झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड … हटाए गए प्रिंसिपल; 3 लोग सस्पेंड ?
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर योगी सरकार का बड़ा एक्शन, हटाए गए प्रिंसिपल; 3 लोग सस्पेंड
झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड के मामले में योगी सरकार ने जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. सरकार ने कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को जांच कमेटी की सिफारिश पर निलंबित कर दिया है. वहीं, प्रिंसिपल को उनके पद से हटा दिया है.
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU में आग लगने से 10 बच्चों की मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए योगी सरकार ने तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को भी हटा दिया. राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक यह कार्रवाई प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर गठित चार सदस्यीय समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है.
बीते दिनों झांसी महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल की NICU यूनित में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई थी. सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को निलंबित कर दिया है. इसको लेकर सरकार सरकार ने बयान जारी किया है. बयान के मुताबिक, कार्रवाई के तहत जांच रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य नरेंद्र सिंह सेंगर को पद से हटाकर उन्हें चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशालय में भेज दिया गया है.
तीन लोग हुए निलंबितइसके साथ ही कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहुर को आरोप पत्र देकर जवाब मांगा गया है. इसके अलावा कॉलेज के जूनिय इंजिनियर (विद्युत) संजीत कुमार, एनआईसीयू वार्ड की नर्सिंग प्रभारी सिस्टर संध्या राय और प्रमुख अधीक्षक सुनीता राठौर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा बाल रोग विभागाध्यक्ष ओम शंकर चौरसिया, सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर कुलदीप चंदेल और विद्युत विभाग प्रभारी अधिकारी की भूमिका की जांच रिपोर्ट मण्डलायुक्त को सौंपी गई है.
10 बच्चों की हुई थी मौतघटना इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते ही पूरे NICU में आग फैल गई थी. आग लगने के दौरान सभी लोगों ने बच्चों की बचाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी 10 बच्चों जलकर मौत हो गई थी. घटना के बाद से ही लोग आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. अब देखना यह होगा कि लोग इस कार्रवाई को कितना न्यान मान रहा हैं.