नोएडा के 12 बिल्डरों को NGT जीरो पीरियड का लाभ !
नोएडा के 12 बिल्डरों को NGT जीरो पीरियड का लाभ
सभी ने अमिताभ कांत सिफारिश के तहत 25 प्रतिशत बकाया रकम जमा किया
अब प्राधिकरण ओखला पक्षी विहार के 10 किमी के अंदर निर्माण रोकने के एनजीटी के आदेश से प्रभावित बिल्डरों और अतिरिक्त जीरो पीरियड का लाभ देने जा रहा है। ये लाभ सिर्फ पैसा जमा करने वाले 12 बिल्डरो को मिलेगा वो भी केस टू केस स्टडी के आधार पर।
अधिकारियों ने बताया कि 57 बिल्डरों पर करीब 8273.78 हजार करोड़ रुपए बकाया था। अमिताभ कांत की सिफारिश के बाद इन बिल्डरों को 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2022 तक जीरो पीरियड का फायदा दिया गया। यानी कुल बकाया राशि में 1866 करोड़ रुपए कम हो गए।
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि जनवरी में अलग-अलग समूह में 57 बिल्डरों को बुलाकर उन्हें बकाए की जानकारी दी गई। शासनादेश के तहत सहमति होने के बाद 60 दिन के अंदर कुल बकाए में से 25 प्रतिशत धनराशि बिल्डरों को जमा करनी थी।
नियमता जो बिल्डर तय समय में 25 प्रतिशत धनराशि जमा करेंगे उनको ही एनजीटी के आदेश से प्रभावित मानते हुए 14 अगस्त 2013 से 19 अगस्त 2015 तक जीरो पीरियड का लाभ दिया जाएगा।
इसमें सिर्फ 29 बिल्डरों ने 25 प्रतिशत के हिसाब से 276 करोड़ रुपए जमा कराए। बाकी बिल्डरों ने आंशिक पैसा जमा कराया। जिसके तहत अब तक कुल 378.73 करोड़ पैसा जमा हुआ और 1474 बायर्स की रजिस्ट्री हो सकी। अब इन बिल्डरों को ही केस टू केस के आधार पर लाभ दिया जाएगा।
प्राधिकरण पहले दे चुका जीरो पीरियड का लाभ एनजीटी के आदेश से प्रभावित कई बिल्डरों की मांग पर प्राधिकरण पहले भी अल्प समय के लिए करीब 77 दिन के आसपास का जीरो पीरियड का लाभ दे चुका है। अधिकारियों ने बताया कि इस अवधि को दो साल की समय से घटा दिया जाएगा। इसके बाद ही बकाया का पुर्न गणना की जाएगी। ऐसे में 12 बिल्डरों के बकाया का कैलकुलेशन वित्त विभाग द्वारा कराया जा रहा है।
6 बिल्डरों के 85 फ्लैट हो चुके सील पर हो रहा एक्शन 29 के अलावा 17 बिल्डर ऐसे है। जिन्होंने सहमति देते हुए कुछ पैसा प्राधिकरण में जमा किया है। 5 बिल्डरों ने सहमति दी है। लेकिन एक पैसा भी जमा नहीं किया। जबकि छ बिल्डर ऐसे है जिन्होंने न तो सहमति दी और न ही पैसा जमा करने के लिए आगे आए है। इन छह बिल्डरों के 85 फ्लैटों को सील किया जा चुका है। इनकी नीलामी की जाएगी। जिससे बकाया वसूल किया जाएगा।
वो बिल्डर जिनको मिलेगा एनजीटी का लाभ
- डिवाइन इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड
- एम्स आरजी एंगल प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड
- एचआर ओरेकल डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड
- सन वर्ड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड
- जेएम हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड
- लारियट बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड
- नेक्सजेन इंफ्राकॉन प्राइवेट लिमिटेड
- एटीएस टाउन शिप प्राइवेट लिमिटेड
- प्रतीक इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड
- एम्स प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड
- एडीएस इंफ्रा टेक प्राइवेट लिमिटेड