आगरा : भाजपा विधायक बोले- आगरा पुलिस माफिया को संरक्षण दे रही …कमिश्नरेट अब करप्श्नेट बन गए हैं
भाजपा विधायक बोले- आगरा पुलिस माफिया को संरक्षण दे रही …
योगी को सबूत दूंगा; अखिलेश ने कहा- कमिश्नरेट अब करप्श्नेट बन गए हैं
भास्कर से कहा- पुलिसकर्मियों के खिलाफ मेरे पास सबूत भाजपा विधायक ने दैनिक भास्कर से कहा- छत्ता थाने से तीन लोगों को गिरफ्तारी के बाद छोड़ दिया गया। उनके पास कई साक्ष्य हैं। इसको लेकर वो जल्द ही सीएम योगी से मुलाकात करेंगे। इस मामले में हमने पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसा है। उन्होंने X पर लिखा- भाजपा राज में ‘कमिश्नरेट’ दरअसल ‘करेपश्नेट’ बन गये हैं। कमिश्नरेट वसूली का विकेंद्रीकरण है।
पुलिस की लचर पैरवी से अपराधी बरी हो रहे भाजपा विधायक ने कहा- कोर्ट में पुलिस की लचर पैरवी के चलते अपराधी, बलात्कारी और भू-माफिया आए दिन बरी हो रहे हैं। सरकार की स्वच्छ छवि खराब हो रही है। कोर्ट से गैर जमानती वारंटियों को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें छोड़ा जा रहा। एक हफ्ते पहले थाना छत्ता पुलिस ने एक गैर जमानती को पकड़ा। दो घंटे बाद उसे छोड़ दिया गया। इंस्पेक्टर ने किसके आदेश पर अपराधी को छोड़ा।
पहले भी नगर के खिलाफ उठाई थी आवाज पूर्व राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश कैंट से भाजपा विधायक हैं। उन्होंने आगरा स्मार्ट सिटी में भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। स्मार्ट सिटी नोडल अधिकारी आरके सिंह पर कमीशन की कमाई से अकूत संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाए थे। हालांकि, आरके सिंह को अब तक हटाया नहीं गया है।
20 महीने पहले लागू हुई कमिश्नरेट व्यवस्था आगरा समेत तीन जिलों में 25 नवंबर, 2022 को कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की थी। डॉ. प्रीतिंदर सिंह को पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया। बोदला जमीन कांड में तत्कालीन थानाध्यक्ष को जेल जाना पड़ा। इसके बाद प्रीतिंदर सिंह की जगह जे रविंदर गौड पुलिस कमिश्नर बने।
अखिलेश ने X पर लिखा- FIR लिखवाएंगे या बुलडोजर का डर दिखाएंगे