यूपीडा के नोडल अधिकारी राजेश पांडेय ने हादसे की जांच के आदेश मुख्य सुरक्षा अधिकारी को दिए तो वहीं एसपी ने भी तिर्वा कोतवाल जितेंद्र प्रताप सिंह को जांच सौंपी। रिपोर्ट डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने भी तलब की है। इस हादसे में ट्रक चालक की गलती नहीं दिखाई दे रही है। वह अपनी लेन पर सही दिशा में जा रहा था। यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि हादसे के सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है, जल्द ही रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।
एक्सप्रेस-वे पर क्षतिग्रस्त कार को हटाती क्रेन – फोटो : संवाद
एक घंटा 14 मिनट में तय की करीब 110 किलोमीटर की दूरी
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे की जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि बुधवार की रात को 2.16 लखनऊ टोल प्लाजा से कार गुजरी थी। बताया कि करीब 3.30 मिनट पर कोतवाली क्षेत्र के 196 कट पर हादसा हुआ। कार सवार ने करीब 110 किलोमीटर की दूरी एक घंटा 14 मिनट में तय की। जानकारों के हिसाब से हादसे के समय कार की करीब 130 किलोमीटर की स्पीड रही होगी। यूपीडा की टीम भी जांच कर रही है।
तय सीमा से 30 किमी प्रति घंटा अधिक थी कार की रफ्तार
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) लखनऊ के नोडल अधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि हादसे के बाद यूपीडा के मुख्य सुरक्षा अधिकारी से जांच कराई गई तो कार की स्पीड 130 किलोमीटर प्रतिघंटा पाई गई। चालक को झपकी आने तथा कार की गति अधिक होने के कारण यह हादसा हुआ है।
एक्सप्रेस-वे पर कार के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रतिघंटा निर्धारित है। कोहरा होने पर दृश्यता के अनुसार गति सीमा को 40 किमी प्रतिघंटा कम कर दिया गया है। ऐसे में गति 60 किमी प्रति घंटा से कम रखनी चाहिए। हालांकि हादसे के समय कोहरा अधिक नहीं था।
घायल डॉक्टर के इलाज के लिए बनाया गया मेडिकल बोर्ड
हादसे में घायल डॉ. जयवीर सिंह को इलाज के लिए सुबह ही उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के इमरजेंसी में ले आया गया था। यहां उनके इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया था। शाम करीब साढ़े छह बजे हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर वाली एंबुलेंस से गुरुग्राम मेदांता ले जाया गया।
आठ माह की गर्भवती हैं डॉ. जयवीर की पत्नी
डॉ. जयवीर सिंह की पत्नी डॉ. नीलम गैस्ट्रो विभाग में तैनात हैं। वह आठ माह की गर्भवती हैं। वह हादसे की जानकारी के बाद बदहवास हो गईं। साथी डॉक्टरों और वरिष्ठों ने उन्हें सांत्वना देकर डॉ. जयवीर के जल्द स्वस्थ होने का ढांढस बांधा।
प्रशासनिक अधिकारियों का लगा रहा जमावड़ा
मौके पर पहुंचे डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल, एसपी अमित कुमार आनंद, एसडीएम अशोक कुमार, तहसीलदार अवनीश सिंह, सैफई एसडीएम कौशल किशोर व सीओ पहुप सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घटना की जानकारी ली और परिजनों से मिल ढांढस बंधाया। वहीं, पोस्टमार्टम हाउस में भी कई बड़े अधिकारियों का जमावड़ा लगा रहा।
मौत की झपकी : तेज रफ्तार ने छीन ली तीन डॉक्टरों समेत पांच की जिंदगियां
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर बुधवार तड़के 3:30 बजे तेज रफ्तार स्कार्पियो डिवाइडर से टकराकर दूसरी लेन पर जाकर ट्रक से टकरा गई। हादसे में ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) सैफई में पीजी कर रहे तीन डॉक्टरों समेत पांच की मौत हो गई। एक डॉक्टर की हालत नाजुक बनी हुई है, जिन्हें सैफई रेफर किया गया है।
बताया जा रहा है कि स्कार्पियो की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा थी। चालक को झपकी आने के कारण हादसा हुआ है। डीएम-एसपी ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। सभी लोग लखनऊ में एक साथी डॉक्टर के भाई की शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के किलोमीटर 196 पर लखनऊ की तरफ से आ रही तेज रफ्तार स्कार्पियो डिवाइडर से टकराकर पलट गई। कार डिवाइडर फांदकर दूसरी लेन में जा गिरी। इसी बीच आगरा की तरफ से आ रहे ट्रक ने उसमें टक्कर मार दी।
हादसे में कन्नौज की सदर कोतवाली के ग्राम मोचीपुर निवासी डॉ. अरुण कुमार दोहरे, आगरा के कमला नगर ए-5 राधा विहार एक्सटेंशन निवासी डॉ. अनिरुद्ध वर्मा, जिला संत रविदास नगर भदोही के राजपुरा भाग-3 निवासी संतोष कुमार मौर्य, बरेली के बाइपास रोड श्यामा चरण स्कूल के पास नवाबगंज निवासी डॉ. नरदेव सिंह और बिजनौर के जीवनपुर निवासी राकेश कुमार की मौके पर मौत हो गई। मुरादाबाद के बुद्ध विहार 9 बी-568 फेस-2 मझोला योजना नंबर चार निवासी डॉ. जयवीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।
एक्सप्रेसवे से ही गुजर रहे किसी व्यक्ति ने हादसे की सूचना यूपीडा कंट्रोल रूम को दी। इसके बाद यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी ओमप्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे और सभी को तिर्वा स्थित डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय पहुंचाया। डॉक्टरों ने डॉ. अरुण कुमार, डॉ. अनिरुद्ध वर्मा, डॉ. नरदेव सिंह, सैफई मेडिकल कॉलेज के सीनियर टेक्नीकल ऑफिसर संतोष कुमार मौर्य और जूनियर स्टोर ऑफिसर राकेश कुमार को मृत घोषित कर दिया, जबकि माइक्रोबायलॉजी विभाग के जेआर-1 डॉ. जयवीर सिंह की हालत नाजुक होने पर सैफई के लिए रेफर कर दिया।
हादसे की जानकारी मिलते ही डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल, एसपी अमित कुमार आनंद मौके पर पहुंचे और यूपीडा के अधिकारियों को घटना की जांच के आदेश दिए। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर चालक को हिरासत में ले लिया है।