Delhi: बाजारों में नहीं कागजों पर तैनात सुरक्षाकर्मी ?
Delhi: बाजारों में नहीं कागजों पर तैनात सुरक्षाकर्मी, कहीं धमाके में भी व्यवस्था की चूक तो नहीं! देखें रिपोर्ट
Delhi Market Security: करोल बाग, सरोजिनी नगर, सदर बाजार, पहाड़गंज और जनपथ मार्केट में सुरक्षा भगवान भरोसे दिखी। इन बाजारों में न कोई पूछताछ करने के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात हैं न ही बाजारों में लगे मेटल डिटेक्टर काम कर रहे हैं। लोग बेरोकटोक आ जा रहे हैं।
त्योहारी सीजन से पहले दिल्ली एक धमाके से दहल गई। मगर दिल्ली पुलिस की आंख अभी नहीं खुली है। दिल्ली के बाजारों की पड़ताल की गई तो सुरक्षा भगवान भरोसे नजर आई। बाजार में मचान तो लगे हैं, डीएफएमडी लगे हैं, मगर कहीं भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं दिखाई दिए।
करोल बाग, सरोजिनी नगर, सदर बाजार, पहाड़गंज और जनपथ मार्केट में सुरक्षा भगवान भरोसे दिखी। इन बाजारों में न कोई पूछताछ करने के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात हैं न ही बाजारों में लगे मेटल डिटेक्टर काम कर रहे हैं। लोग बेरोकटोक आ जा रहे हैं। हालांकि, बाजारों में लाउडस्पीकर के जरिए खरीदारों को संदिग्ध वस्तु, गतिविधि दिखाई देने पर पुलिस को सूचित करने के लिए दिशा-निर्देश जरूर दिए जा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल को लेकर अमर उजाला संवाददाता ने प्रशांत विहार में हुए धमाके के बाद जायजा लिया।
12:20 बजे दोपहर- जनपथ मार्केट
बाजार के प्रवेश व निकास द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं है। सुरक्षाकर्मी के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था है, लेकिन वहां कोई भी मौजूद नहीं दिखा। मेटल डिटेक्टर लगे हैं, लेकिन चालू अवस्था में नहीं है। यहां लोग बिना जांच के आ-जा रहे हैं। बाजार में देश ही नहीं विदेशी भी खरीदारी करने के लिए आते दिखे। आलम यह है कि यहां न कोई सुरक्षाकर्मियों की तैनाती है न गश्त की जा रही है। दुकानदारों ने बताया कि वह पुलिस का सहयोग कर रहे हैं।
बाजार के प्रवेश व निकास द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं है। सुरक्षाकर्मी के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था है, लेकिन वहां कोई भी मौजूद नहीं दिखा। मेटल डिटेक्टर लगे हैं, लेकिन चालू अवस्था में नहीं है। यहां लोग बिना जांच के आ-जा रहे हैं। बाजार में देश ही नहीं विदेशी भी खरीदारी करने के लिए आते दिखे। आलम यह है कि यहां न कोई सुरक्षाकर्मियों की तैनाती है न गश्त की जा रही है। दुकानदारों ने बताया कि वह पुलिस का सहयोग कर रहे हैं।
1:00 बजे दोपहर- पहाड़गंज बाजार
प्रमुख बाजारों में से एक पहाड़गंज में सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति दिखी। वहां सुरक्षा के लिए बनाए गए पुलिस वॉच टावर पर कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है और वहां कोई पुलिस चेकपोस्ट भी नहीं दिखी। बाजार में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे भी खराब पड़े थे। पहाड़गंज इलाके में करीब 700 से ज्यादा होटल हैं। वहीं, कई महत्वपूर्ण दुकानें भी हैं। इस कारण क्षेत्र में पूरे दिन लोगों की आवाजाही रहती है।
प्रमुख बाजारों में से एक पहाड़गंज में सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति दिखी। वहां सुरक्षा के लिए बनाए गए पुलिस वॉच टावर पर कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है और वहां कोई पुलिस चेकपोस्ट भी नहीं दिखी। बाजार में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे भी खराब पड़े थे। पहाड़गंज इलाके में करीब 700 से ज्यादा होटल हैं। वहीं, कई महत्वपूर्ण दुकानें भी हैं। इस कारण क्षेत्र में पूरे दिन लोगों की आवाजाही रहती है।
1:30 बजे दोपहर- करोल बाग मार्केट
करोल बाग मेन रोड से अजमल खां रोड पर बाजार में प्रवेश करते समय देखने को मिला कि प्रवेश द्वार पर कोई बैरिकेड नहीं लगी है। शारीरिक जांच के लिए कोई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद नहीं हैं। बाजार में तीन पुलिस वॉच टावर भी खाली पड़े है। आलम यह है कि पुलिस वॉच टावर के नीचे ही पटरी बाजार वालों ने अतिक्रमण किया है।