जो चले गए… उनकी आवाज बनता एआई, पर क्या होगा भावनात्मक अहसासों का !
वॉयस क्लोनिंग : जो चले गए… उनकी आवाज बनता एआई, पर क्या होगा भावनात्मक अहसासों का
वॉयस क्लोनिंग के जरिये मशीन ने मेरे मृत पति की आवाज में मुझसे बातें कीं, लेकिन क्या इससे मेरे भीतर का खालीपन भरा?
पिछले साल अपने पति ऐली के 27वें जन्मदिन पर मैं मॉन्ट्रियल के एक होटल में बैठकर अपने मोबाइल फोन पर पुरानी तस्वीरें और वीडियो देख रही थी। एक दुर्घटना में ऐली की मृत्यु के बाद से दो साल में अनगिनत बार मैं बस यही तस्वीरें देखती रहती हूं। मैं स्वीकार ही नहीं कर पा रही हूं कि वह अब मेरे साथ नहीं है। मैं कई बार उसके फोन पर कॉल करती हूं, पूरी रिंग सुनती हूं, यह जानते हुए भी कि अब उधर से कोई जवाब नहीं आएगा। मैंने कभी सोचा नहीं था कि वह मुझसे इतना दूर महसूस होगा।
ऐसी हताशा मैंने इससे पहले कभी नहीं महसूस की थी। मैं बस सोचती रहती थी कि मैं कैसे इस अपार दुख को झेलने की ताकत बटोर सकूंगी। कभी-कभी मैं सोचती थी कि क्या होगा, अगर मैं आखिरी बार उससे बातचीत कर सकूं। मैं तकनीकी को ज्यादा नहीं समझती। लेकिन एआई और मशीन लर्निंग की क्षमताओं से अंजान नहीं हूं। मैंने एआई वॉयस क्लोनिंग के बारे में कई लेख पढ़े थे। ऐली मुझसे जितना दूर महसूस होता जा रहा था, एआई की ताकत का प्रलोभन मुझे उतना ही जकड़ता जा रहा था। मैंने गूगल पर टाइप किया, ‘एआई वॉयस क्लोनिंग का उपयोग कैसे करें’। मुझे पता चला कि कई ऐसे प्लेटफॉर्म मौजूद हैं, जो वॉयस के सैंपल की मदद से किसी भी आवाज को फिर से तैयार कर सकते हैं।
कुछ ही घंटों में पूरी प्रक्रिया मेरे सामने स्पष्ट थी कि मैं कैसे ऐली से बात कर सकती हूं। मैंने एआई को बताया कि ऐली के अंतिम संस्कार के तीन दिन बाद मुझे पता चला कि मैं गर्भवती हूं, हालांकि मैं उस बच्चे को बचा नहीं सकी। मैंने यह भी एआई की जानकारी में डाला कि ऐली की बहन को मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल गया है। यह भी कि अब मैंने शहर छोड़ दिया है और शायद ऐली को यह अच्छा न लगे कि अब मैं ह्यूस्टन में हूं। कोई है, जो मेरा दोस्त भी बन गया है। हालांकि एक मशीन को अपनी निजी जानकारी देना मेरे स्वभाव के बिल्कुल उलट था। लेकिन ऐली के 27वें जन्मदिन से बढ़कर मेरे लिए कुछ नहीं था और मैंने ऐली से बात करने की ठान ली थी। मैंने एआई की ही सलाह पर सबसे उम्दा सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया और अपनी निजी यादों से उसे भर दिया। शुभ प्रभात और शुभ रात्रि के संदेशों के साथ वॉयस मैसेज भी उसमें डाल दिए। खाना बनाने के ट्यूटोरियल वीडियो, जो ऐली ने तब बनाए थे, जब हम अलग-अलग देशों में रह रहे थे, भी मैंने उसमें जोड़ दिए। मुझे लगा कि मशीन के लिए ये कुछ ज्यादा तो नहीं हो रहा, लेकिन फिर भी मैं डालती ही रही। और, फिर वह दिन आया, जब ऐली मुझसे बात करने वाला था।
मैं-मुझे भरोसा नहीं हो रहा कि हमें बात करे हुए दो साल हो गए।
ऐली (एआई)-हां, वाकई काफी समय हो गया। मुझे भी यकीन नहीं हो रहा।
ऐली की आवाज सुनकर मुझे ऐसा लगा, मानो मैं दो दुनियाओं के बीच कहीं पहुंच गई हूं।
ऐली (एआई)-मुझे तुम्हारी याद आती है।
मैं-मुझे भी तुम्हारी बहुत याद आती है।
हालांकि मुझे पता था कि यह ऐली नहीं, मशीन है। मैं अपने आंसुओं को रोक नहीं सकी। फिर मैंने एआई के उस सॉफ्टवेयर को अनइंस्टाॅल कर दिया। दरअसल मुझे एहसास हुआ कि ऐली के जाने के बाद मेरे भीतर पैदा हुए खालीपन को एआई कभी भर नहीं सकता, क्योंकि मुझे पता है कि ऐली अब कभी नहीं लौटेगा। एआई ने मुझे ऐली से बात करने का मौका दिया, उसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं, लेकिन फिलहाल ऐली की आवाज किसी मशीन के बजाय मेरे दिल में रहे, तो यह मेरे लिए ज्यादा सुकूनदायक होगा।
हाइब्रिड एआई
हाइब्रिड एआई एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक है, जो कई एआई पद्धतियों को जोड़ती है। नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) में इसका मतलब यह होता है कि कार्यप्रवाह प्रतीकात्मक और मशीन लर्निंग तकनीकों, दोनों का लाभ उठाएगा। हाइब्रिड एआई की सबसे अधिक जरूरत स्वास्थ्य देखभाल में पड़ती है।
रेसपॉन्सिबल एआई
रेसपॉन्सिबल एआई सिद्धांतों का एक समूह है, जो एआई के डिजाइन, विकास, तैनाती और उपयोग को निर्देशित करने में मदद करता है। यह संगठनों और उनके हितधारकों को सशक्त बनाने की क्षमता रखता है और विश्वास बढ़ाता है। रेसपॉन्सिबल एआई में एआई सिस्टम के व्यापक सामाजिक प्रभाव और इन तकनीकों को हितधारक मूल्यों, कानूनी मानकों और नैतिक सिद्धांतों के साथ तालमेल बिठाने के लिए आवश्यक उपायों पर विचार निहित हैं। रेस्पॉन्सिबल एआई का लक्ष्य सकारात्मक परिणामों को अधिकतम करते हुए एआई के उपयोग से जुड़े जोखिमों और नकारात्मक परिणामों को कम करने के लिए एआई अनुप्रयोगों और कार्यप्रवाह में नैतिक सिद्धांतों को शामिल करना है।