मप्र में अब 48 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे ?

मप्र में अब 48 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे
प्रदेश में 5 नए सरकारी, 12 निजी मेडिकल कॉलेज और खुलेंगे…1950 सीटें भी बढ़ेंगी

बुदनी, मंडला, श्योपुर, सिंगरौली, राजगढ़ में होंगे सरकारी कॉलेज

प्रदेश में अगले शैक्षणिक सत्र से 5 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। ये बुदनी, मंडला, श्योपुर, सिंगरौली, राजगढ़ में शुरू होने हैं। इन सभी में 150 सीटें होंगी। इस तरह प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 750 सीटें बढ़ जाएंगी। 12 नए प्राइवेट कॉलेज जिला अस्पतालों से संबंद्धता के बाद खुलेंगे।

1200 सीटें बढ़ेंगी। इस तरह 1950 सीटें बढ़ने की संभावना है। इन कॉलेजों के शुरू होने के बाद प्रदेश में 21 सरकारी और 15 निजी कॉलेज होंगे, यानी कुल 36 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। वहीं, 12 नए प्राइवेट मेडिकल कॉलेज खुलना भी प्रस्तावित है। इनके खुलने के बाद यहां 48 कॉलेज हो जाएंगे।

इन 12 जिलों में शुरू होंगे मेडिकल कॉलेज

कटनी, टीकमगढ़, बालाघाट, धार, सीधी, खरगोन, पन्ना, बैतूल, भिंड, नर्मदापुरम्, देवास और मुरैना को चुना गया है। यहां पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज स्थापित होने हैं। प्रदेश में 2003 तक सिर्फ 5 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। बीते 20 वर्ष में 12 नए मेडिकल कॉलेज प्रारंभ हुए और अब एक साथ 12 अन्य मेडिकल कॉलेज पीपीपी मोड पर प्रारंभ करने की ओर सरकार कदम बढ़ा चुकी हैं। शीघ्र ही प्रदेश में 50 मेडिकल कॉलेज होंगे। प्रदेश के नर्मदापुरम, देवास सहित कुछ अंचल नए मेडिकल कॉलेज की सुविधा से लाभान्वित होंगे।

मप्र में यहां हैं सरकारी मेडिकल कालेज

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर, शहडोल, विदिशा, रतलाम, दतिया, खंडवा, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, सतना, सिवनी, मंदसौर, नीमच।

आगामी सत्र से यहां शुरू होंगे- बुदनी, मंडला, श्योपुर, सिंगरौली और राजगढ़

यहां पीपीपी मोड पर खोले जाएंगे

कटनी, टीकमगढ़, बालाघाट, धार, सीधी, खरगोन, पन्ना, बैतूल, भिंड, नर्मदापुरम्, देवास और मुरैना

राज्यों में स्थिति : नए कॉलेज खुलने पर टॉप-10 में होगा मप्र

सबसे ज्यादा 72 मेडिकल कॉलेज तमिलनाडु में हैं। दूसरे नंबर पर कर्नाटक में 70 और उप्र में 68 हैं। मप्र में अभी 36 मेडिकल कॉलेज हैं। इस हिसाब से सबसे ज्यादा डॉक्टर देने वाले राज्यों में मप्र देश में 10वें नंबर पर है। लेकिन अगले साल 48 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। इससे सूची में मप्र छठवें स्थान पर पहुंच जाएगा।

50 मेडिकल कॉलेज का लक्ष्य: बुदनी में नर्सिंग कॉलेज भी प्रस्तावित है। इसलिए चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने यहां एक वर्ष पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। श्योपुर, सिंगरौली में फैकल्टी की पदस्थापना कर दी है। बुदनी काे छोड़ 4 कॉलेज केंद्र के सहयोग से बन रहे हैं। हाल ही में सीएम डॉ. मोहन यादव ने कॉलेजों के निर्माण की समीक्षा की है। इसमें 50 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य रखा गया। इस वर्ष के अंत तक सभी कॉलेजों का भवन तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।

प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाई जाएगी

^सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाना हमारा लक्ष्य है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी मरीजों के लिए डॉक्टर आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे। 12 जिलों में पीपीपी मोड पर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी खोले जा रहे हैं। – राजेंद्र शुक्ला, डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री

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