

आईएएस एसोसिएशन ने इस चिट्ठी में लिखा है कि राजगढ़ में सार्वजनिक मंच से सभा के दौरान कलेक्टर पर की गई टिप्पणी की एसोसिएशन कड़ी निंदा करता है. इस तरह के बयान से न केवल अधिकारियों का मनोबल गिरेगा बल्कि महिला अधिकारी के सम्मान को भी ठेस पहुंचेगी.

 

लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को बनाए रखना प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी है. एसोसिएशन ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों पर की गई टिप्पणी का विरोध करता है.’

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